रांची: CM का काफिला रोकने की कोशिश, पुलिस व खुफिया तंत्र की विफलता,72 नेम्ड समेत 50 अननोन पर FIR
राजधानी रांची में किशोरगंज इलाके में सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोके जाने की कोशिश व उपद्रव की घटना पुलिस व खुफिया तंत्र की विफलता का परिणाम है। सुखदेव नगर पुलिस स्टेशन में एएसआई सदानंद कुमार के कंपलेन पर दर्ज 72 नेम्ड व 50 अज्ञात महिला पुरुष के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी है। सुखदेवनगर और कोतवाली ऑफिसर इंचार्ज को सस्पेंड करने के साथ ही इस मामले में एक्शन शुरु हो गयी है।
रांची। राजधानी रांची में किशोरगंज इलाके में सीएम हेमंत सोरेन का काफिला रोके जाने की कोशिश व उपद्रव की घटना पुलिस व खुफिया तंत्र की विफलता का परिणाम है। सुखदेवनगर और कोतवाली ऑफिसर इंचार्ज को सस्पेंड करने के साथ ही इस मामले में एक्शन शुरु हो गयी है। रांची के डीसी और एसएसपी को शोकॉज किया गया है। बीच शहर में सीएम का काफिला रोकने की कोशिश से पुलिस सक्रियता की पोल खुल गयी है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी है कि सीएम का काफिला रोकने की कोशिश एक साजिश है।
ओरमांझी एरिया में रविवार को मिली युवती की सिरकटी लाश की चौथे दिन भी पहचान नहीं हो पायी है। मामले में शामिल क्रिमिनलों का पता नहीं सका है। इसी घटना को लेकर सोमवार की शाम बड़ी संख्या में लोग किशोरगंज चौक पर जुटे थे। मुख्यमंत्री आवास लौट रही सीएम के काफिले को रोकने की कोशिश की गयी। कारकेट में शामिल ट्रैफिक इंस्पेक्टर नवल किशोर प्रसाद को उपद्रवियों ने मारपीट कर अधमरा कर दिया। किशोरगंज चौक पर लोगों का जुटान काफी पहले से हो रहा था। सीएम का काफिला नियमत: इसी रोड से गुजरता है। पूर्व में सूचना दिये जाने के बाद पुलिस अलर्ट नहीं था। रोड में सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी थी। खुफिया एजेंसी व जिला पुलिस को इसका पता भी नहीं चला।
सीएम की सिक्युरिटी में चूक
किशोरगंज की घटना को सीएम सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है। उपदर्वियों ने काफिले के आगे चलने वाली पायलट गाड़ी को रोक कर क्षतिग्रस्त कर दिया था। रास्ता क्लीयर कराने की कोशिश कर रहे ट्रैफिक पुलिस व थाना के पुलिसकर्मियों के साथ उनकी झड़प भी हुई थी। इस घटना में इंस्पेक्टर नवल किशोर सिंह, सुबोध कुमार पासवान, अरविंद कुमार पासवान, योगेंद्र सिंह, निलेश कुमार, संतोष कुमार राय, अनवर अली खान, अशोक कुमार, सुनील मरांडी और अमित कुमार पासवान घायल हो गये थे।
CM के कारकेड को रोकने के मामले में 72 नेम्ड समेत 50 अननोन के खिलाफ FIR
रांजधानी के किशोरगंज चौक में चार जनवरी की शाम सीएम के काफिले को रोकने की कोशिश व उपद्रव मामले में सुखदेव नगर पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज की गयी है। एएसआई सदानंद कुमार के कंपलेन पर 72 नेम्ड व 50 अज्ञात महिला पुरुष के खिलाफ केस दर्ज की गयी है। उक्त लोगों के खिलाफ धारा 147,148,149, 152, 153, 186, 189, 290, 323, 307, 353, 341, 342, 333, 504,269, 270, 120B आईपीसी के तहत एफआइआर दर्ज हुआ है। इस मामले में 26 आरोपियों को कोर्ट में पेशी किये जाने के बाद ज्यूडिशियल कस्टडी में जेसभेज दिया गया है।
एफआइआर में नामजद
भैरव सिंह, पूनम सिंह, अमृत रमन,मोनु पांडे, रूद्र लोहरा, अजय कुमार, रीना देवी, सुमन देवी, राजीव लोहरा, रौशनी खलखो, रवीन्द्र साह का है. इसके अलावा बिद्र उर्फ नेपाली समीर लोहरा, निशांत सिंह, चिंटू यादव, विक्रम सिंह, कमला देवी, सन्नी राम, विशाल राम, संजय राम, चन्दन राम, अमित अग्रवाल, मुकेश केशरी, बबलू साव, अनिल वर्मा,रोनित सिंह, सन्नी साहू, विक्की जयसवाल ,शशांक राज , मनीष केशरी, राहुल राज, राहुल कुमार यादव,विशाल कुमार राव, सत्यम कुमार, जय उर्फ गोलु , विपिन कुमार, सुमित कुमार लोहरा, दीपक कुमार साहू , आलोक कुमार वर्मा,अकित कुमार सिंह है. और आकाश टोप्पो, राजा महतो, विक्रम साहू, आयुष सिंह, आदर्श कुमार, रवि मित्रा, किटु कुमार, राहुल सिंह,अविनाश सिंह, दीपक कुमार साह, सन्नी कुमार लोहरा, चन्दन वर्मा उर्फ चंदू तन्नु, हर्ष कुमार, निशांत कुमार, अशोक कुमार मिश्रा, संदीप वर्मा, विशाल कुमार, रोहित वर्मा , हेमंत, बाबूलाल उत्तम यादव, रवि प्रजापति, मुकेश मुक्ता, अभिषेक मिश्रा, मुनचुन राय, विवेक कुमार, कमलेश राम, रेणु देवी और रूपा देवी को नेम्ड एक्युज्ड बनाया गया है। इसके अलावा 50 अननोन महिला व पुरुष पर भी एफआइआर में एक्युज्ड हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार की शाम सीएम हेमंत सोरेन का काफिला झारखंड मंत्रालय से मुख्यमंत्री आवास लौट रहा था। किशोरगंज चौक के पास उपद्रवियों के झुंड ने सुनियोजित साजिश के तहत काफिले को निशाना बनाने की कोशिश की थी।हलांकि पुलिस ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सीएम के काफिले को रूट डायवर्ट कर दिया था। सीएम को सुरक्षित मुख्यमंत्री आवास पहुंचा दिया गया। मामले में सुखदेव नगर व कोतवाली थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए जांच के लिए दो मेंबर की कमेटी का गठन किया गया है।
सीएम के साथ किसी अप्रिय घटना करने का था प्रयास
सुखदेव नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआइआर में कहा गया है कि सीएम का काफिला प्रोजेक्ट भवन से आवास के लिए आ रहा था।रोड में ट्रैफिक सामान्य और सुचारू रूप से चल रहा था। जैसे ही सीएम का काफिला सहजानंद चौक के आगे बढ़ा की सायरन की आवाज आने लगी। सुखदेव नगर पुलिस स्टेशन की गाड़ी आगे बढ़ी उसके पीछे गोंदा ट्रैफिक ओसी की गाड़ी आई। किशोरगंज चौक के चारों तरफ लगभग100 की संख्या में लोग हाथ में लाठी डंडा लेकर रोड पर उतरे। सीएम के काफिले को रोकने का प्रयास करने लगे।
गोंदा यातायात थाना प्रभारी अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर भीड़ हटाने लगे। भीड़ के द्वारा पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया गया जिसमें गोंदा यातायात थाना प्रभारी गंभीर रूप से जख्मी हो गये। आक्रोशित भीड़ के द्वारा सीएम की गाड़ी को भी रोकने का प्रयास किया जा रहा था। इससे स्पष्ट प्रतीत हो रहा था कि भीड़ के द्वारा पूर्व सुनियोजित योजना के साथ सीएम के साथ किसी अप्रिय घटना करने का प्रयास किया जा रहा था।
भीड़ के द्वारा रोड के दोनों ओर जाम कर दिया गया। भीड़ द्वारा सड़क पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए लगाये गयेबैरिकेडिंग तोड़फोड़ किया जाने लगा। आक्रोशित भीड़ के द्वारा लाखों की सरकारी संपत्ति और कई लोगों की निजी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान किया गया है। आक्रोशित भीड़ के द्वारा सड़क पार करने वाले लोगों के साथ भी मारपीट की जाने लगी।आने जाने वाली कार और गाड़ियों को भी तोड़फोड़ किया जाने लगा। इससे आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था।
युवती की सिर कटी बॉडी हुआ था बरामद
ओरमांझी पुलिस स्टेशन एरिया जीराबार गांव के पास स्थित जंगल से रविवार को एक युवती की सिर कटी बॉडी बरामद की गयी थी। युवती के शरीर पर कपड़े नहीं थे। रांची पुलिस ने युवती की पहचान और अपराधियों की जानकारी देने वाले 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की गयी है।
DGP ने पुलिस अफसरों की लगाई क्लास
राजधानी रांची के किशोरगंज में सीएम के काफिले को रोकने की कोशिश मामले में दो थानेदारों को सस्पेंड किये जाने के बाद पुलिस रेस हो गयी है। डीजीपी एमवी राव ने बुधवार को रांची एसएसपी ऑफिस में एसएसपी सिटी, एसपी रूरल समेत टाउन के डीएसपी और थानेदारों के साथ समीक्षा बैठक की।पुलिस अफसरों को व्यावस्था में सुधार व सख्ती के लिए लगातार निर्देश भी दिए जा रहे हैं। डीजीपी एमवी राव ने बुधवार सुबह रांची एसएसपी ऑफिस में जिले के सभी थानेदारों, डीएसपी, एसएसपी, एसपी सिटी, ग्रामीण एसपी व यातायात एसपी के साथ राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक की। बैठक में डीजीपी ने रांची के एसएसपी को सुखदेवनगर व कोतवाली के थानेदार को निलंबित करना का निर्देश दिया।
डीजीपी ने थानेदारों को स्पष्ट तौर पर चेतावनी दी है कि जो सही तरीके से काम नहीं कर सकते हैं, वे नौकरी छोड़ दें। उन्होंने कहा कि पुलिस की नौकरी में ढुलमुल रवैया नहीं चलता है। सोमवार की घटना पुलिस के ढुलमुल रवैया का नतीजा है। यह सुखदेवनगर व कोतवाली थानेदार की लापरवाही है। किशोरगंज चौक के पास भीड़ जुट गई और उन्हें पता तक नहीं चल सका।डीजीपी ने थानेदारों को स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस अधिकारी कानून के दायरे में रहकर सख्ती के साथ बल का प्रयोग करें। डंडा चलाने से भी हिचके नहीं। अक्सर ऐसा देखा गया है कि उपद्रवी सड़क पर हंगामा करते हैं और पुलिस कार्रवाई करने के बजाय उन्हें समझाने में लगी रहती है। ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटना होगा। उपद्रवी को छोडऩे व कानूनी कार्रवाई नहीं करने की सिफारिश भी आए तो उसे नहीं सुनना है और कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी है।
पुलिस अफसरों व कर्मियों के वर्क की होगी रिव्यू
डीजीपी ने कहा कि सभी पुलिस अफसरों के वर्क के रिव्यू के लिए एक कमेटी गठित होगी। जिन पुलिस अफसरों ने एक पुलिस स्टेशन में तीन साल का समय पूरा कर लिया है, उन्हें ट्रांसफर किया जायेगा। आरोपित अफसर-कर्मी भी हटाये जायेंगे। रांची जिले में वीवीआइपी-वीआइपी मूवमेंट को देखते हुए पुलिस बल की कमी को दूर किया जायेगा। कई थानों में पुलिस की कमी है, उसे दूर किया जायेगा।
थानेदार एरिया में रहें मुस्तैद, कोताही बर्दाश्त नहीं
डीजीपी ने थानेदारों को निर्देश दिया है कि वे स्वयं अपने क्षेत्र में पूरी तरह से मुस्तैद रहें। कोताही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जायेगी। लॉ एंड ऑर्डर से संबंधित कोई भी परेशानी सामने आने पर संबंधित क्षेत्र के थानेदार सीधे तौर पर जवाबदेह होंगे।