Ranchi Land Scam Case: हेमंत सोरेन केस में ED ने मोहम्मद सद्दाम को किया अरेस्ट, जाली कागजात बनाने में था एक्टिव
झारखंड की राजधानी रांची में एक्स हेमंत सोरेन से संबंधित जमीन घोटाला केस में ईडी ने अब बरियातू के मोहम्मद सद्दाम को भी अरेस्ट कर लिया है। ईडी ने प्रोडक्शन लेने के बाद मोहम्मद सद्दाम को PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के स्पेशल कोर्ट मे पेश कर सात दिनों की रिमाड मांगा। कोर्ट सद्दाम को चार दिनो की ईडी रिमांड पर देने का आदेश दिया है।
- कोर्ट ने चार दिनों को ईडी रिमांड पर भेजा
- आर्मी के उपयोग वाली 4.55 एकड़ जमीन व चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन के मूल दस्तावेज में हेराफेरी के आरोप में पहले से जेल में है बंद
- सदर पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR मामले में एक्स सीएम हेमंत सोरेन, पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के बाद मोहम्मद सद्दाम के रूप की तीसरी गिरफ्तारी
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में एक्स हेमंत सोरेन से संबंधित जमीन घोटाला केस में ईडी ने अब बरियातू के मोहम्मद सद्दाम को भी अरेस्ट कर लिया है। ईडी ने प्रोडक्शन लेने के बाद मोहम्मद सद्दाम को PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के स्पेशल कोर्ट मे पेश कर सात दिनों की रिमाड मांगा। कोर्ट सद्दाम को चार दिनो की ईडी रिमांड पर देने का आदेश दिया।
यह भी पढ़ें:Jharkhand:कांग्रेस MLA अंबा प्रसाद का वीडियो सॉन्ग रिलीज, सरहुल पर आधारित है नया गाना
ईडी अब सद्दाम से हेमंत सोरेन से जुड़े बड़गाई अंचल के 8.5 एकड़ जमीन घोटाला में 12 अप्रैल तक पूछताछ करेगी। ईडी ने पहले आर्मी के उपयोग वाली 4.55 एकड़ व चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन का जाली दस्तावेज बनाने के मामले में पिछले वर्ष अरेस्ट कर जेल था। अभी वह बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार में बंद है। ईडी ने बड़गाई अंचल के 8.5 एकड़ जमीन घोटाला में पिछले दिनों एक्स सीएम हेमत सोरेन, पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, आर्किटेक्ट बिनोद सिंह, हिलेरिसय कच्चप व राजकुमार पाहन के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है। मो. सद्दाम ED के कांड संख्या 5/2023 और 1/2023 में भी आरोपी है।वह जमीन का जाली दस्तावेज बनाने में एक अन्य आरोपित अफसर अली के साथ एक्टिव था।
ED ने बरामद किये थे लगभग तीन दर्जन से ज्यादा डीड
ED ने सद्दाम के पास से एजेंसी ने लगभग तीन दर्जन से ज्यादा डीड बरामद किये थे जो अलग अलग भूमि से जुड़े हैं। रांची लैंड स्कैम की अब तक की जांच में ईडी अमित अग्रवाल, दिलीप घोष ,रांची के एक्स डीसी छवि रंजन, बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, कथित रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान को अरेस्ट कर चुकी है। सभी आरोपी फिलहाल ज्यूडिशियल कस्टडी में बिरास मुंडा सेंट्रल जेल होटवार में बंद है।
कथित जमीन घोटाले में ईडी ने एक्स सीएम हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। ईडी ने विगत 30 मार्च को एक्स सीएम हेमंत सोरेन पर दाखिल चार्जशीट में बताया है कि 13 अप्रैल, 2023 को ईडी ने भानु प्रताप प्रसाद व अन्य के ठिकानों पर रेड की थी। इस रेड में मोहम्मद सद्दाम हुसैन, इम्तियाज अहमद व अन्य के ठिकानों से हस्त लिखित डायरी मिले थे। उक्त डायरी में भानु प्रताप प्रसाद को कैश पेमेंट से संबंधित बातों का भी उल्लेख था। यह भी लिखा हुआ था कि कैश पेमेंट बड़गाईं अंचल के गाड़ी मौजा की 4.83 एकड़ जमीन से संबंधित दो जाली डीड बनाने के लिए रुपयों का लेन-देन भी हुआ था। इनमें एक डीड 1940 का दूसरा 1947 का बनाया गया था। डायरी के उक्त पेज में लगभग 20 लाख रुपये के लेन-देन का खुलासा हुआ था। इनमें दो लाख रुपये भानु प्रताप प्रसाद को ट्रांसफर हुआ था।
इसलिए मोहम्मद सद्दाम की अरेस्टिंग
बरियातू रोड की 8.86 एकड़ जमीन को हड़पने की कोशिश के मामले में ही एक्स सीएम हेमंत सोरेन की अरेस्टिंग हुई है। मोहम्मद सद्दाम पर आरोप है कि उसने बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के कहने पर एक्स सीएम हेमंत सोरेन के पक्ष में उक्त विवादित 8.86 एकड़ जमीन के कागजात में हेराफेरी करने की कोशिश कर रहा था। उक्त जमीन की प्रकृति बदलने से लेकर हेमंत सोरेन व उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम मूल दस्तावेज में गलत तरीके से चढ़ाने, पुराने रैयतों का नाम मिटाने की तैयारी में था। इसकी तैयारी पूरी हो चुकी थी। इससे पहले ईडी को भनक लग गई और पूरा मामला खुल गया। ईडी ने आर्मी के उपयोग वाली 4.55 एकड़ जमीन की गलत तरीके से खरीद-बिक्री मामले में 14 अप्रैल 2023 को अरेस्ट किया था।उस वक्त गिरफ्तार आरोपितों में कारोबारी प्रदीप बागची, बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान उर्फ सन्नी, फैयाज खान व मोहम्मद सद्दाम शामिल थे। ईडी को उस वक्त छापेमारी में भानु प्रताप प्रसाद के निजी आवास से 11 ट्रंक में भरे जमीन के मूल दस्तावेज मिले थे, जिसमें हेराफेरी का खुलासा हुआ था। ये दस्तावेज सरकारी दफ्तर में रखे जाते हैं, जो उनके निजी आवास से मिले थे। इन्हीं दस्तावेजों में बरियातू रोड की 8.86 एकड़ जमीन से संबंधित दस्तावेज भी थे, जिसमें एक्स हेमंत सोरेन का मामला पकड़ा गया और वे अरेस्ट किये गये।
हेमंत सोरेन सहित पांच अन्य के खिलाफ 30 मार्च दाखिल किया था चार्जशीट
भूमि घोटाला मामले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच पूरी करते हुए एक्स सीएम हेमंत सोरेन सहित पांच अन्य के खिलाफ 30 मार्च चार्जशीट दाखिल किया था। इसी पर ईडी कोर्ट में संज्ञान लिया है। कोर्ट ने मामले में आर्किटेक्ट विनोद सिंह, रामकुमार पाहन और हिलेरियस कश्यप को समन जारी किया है। फिलहाल इस मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन जेल में बंद है।इसी पर कोर्ट संज्ञान लेते हुए समन जारी किया है। झारखंड के एक्स सीएम हेमंत सोरेन के कथित स्वामित्व वाले 8.86 एकड़ के भूखंड को कुर्क कर लिया है।
ED ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि एक्स सीएम और उनके सहयोगियों के खिलाफ धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले में जांच के तहत यह कार्रवाई की गई है।ED ने 30 मार्च को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन तथा चार अन्य (भानु प्रताप प्रसाद, राजकुमार पहान, हिलारियास कच्छप और विनोद सिंह) के खिलाफ PMLA कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। कोर्ट ने गुरुवार को अभियोजन की इस शिकायत का संज्ञान लिया।
8.86 एकड़ के भूखंड को ED ने किया जब्त
ED ने एक्स सीएम हेमंत सोरेन के कथित स्वामित्व वाले 8.86 एकड़ के भूखंड को कुर्क कर लिया है। ED ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि एक्स सीएम और उनके सहयोगियों के खिलाफ धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले में जांच के तहत यह कार्रवाई की गई है। ED ने कोर्ट8.86 एकड़ के भूखंड को जब्त करने की अनुमति देने का अनुरोध किया था। सोरेन का यह भूखंड रांची में बरियातू रोड पर बारागैन अंचल में है।
भूखंड की कीमत 31,07,02,480 रुपये
ED की चार्जशीट की प्रति के अनुसार 3,50,680 रुपए प्रति डेसीमल की शहरी रिहायशी दर के हिसाब से यह भूखंड 31,07,02,480 रुपये का है। ईडी के अनुसार यह अचल संपत्ति सोरेने के पास 2010-11 से 'कब्जे में' है। इससे पहले ED ने जनवरी में इस मामले में सोरेन से उनके सरकारी निवास पर पूछताछ की थी और फिर उन्हें अरेस्ट कर लिया था। इससे पहले उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। वह फिलहाल ज्यूडिशियल कस्टडी में रांची होटवार की बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में हैं। मनी लॉन्ड्रिंग की यह जांच जमीन 'घोटाले' में झारखंड पुलिस द्वारा दर्ज की गयी FIR पर आधारित है। सरकारी अफशरों समेत कई लोगों पर इस 'घोटाले' का आरोप है।
झारखंड में भू माफिया का गैंग एक्टिव
ईडी ने एक बयान में बताया था कि इस मामले में मुख्य आरोपी झारखंड के राजस्व विभाग के एक्स अफसर एवं सरकारी रिकॉर्ड संरक्षक प्रसाद हैं। जिन्होंने ने अपने पद का 'दुरुपयोग करते हुए' सोरेन समेत कई लोगों को अपराध की कमाई करने तथा जमीन पर अवैध कब्जे, अधिग्रहण जैसी अन्य गतिविधियों को करने में उनकी मदद की। ED ने दावा किया, 'झारखंड में भूमाफिया का एक गैंग एक्टिव है जो रांची में भू-रिकॉर्ड में जालसाजी करता है।' जांच में पाया गया है कि जमीन के स्वामित्व रिकॉर्ड में भी ‘छेड़छाड़’ की गई है ताकि कथित भूमाफिया को फायदा मिले तथा उस जाली भू-रिकॉर्ड के आधार पर ऐसे भूखंडों को अन्य व्यक्तियों को बेचा जा सके। ED ने कहा, 'स्वामित्व के असली भू-रिकॉर्ड के साथ या तो छेड़छाड़ की गई या उन्हें छिपा दिया गया ताकि ऐसी संपत्तियों का अवैध अधिग्रहण, उन पर कब्जा और उनका इस्तेमाल किया जा सके।'
हेमंत सोरेन ही करते थे BMW कार का उपयोग
ईडी की स्पेशल कोर्टमें दाखिल चार्जशीट में ईडी ने एक्स सीएम हेमंत सोरेन का बयान भी लगाया है। ईडी ने कोर्ट को बताया है कि 31 जनवरी को अरेस्ट करने के बाद हेमंत सोरेन से ईडी ने लंबी पूछताछ की है। हेमंत सोरेन ने बरियातू की विवादित 8.86 एकड़ जमीन, बरामद दस्तावेज, राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद से खुद को अनभिज्ञ बताया। उन्होंने यह भी बताया कि न तो जमीन उनकी है, न ही दस्तावेज के बारे में वो जानते हैं और न हीं भानु प्रताप प्रसाद से उनका कोई संपर्क है।हालांकि, पूछताछ में उन्होंने यह स्वीकार कर लिया कि दिल्ली स्थित शांति निकेतन से 28 जनवरी की रात अपनी ब्लू रंग की बीएमडब्ल्यू कार से निकले थे। उक्त कार हरियाणा में रजिस्टर्ड है, जिसे अगले दिन 29 जनवरी को रेड के दौरान ईडी ने जब्त किया था।
ईडी की पूछताछ में हेमंत सोरेन ने अपने बयान में यह भी स्वीकार किया कि उक्त बीएमडब्ल्यू कार का संचालन वे करते थे। छानबीन में यह भी खुलासा हुआ कि उक्त बीएमडब्ल्यू कार को खरीदने के लिए बर्ड ऑटोमोटिव नामक शोरूम में हेमंत सोरेन स्वयं गये थे। उक्त कार मेसर्स भगवान दास होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर खरीदी गई थी। कार का ड्राइवर झारखंड भवन नई दिल्ली में कार्यरत है। ड्राइवर ने भी ईडी के सामने स्वीकार किया है कि उक्त बीएमडब्ल्यू कार हेमंत सोरेन की निजी कार है।
31 जनवरी को अरेस्ट हुए थे हेमंत, ईडी ने 30 मार्च को दाखिल किया चार्जशीट
बरियातू की 8.86 एकड़ हड़पने की कोशिश मामले में ईडी ने एक्स सीएम हेमंत सोरेन 31 जनवरी को अरेस्ट किया था। उसी दिन एक घंटे के भीतर उन्होंने झारखंड के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। ईडी ने 30 मार्च को एक्स सीएम हेमंत सोरेन, उनके दोस्त सह आर्किटेक्ट विनोद कुमार सिंह, बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, राजकुमार पाहन व हिलेरियस कच्छप के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल किया था। ईडी ने चार अप्रैल को उक्त चार्जशीट पर संज्ञान ले लिया है। ईडी ने उक्त विवादित जमीन को अस्थाई तौर पर जब्त भी किया है, जिसकी कीमत लगभग 31 करोड़ रुपये है।