बिहार:रघुवंश प्रसाद सिंह का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा, CM नीतीश ने दी श्रद्धांजलि, कहा- रघुवंश बाबू के अंतिम समय की इच्छा पूरी करेंगे
एक्स सेंट्रल मिनिस्टर रघुवंश प्रसाद सिंह का पार्थिव शरीर दिल्लीज AIIMS से रविावर की देर शाम पटना लाया गया। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कांर सोमवार को वैशाली में किया जायेगा।
- राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कांर आज वैशाली में
पटना। एक्स सेंट्रल मिनिस्टर रघुवंश प्रसाद सिंह का पार्थिव शरीर दिल्लीज AIIMS से रविावर की देर शाम पटना लाया गया। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कांर सोमवार को वैशाली महानार हसनपुर गंगा घाट पर किया जायेगा।
74 साल के रघुवंश प्रसाद सिंह का रविवार को एम्स में निधन हो गया। दो दिनों पहले उनकी हालत बिगड़ गई थी। सांस लेने में परेशानी होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। इसके पहले कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनका पटना के एम्स में इलाज किया गया था। कुछ ठीक होने के बाद उन्हें पोस्ट कोविड मर्ज के इलाज के लिए दिल्ली एम्स ले जाया गया था।रघुवंश प्रसाद सिंह का पार्थिव शरीर रविवार की शाम में पटना लाया गया, जहां से विधानसभा ले जाया गया। वहां सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यकमंत्री सुशील मोदी, स्पी कर विजय चौधरी तथा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वीक यादव ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को पटना के कौटिल्य नगर स्थित आवास पर रखा गया है। वहां से उन्हेंज सोमवार की सुबह नौ बजे वैशाली के महनार ले जाया जायेगा, जहां राजकीय सम्मावन के साथ अंतिम संस्कानर किया जाएगा।
रघुवंश बाबू के अंतिम समय की इच्छा पूरी करेंगे:नीतीश
सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह के अंतिम समय की इच्छा हमलोग पूरी करेंगे। अपने अंतिम दिनों में उन्होंने पत्र के माध्यम से कुछ बातें रखी थीं। उसके लिये हमलोगों ने तुरंत सेंट्रल गवर्नमेंट को इसके संबंध में अनुरोध भेजना प्रारंभ कर दिया है। आज भी पीएम ने कहा है कि रघुवंश बाबू ने जो पत्र लिखा है उसके बारे में हमलोग भी मदद करेंगे। उनके के पत्र में सेंट्रल से संबंधित मामलों को शीघ्र ही केन्द्र सरकार को समुचित कार्रवाई के लिए भेजा जायेगा।
नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रघुवंश बाबू का एक अनुरोध सिंचाई विभाग से संबंधित है, इस संबंध में जल संसाधन मंत्री को निर्देश दिया गया है कि वे शीघ्र कार्रवाई करें। मनरेगा से संबंधित उनके अनुरोध को भी केन्द्र सरकार को भेजा जायेगा, ताकि वहां इस पर विचार कर समुचित कार्रवाई की जा सके। उनके नाम पर उनके गांव में सड़क का निर्माण किया जायेगा। उनकी स्मृति को सहेजने के लिये जो कुछ भी संभव होगा, वह किया जायेगा।
सीएम ने 11 को दिया था रघुवंश प्रसाद सिंह के पत्र का जवाब
सीएम नीतीश कुमार ने 11 सितंबर को रघुवंश प्रसाद सिंह के पत्र का जवाब उन्हें भेजा था। सीएम ने अपने पत्र कहा था कि स्टेट गवर्नमेंट द्वारा भगवान बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालाय सह स्मृति स्तूप की योजना क्रियान्वित की जा रही है। लगभग तीन सौ करोड़ की लागत से बनने वाले इस संग्रहालय के पूर्ण होने पर भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवलशेष को गरिमापूर्ण तरीके से वैशाली में ही प्रदर्शित किया जायेगा। सीएम ने लिखा है कि भगवान बुद्ध के काबुल संग्रहालय, अफगानिस्तान में रखे पवित्र भिक्षा-पात्र को वैशाली वापस लाने के लिए कार्रवाई करने के अनुरोध से संबंधित आपका पत्र दस सितंबर को प्राप्त हुआ। पूर्व में भी आपने वैशाली के मिट्टी स्तूप (मड स्तूपा) से 1950 के दशक में उत्खनन के दौरान मिले भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेष, जो अभी पटना संग्रहालय में प्रदर्शित है, को वैशाली में रखने का अनुरोध किया था।