यूपी: IAS सौम्या पांडेय का ट्रांसफर, गाजियाबाद से कानपुर भेजी गयी, नन्हीं बेटी को गोद में लेकर ऑफिस आने पर हुई फेमस
यूपी गवर्नमेंट ने दो आईएएस अफसरों का ट्रांसफर किया गया है। सीडीओ कानपुर देहात जोगिंदर सिंह को बरेली विकास प्रधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है। सौम्या पांडेय ज्वांइट मजिस्ट्रेट गाजियाबद का सीडीओ कानपुर देहात बनाया गया है।
लखनऊ। यूपी गवर्नमेंट ने दो आईएएस अफसरों का ट्रांसफर किया गया है। सीडीओ कानपुर देहात जोगिंदर सिंह को बरेली विकास प्रधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है। सौम्या पांडेय ज्वांइट मजिस्ट्रेट गाजियाबद का सीडीओ कानपुर देहात बनाया गया है। सौम्या पांडेय अपनी डिलेवरी के एक पखवारे बाद ही ड्यूटी ज्वान कर ली थी। वह अपनी नन्ही सी बेटी को गोद में लेकर काम निबटारा करती थी। उनकी यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।
सौम्या ने मां बनने के 14 दिन बाद एसडीएस मोदीनगर का चार्ज लिया
यूपीएसपी एग्जाम में वर्ष 2016 में पहले प्रयास में ही वह देशभर में चौथी रैंक लायी थी। यूपी कैडर मिलने पर ट्रेनिंग के बाद सौम्या को एसडीएम मोदीनगर के रूप में तैनात किया। 17 सितंबर को मां बनने वाली सौम्या कोरोना काल में मात्र 14 दिन बाद कामकाज संभाल लिया था। वह अपनी दुधमुंही बच्ची को गोद में लेकर ऑफिस में फाइलें निपटाती थी। सौम्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उनके इस क़दम से उनकी देशभर में प्रशंसा हो रही है। सौम्या ने अपनी डिलेवरी के लिए आठ सितंबर को लीव लिया था। सरकारी नियम के अनुसार उन्हें अधिकतम नौ महीने की मातृत्व अवकाश मिल सकता है। सौम्या ने 17 सितंबर को डिलेवरी के 14 दिन बाद एक अक्तूबर को फिर से ड्यूटी ज्वान कर लिया। प्रयागराज हाशिमपुर मोहल्ले की रहने वाली सौम्या पांडेय आर्ट आफ लिविंग फैमिली की मेंबर रही हैं। उनकी शादी आईएएस अधिकारी नितिन गौर से हुई है।2017 बैच की ट्रेनिंग के बाद उनकी पहली नियुक्ति मोदीनगर एसडीएम के पद पर हुई। मार्च 2020 को सौम्या को ग़ाज़ियाबाद में बतौर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की ज़िम्मेदारी दी गयी। उन्हें जिले का कोविड मॉनिटरिंग सेल का प्रभारी बनाया गया।इस दौरान वह डीएम के अलावा अन्य अफसरों से क्वार्डिनेशन करने की ज़िम्मेदारी सौम्या बख़ूबी निभाई।
चर्चा में आयी महिला आइएएस अफसर में है कई खूबियां
प्रयागराज की रहने वाली 2017 बैट की आइएएस अफसर सौम्या पांडेय लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशिक्षण अकादमी (मसूरी, उत्तराखंड) की गोल्ड मेडलिस्ट हैं। सौम्या को पीएम नरेंद्र मोदी के सामने प्रजेंटेशन देने का अवसर भी मिल चुका है। डिफेंस मिनिस्टरी में असिस्टेंट सेकरेटरी के रूप में तीन माह की तैनाती के दौरान किये गये विशेष कार्यों के लिए डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह भी सौम्या पांडेय को पुरस्कृत कर चुके हैं।
कैंप ऑफिस में बेटी रहती है साथ
कैंप ऑफिस में काम के दौरान उनकी बेटी हमेशा उनके साथ ही होती है। इससे पहले सौम्या ने डिलीवरी के समय आठ से 30 सितंबर तक मात्र 23 दिन की छुट्टी ली थी। उन्होंने 17 सितंबर को सिजेरियन सर्जरी से बेटी को जन्म दिया ।इसके बाद एक अक्टूबर को डीएम के आदेश पर दोबारा से मोदीनगर एसडीएम का प्रभार संभाल लिया। सौम्या कहती हैं कि वह एक मां होने के साथ-साथ अफसर भी हैं। इसी सोच के साथ दोनों जिम्मेदारी निभा रही हैं। जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है। व्यक्ति चाहे तो सब कुछ कर सकता है। बशर्ते उसे अपने जीवन के समय के सदुपयोग के महत्व को समझना होगा।
कथक नृत्य में महारथ
सौम्या प्रयाग संगीत समिति प्रयागराज से भरतनाट्यम व कथक की सीनियर डिप्लोमाधारक हैं। पंडित बिरजू महराज की शिष्या उर्मिला शर्मा से उन्होंने कथक सीखा है। सौम्या बचपन में फिल्म अभिनेत्री हेमामालिनी के नृत्य को बार-बार देखती थीं। सौम्या को कथक मेंकई पुरस्कार भी मिल चुके। इलाहाबाद जार्ज टाउन की मूल निवासी सौम्या ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां डॉ. साधना पांडेय और पिता डॉ. आरके पांडेय को दिया। सौम्या को कथक के साथ ही भरतनाट्यम व मणिपुरी नृत्य की भी पूरी समझ है। इलाहाबाद संग्रहालय से इन्हें कई प्रशस्ति पत्र मिले हैं। वह स्कूल और जिला स्तर पर बास्केटबाल की कैप्टन रह चुकी हैं। सौम्या पांडेय का कहना है कि उन्होंने 2 वर्ष तक गुरु संजय ढींगरा से शिक्षा ली। इसके बाद बिरजू महाराज की शिष्या उर्मिला शर्मा से कथक सीखना शुरू कर दिया। प्रयाग संगीत समिति की ओर से संचालित अखिल भारतीय प्रतियोगिता, यूपी संगीत नाट्य अकादमी, राष्ट्रीय बालश्री में कई पुरस्कार मिले हैं। लाल बहादुर शास्त्रीय अकादमी के नृत्य प्रतियोगिता 2018 में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया है। युवा बास्केटबाल प्लेयर का भी खिताब जीत चुकी हैं। एनसीसी कैडेट के रूप में बी सार्टिफिकेट भी मिल चुका है। सीबीएससी बोर्ड से हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण किया। एनआईआईटी इलाहाबाद से बीटेक की डिग्री हासिल की हैं