यूपी: गोरखपुर में अपहृत स्टूडेंट की मर्डर, क्रिमिनलों ने मांगी थी एक करोड़ की फिरौती
यूपी के गोरखपुर में एक करोड़ रुपये की फिरौती के लिए पांचवीं में पढ़ने वाले स्टूडेंट बलराम की किडनैपर ने मर्डर कर दी है। पुलिस ने किडनैपिंग मामले में संदेह के आधार पर कस्टडी में लिये गये दो युवकों की निशानदेही पर किराना दुकानदार के बेटे बलराम की बॉडी सोमवार की शाम जंगल के किनारे एक बोरे से बरामद किया।
- किडनैपर ने एक करोड़ फिरौती लिए तीन बार किया फोन
- दुकानदार चलाने वाले पिता को लगा मजाक
लखनऊ। यूपी के गोरखपुर में एक करोड़ रुपये की फिरौती के लिए पांचवीं में पढ़ने वाले स्टूडेंट बलराम की किडनैपर ने मर्डर कर दी है। पुलिस ने किडनैपिंग मामले में संदेह के आधार पर कस्टडी में लिये गये दो युवकों की निशानदेही पर किराना दुकानदार महाजन गुप्ता के बेटे बलराम की बॉडी सोमवार की शाम जंगल के किनारे एक बोरे से बरामद किया गया।
फोन करने वालों ने एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी तो घर वालों ने समझी थी शरारत
किडनैप करने के बाद बलराम के घर वालों के पास रविवार को अलग-अलग समय पर तीन फोन कॉल आई। फोन करने वालों ने एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। पहले तो घर वालों ने इसे किसी की शरारत समझी लेकिन देर शाम तक बच्चे का कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी।गोरखपुर के पिपराइच पुलिस स्टेशन एरिया के जंगल छत्रधारी मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्ता घर में ही किराना की दुकान चलाते हैं। वह जमीन के कारोबार से जुड़े हैं। महाजन का बेटा पांचवीं क्लास का स्टूडेंट बलराम रविवार की दोपहर में 12 बजे घर से खेलने जाने को कहकर बाहर निकला था। इसके बाद उसका किडनैप हो गया। बलराम के घर वालों के पास रविवार को अलग-अलग समय पर तीन फोन कॉल आई। फोन करने वालों ने एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। पहले तो महाजन ने इसे किसी की शरारत समझी लेकिन देर शाम तक बच्चे का कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। किडनैपर की ओर से एक करोड़ रुपये फिरौती मांगे जाने की सूचना के बाद एसएसपी ने इस मामले में एसटीएफ और क्राइम ब्रांच को लगाया।
संदेह के आधार पकड़ाये लोगों ने ही खोला राज
एसटीएफ व क्राइम ब्रांच के साथ ही पिपराइच पुलिस टीमों ने संदेह के आधार जंगल धूसड़ इलाके से एक मुर्गा कारोबारी, मोबाइल सिम बेचने वाले एक दुकानदार और एक प्रॉपर्टी डीलर को कस्टडी में ले लिया। पुलिस इनलोगों से कड़ाई से पूछताछ शुरू की। बलराम के घर पर रविवार की ही रात नौ बजे किडनैपर की एक और कॉल आयी थी। किडनैपर ने कहा था कि कुछ भी रकम मिल जाए तो वे बच्चे को मुक्त कर देंगे। महाजन गुप्ता ने बेटे को मुक्त करने के एवज में 20 लाख रुपये तक की फिरौती देने को तैयार थे। पुलिस ने कस्टडी में लिये गये लोगों पूछताछ की तो सोमवार की दोपहर उनमें से दो टूट गये। दोनों पुलिस को बताया कि बच्चे की मर्डर कर दी गई है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने जंगल तिनकोनिया में नाले के किनारे बोरे में भरकर फेंकी गई बॉडी बरामद कर ली। एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि किडनैपर ने बच्चे की मर्डर कर दी। दो किडनैपर पकड़े गये हैं, जिनकी निशानदेही पर बच्चे की बॉडी बरामद की गई है। गला दबाकर मर्डर करने के बाद बॉडी एक बोरे में ठूंस दी गई थी। किडनैपर गैंग का पता चल गया है। सभी लोकल बदमाश स्थानीय हैं। उनका कोई पहले का क्रिमिनल रिकार्ड नहीं है।