यूपी: कानपुर में दो सगी बहनों से ‘लव जिहाद’ धर्म परिवर्तन करा किया निकाह, दो अरेस्ट
सआइटी ने कानपुर में लव जिहाद के मामलों की जांच शुरू कर दी है। एसआईटी ने टाउन एरिया के सभी पुलिस स्टेशन से धर्म परिवर्तन कर निकाह करने वाले मामलों की डीटेल मांगी है।
- पनकी पुलिस ने मोहसिन खान और आमिर को अरेस्ट किया
- मोहसिन ने शुभ नाम से की युवती से दोस्ती, फिर धर्मांतरण का प्रेशर
- एसआइटी ने लव जिहाद मामलों की जांच शुरु की
- शहर के थानों से धर्म परिवर्तन कर निकाह करने वाले मामलों की मांगी डीटेल
लखनऊ। एसआइटी ने कानपुर में लव जिहाद के मामलों की जांच शुरू कर दी है। एसआईटी ने टाउन एरिया के सभी पुलिस स्टेशन से धर्म परिवर्तन कर निकाह करने वाले मामलों की डीटेल मांगी है।
दूसरी ओ पनकी पुलिस ने मोहसिन खान और आमिर को अरेस्ट किया है। दोनों को जेल भेज दिया गया है। मोहसिन और आमिर ने दो सगी बहनों से अपनी धार्मिक पहचान बनाकर दोस्ती करने बाद जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिए मारपीट की थी। मोहसिन ने बड़ी बहन का जबरन धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर लिया था। वहीं, छोटी बहन मोहसीन और आमिर के चंगुल से भाग निकली थी और परिवारवालों को मामले की जानकारी दी थी।
पनकी पुलिस स्टेशन एरिया के रतनपुर में रहने वाले डाककर्मी की दोनों बेटिया लव जिहाद का शिकार हो गईं। डाककर्मी की छोटी बेटी ने बताया है कि जूही लाल कॉलोनी में रहने वाले मोहसिन खान ने शुभ नाम बताकर दोस्ती की थी। जब हम लोग स्कूल जाते थे तो मोहसिन पीछा करता था। बड़ी बहन से दोस्ती करने के बाद मोहसिन अपने रिश्तेदार आमिर को साथ लेकर आया था और धार्मिक पहचान छिपाते हुए हिंदू नाम बताकर मेरी दोस्ती उससे कराई थी। बहुत ही जल्द हमारी दोस्ती प्यार में बदल में गई थी।
घर जाने पर धार्मिक पहचान हुई
पीड़िता का कहना है कि 'हम दोनों बहनें मोहसिन के घर गये थे तब इस बात की जानकारी हुई थी कि दोनों लड़के मुस्लिम हैं। मोहसिन और आमिर हमें लेकर कौशांबी एक दोस्त के घर ले गये थे। इसके बाद मोहसिन और आमिर जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिए मारपीट की थी। मैं किसी तरह से उनके चंगुल से भाग निकली और कोखराज पुलिस स्टेशन पहुंचकर पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। मामले में पुलिस ने हमारी मदद की थी।
पुलिस पर भी गंभीर आरोप
आरोप है कि पीड़ित परिवार पनकी पुलिस स्टेशन का कई हफ्ते तक चक्कर लगाता रहा लेकिन उनकी FIR दर्ज नहीं की जा रही थी। मामला सीनीयर पुलिस अफसर कर पहुंचा। अफसरों की फटकार के बाद पनकी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गयी। इसके बाद पुलिस पीड़ित परिवार को ही प्रताड़ित करने लगी। तत्कालीन थाना प्रभारी शैलेंद्र कुमार ने पीड़िता और उसके परिवार को आधी रात को पुलिस स्टेशन में पूछताछ करने के लिए बुलाया था।
कंपलेन करने के बावजूद पुलिस नहीं करती थी एक्शन
शालिनी यादव की फैमिली समेत पांच लड़कियों के परिवारवालों ने 24 अगस्त को कानपुर रेज के आइजी से मिलकर अपनी-अपनी पीड़ा सुनाई थी। परिवारवालों ने आरोप लगाया था कि लड़कियों का ब्रेनवॉश कर उनका धर्म परिवर्तन कराया गया है। पुलिस लड़कियों को बरामद कर उनका कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराए। शालिनी यादव के अलावा कल्याणपुर में रहने वाली सगी बहनों का मामला प्रकाश में आया था। दोनों सगी बहनों का धर्म परिवर्तन कराने के बाद निकाह किया गया। परिवारवालों की कंपलेन पर लव अफेयर का मामला बताकर कोई कार्रवाई नहीं की थी।
पनकी में सगी बहनों का ऐसा ही मामला
पनकी में रहने वालीं दो सगी बहनों को नाम बदलकर और धार्मिक पहचान छिपाकर लव अफेयर में फंसाया गया था। बाद में उनका धर्म परिवर्तन कराने के बाद निकाह किया गया था। पांचों लड़कियों का ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन कराने वाले लड़के एक ही कॉलोनी के रहने वाले हैं। इन पांचों लड़कियों के परिवारवालों का भी यही आरोप है कि शहर में लव जिहाद गैंग एक्टिव है। यदि टाउन एरिया के मामले से इस तरह के मामलों को खंगाल जांच करने पर बड़े गैंग का खुलासा हो सकता है।
युवती को बंधक बना धर्मांतरण का दबाव
गोविंद नगर में रहने वाली युवती को जाजमऊ में आरिफ नाम के युवक ने लव अफेयर में फंसाकर 15 दिनों तक बंधक बनाकर रखा था। जबरन धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया और इस दौरान उसका शारीरिक शोषण भी किया था। हिंदूवादी संगठन ने लड़की को बचाया था।
एसआईटी कई बिंदुओं पर जांच करेगी
धर्म परिवर्तन कराने में आरोपी कौन से तौर तरीके अपनाते हैं।।
अभी तक के मामलों में आरोपियों ने एक जैसा तरीका अपनाया है।
एसआईटी की नजर में सोशल साइट भी है।
नाम और धार्मिक पहचान छिपाकर आईडी बनाने वालों का इसके पीछे क्या उद्देश्य है।
यदि धर्मांतरण के पीछे कोई संगठित गिरोह है तो क्या इसकी कहीं से फंडिंग भी की जा रही है।