जामताड़ाःइलिगल कोल माइनिंग स्पॉट पर कार्रवाई करने पहुंची ईसीएल सिक्युरिटी टीम पर फायरिंग व पथराव, कई जवान जख्मी
जामताड़ाजिले के नाला पुलिस स्टेशन एरिया के सुल्तानपुर व बेलादंगाल इलाके में इलिगल कोल माइनिंग स्पॉट पर रेड करने पहुंची ईसीएल की सिक्युरटी टीम पर कोल माफिया ने फायरिंग व पत्थरबाजी की है। इस घटना में सिक्युरिटी गार्ड कुछ जवान घायल हो गये हैं। सीआइएसएफ ने तीन तस्करों को गिरफ्तार भी किया है।
- नाला में बड़े पैमाने पर चल रहा है इलिगल कोल कारोबार
- रांची के चौबे जी ने पांडेय जी ने नाम पर की है सेटिंग
- बंगाल वाला लाला ग्रुप का सिंह बना है लीडर
जामताड़ा।जिले के नाला पुलिस स्टेशन एरिया के सुल्तानपुर व बेलादंगाल इलाके में इलिगल कोल माइनिंग स्पॉट पर रेड करने पहुंची ईसीएल की सिक्युरटी टीम पर कोल माफिया ने फायरिंग व पत्थरबाजी की है। इस घटना में सिक्युरिटी गार्ड कुछ जवान घायल हो गये हैं। सीआइएसएफ ने तीन तस्करों को गिरफ्तार भी किया है।
बड़े पैमाने किया जा रहा था इलिगल माइनिंग
बताया जाता है कि इसीएल की बंद कोलियरी कास्ता, पलास्थली में एक-डेढ़ माह से कोल माफिया इलिगल कोल माइनिंग करवा रहे थे। दर्जनों लोग दिन रात माइनिंग में लगे रहते हैं। माइनिंग कर निकाले गये कोयले को मोटरसाइकिल व ट्रेक्टर से नाला इलाके में स्टॉक किया जाता है। यहां से ट्रक में लोड करके अवैध कोयला को बिहार भेज दिया जाता है।कोल माफिया डेली 25-30 ट्रक कोयला बिहार व यूपी के मंडियों में भेज रहे थे.
इलिगल कोल कारोबार के स्पॉट
जामताड़ा जिला के नाला पुलिस स्टेशन एरिया के खड़ीमाटी, पत्थरघट्टा,बड़कुडी,चिचुड़बिल,महेशमुंडा वसुल्तानपुर और बिन्दापाथर के रांगासोला इलाके में इलिगल कोल कारोबार चल रहा है। जेसीबी व पेलोडर से रात में इलिगल कोल की लोडिंग की जाती है। इसके बाद ट्रकों से कोयला देवघर होते हुए बिहार में भेज दिया जाता है।
रांची वाला चौबे जी यहां पांडेय जी बनकर करवा रहे हैं कारोबार,बंगाल के लाला ग्रुप वाला सिंह जी है साथ
जामताड़ा जिले का नाला पुलिस स्टेशन एरिया के कास्ता,पलास्थली समेत इसीएल की बंद कोयला कोलियरी से इलिगल कोल माइनिंग किया जा रहा है। इसके बाद कोयला को मोटरसाइकिल से ढोकर अलग-अलग स्थान पर स्टॉक कर ट्रकों से बाहर भेजा जाता है।
बताया जाता है कि राजधानी रांची वाला चौबे नामक एक विपक्षी दल से जुड़े लीडर पांडेय जी बनकर जमताड़ा में इलिगल कोल कारोबार करवा रहे हैं। पांडेय तो बंगाल के इलिगलकोल कारोबारी लाला ग्रुप के सिंह जी साथ मिल रही है।
चौबे व सिंह का सिंडिकेट इविगल कोल माइनिंग में सैकड़ों मजदूरों को लगा रखा है। ट्रैक्टर की ट्रॉली से कोयला लोड कर चिन्हित जगह पर स्टॉक कराया जाता है। इसके ट्रकों से इलिगल कोल को डिस्को पेपरसे बिहार व यूपी भेजा जाता है। इसमें कोल खरीद से संबंधित इनवॉयस पेपर किसी मुखौटा कंपनी के नाम होता है।कोयला की लोडिंग कहीं होती है और खरीद का पेपर कहीं और का दिखाया जाता है।
पुलिस सेटिंग से चल रहा है कारोबार
जामा एमएलए सीता सोरेन ने पिछले पांच दिसंबर को सीएम हेमंत सोरेन और विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो को ट्वीट कर आरोप लगाया गया था कि नाला विधानसभा क्षेत्र में जामताड़ा एसपी एवं प्रशासन के संरक्षण में अवैध कोयला का व्यापार फल-फूल रहा है। इस ट्वीट के बाद झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर रेस हुआ था।
संथाल परगना रेंज के डीआइजी सुदर्शन मंडल ने आठ दिसंबर को कास्ता,पलास्थली समेत अन्य इलिगल कोल स्पॉट एरिया में रेड कया था। हलांकि इसमें पुलिस को कोई बड़ी सफलता नहीं मिल था। डीएमओ राजाराम प्रसाद और नाला बीडीओ कौशल कुमार ने 13 जनवरी को इविगल कोल डिपो पर रेड किया था।झारखंड पुलिस हेडक्वार्टर की ओर से एक ट्वीट के जवाब में डीआइजी दुमका को इलिगल कारोबार की शिकायत की जांच करने का निर्देश दिया गया था।