झारखंड: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 7.5 किलोग्राम अफीम के साथ पांच को अरेस्ट किया, जेल गये
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने तपुदाना एरिया से 7.5 किलोग्राम अफीम के साथ पांच लोगों को अरेस्ट किया है। पांचों को जेल भेज दिया गया है। ब्यूरो ने अफीम तस्करी के अपने पूरे नेटवर्क का खुलासा किया है। खुलासा हुआ है कि रांची से उत्तर प्रदेश के रास्ते हरियाणा-पंजाब तक झारखंड का अफीम पहुंच रहा है।
- उत्तर प्रदेश के रास्ते हरियाणा-पंजाब जा रहा झारखंड का अफीम
- एनसीबी की रांची जोनल की टीम ने तुपुदाना से माल समेत तस्करों को पकड़ा
रांची। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने तपुदाना एरिया से 7.5 किलोग्राम अफीम के साथ पांच लोगों को अरेस्ट किया है। पांचों को जेल भेज दिया गया है। ब्यूरो ने अफीम तस्करी के अपने पूरे नेटवर्क का खुलासा किया है। इससे पता चला है कि रांची से उत्तर प्रदेश के रास्ते हरियाणा-पंजाब तक झारखंड का अफीम पहुंच रहा है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की रांची टीम ने गुप्त सूचना पर तुपुदाना के हुलहुंडू से एक सितंबर को झारखंड नंबर की एक सेलेरियो कार को पकड़ा था। कार में एक नाबालिग लड़की सहित कुल पांच लोग थे, जिनके पास से साढ़े सात किलोग्राम अफीम बरामद हुआ। इनमें मंगल सिंह मुंडा, अनिल पूर्ति, अरुण दांगी, देवेंद्र राम व एक नाबालिग लड़की शामिल है।दांगी चतरा जिले के इटखोरी का रहने वाला है, जबकि अन्य चार खूंटी के रहने वाले हैं। पूछताछ में आरोपितों ने बताया है कि अफीम खूंटी से हजारीबाग जाता। हजरीबाग से उत्तर प्रदेश पहुंचाया जाता। यूपी से पंजाब-हरियाणा में अफीम की सप्लाई होती रही है।
अफीम तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पटना जोन व रांची सब जोन के अफसर व स्टाफ गंभीरता से जुटे हुए हैं। इस टीम में एनसीबी पटना जोन के डायरेक्टर कुमार मनीष, सुपरिटेंडेंट सुरेश कुमार, इंटेलिजेंस अफसर एम. मीना कुमारी, संजय कुमार ओहदार, सहयोगी सुरजीत कुमार, कृष्ण पाणिग्रही, निकुंजबन चक्रवर्ती, कुश कुमार, संतोष शाही शामिल हैं।
नक्सल प्रभावित एरिया में अफीम का कारोबार
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डिप्टी डायरेक्टर केपीएस मल्होत्रा के अनुसार झारखंड के नक्सल प्रभावित एरिया में अफीम की खेती व इसका कारोबार चल रहा है। घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र जहां पुलिस-प्रशासन की पहुंच नहीं है, वहां अफीम की खेती हो रही है।वहां से तस्करों के माध्यम से अफीम पंजाब-हरियाणा जैसे राज्यों तक पहुंच रहा है।चतरा व खूंटी के जंगलों में अफीम की खेती हुई है। फसल पूरा हो गया। अफीम अब तस्करी के लिए तैयार हो चुका है। यही कारण है कि पिछले एक महीने में आये दिन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो गुप्त सूचना पर रेड कर इसकी बरामदगी कर रहा है। तस्करों को पकड़ा जा रहा है।
ओरमांझी के टॉल प्लाजा के पास 11 अगस्त को हुई थी 14 किलोग्राम अफीम की बरामदगी
एनसीबी की रांची सब जोन की टीम ने 11 अगस्त को ओरमांझी के पुंदाग स्थित टॉल प्लाजा के पास चंडीगढ़ नंबर की स्वीफ्ट डिजायर कार से 14 किलोग्राम अफीम को जब्त किया था। कार का ड्राइवर सह मालिक विनोद कुमार अरेस्ट किया गया था। वह चंडीगढ़ के विकास नगर का रहने वाला था।