उत्तर प्रदेश : लखीमपुर केस में आशीष और लवकुश अरेस्ट, SC की सख्ती के बाद रेस हुई पुलिस
सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद लखीमपुर खीरी बवाल मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस रेस हो गयी है। पुलिस ने बवाल के चार दिनों बाद पुलिस ने आशीष पांडेय और लवकुश राणा नाम के दो लोगों को अरेस्ट कर लिया है। हालांकि अब भी सेंट्रल अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा पुलिस गिरफ्त से दूर है। पुलिस का कहना है कि दो लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है। कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है, उनकी तलाश जारी है।
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद लखीमपुर खीरी बवाल मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस रेस हो गयी है। पुलिस ने बवाल के चार दिनों बाद पुलिस ने आशीष पांडेय और लवकुश राणा नाम के दो लोगों को अरेस्ट कर लिया है। हालांकि अब भी सेंट्रल अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा पुलिस गिरफ्त से दूर है। पुलिस का कहना है कि दो लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है। कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है, उनकी तलाश जारी है।
पश्चिम बंगाल : बीजेपी छोड़ TMC में वापस लौटे सब्यसाची, कहा -जो भी हूं ममता बनर्जी की वजह से
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ही सुबह मामले की सुनवाई करते हुए यूपी सरकार से पूछा था कि अब तक कितने लोगों को इस मामले में अरेस्ट किया गया है। कोर्ट ने यूपी सरकार से इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने शुक्रवार को भी मामले की सुनवाई करने का फैसला लिया है। पुलिस गिरफ्त में आये आशीष पांडेय और लव कुश नामक दो आरोपियों पर उस गाड़ी में सवार रहने का आरोप है जो उस थार जीप के पीछे-पीछे चल रही थी जिसने किसानों को रौद दिया था। किसानों को थार जीप से रौंदे जाने का वीडियो पिछले दो दिन से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
लखनऊ की आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया कि दो लोगों को पकड़ा गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंंने तीन लोगों के बारे में बताया है।आईजी रेंज ने बताया कि लखीमपुर हिंसा के तीन आरोपियों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि मामले में हत्याेरोपी आशीष मिश्रा को भी पूछताछ के लिए समन भेजा जा रहा है। उन्होंंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शाो नहीं जायेगा।
उल्लेखनीय है कि तीन अक्तूबर को लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के गांव में आयोजित दंगल कार्यक्रम में डिप्टीक सीएम केशव मौर्य को बतौर चीफ गेस्ट जाना था। इस सूचना पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान डिप्टीन सीएम के हेलीपैड के पास उन्हेंं काले झंडे दिखाने पहुंचे थे। लेकिन बाद में पता चला कि डिप्टी सीएम किसी अन्य मार्ग से कार्यक्रम स्थल पर जा रहे हैं। इस सूचना पर किसान अपने घरों को वापस लौट रहे थे।
मिनिस्टर के बेटे की गाड़ी ने टक्कर मारी
आरोप है कि वापस लौटते किसानों पर अचानक पीछे से मिनिस्टर के बेटे की गाड़ी ने टक्कर मार दी।थार जीप किसानों को रौंदते हुए निकल गई। इस जीप के पीछे-पीछे एक फार्रच्यूानर गाड़ी भी चल रही थी। किसानों के कुचले जाने से चार किसानों की मौत के बाद उनके साथियों का गुस्साे भड़क गया। वहां जबरदस्त हिंसा शुरू हो गई जिसमें मंत्री की गाड़ी का ड्राइवर, भाजपा कार्यकर्ता समेत चार लोगों की मौत हो गई। पूरे घटनाक्रम के दौरान चार किसान, एक पत्रकार और बीजेपी कार्यकर्ता समेत कुल आठ लोगों की जान गई है। भड़की भीड़ ने मंत्री की गाड़ियों को मौके पर ही आग के हवाले कर दिया था। किसानों का आरोप है कि किसानों को कुचलने वाली गाड़ी को मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा चला रहा था जबकि मंत्री और उनके बेटे आशीष मिश्रा अभी तक अपनी सफाई में यही कह रहे हैं कि वे तो मौके पर थे ही नहीं। मंत्री का कहना है कि उनका बेटा पूरे समय गांव में कार्यक्रम स्थल पर था। उनकी गाड़ियां डिप्टीे सीएम को रिसीव करने जा रही थीं कि रास्तेश में किसानों के नाम पर कुछ अराजक तत्वोंए ने उन पर हमला बोल दिया। किसान मंत्री के हर दावे को नकार रहे हैं।