उत्तर प्रदेश: यमुना नदी में नाव डूबी, 30 लोग लापता, चार के बॉडी मिले, आठ तैरकर बचे
उत्तर प्रदेश के बांदा के मर्का पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत में यमुना नदी की बीच धारा में एक नाव डूब गई। नाव में 30 से अधिक लोग सवार थे। आठ लोग किसी तरह तैरकर निकल आये। एसडीआरफ व पुलिस की ओर से बचाव कार्य जारी है। अब तक चार बॉडी निकाले जा चुके हैं।
- लापता लोगों की खोजबीन के लिए में आपरेशन जारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बांदा के मर्का पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत में यमुना नदी की बीच धारा में एक नाव डूब गई। नाव में 30 से अधिक लोग सवार थे। आठ लोग किसी तरह तैरकर निकल आये। एसडीआरफ व पुलिस की ओर से बचाव कार्य जारी है। अब तक चार बॉडी निकाले जा चुके हैं।
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नदी में लपाता लोगों तलाश में आपरेशन चल रहा है। तैर कर बचे लोगों के अनुसार नाव में सवार अन्य सभी की मौत की आशंका है।एसडीआरएफ की टीमों के साथ स्थानीय गोताखोर लोगों की तलाश में लगाये गये हैं। रक्षाबंधन के कारण बड़ी संख्या में महिलाएं औऱ बच्चे नाव पर सवार थे। सीएम योगी ने भी हादसे का संज्ञान लिया है। योगी ने अधिकारियों लेते हु अफसरों को मौके पर भेजा है।बताया जा रहा है कि मर्का से फतेहपुर, प्रयागराज लोग यमुना नदी पारकर आते-जाते हैं। एकमात्र साधन नाव है। उसमें 30 से 40 सवार लोग एक बार नदी के एक ओर से दूसरी ओर ले जाये जाते हैं। मर्का से नाव में गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे 30 से अधिक लोग सवार होकर फतेहपुर की ओर जा रहे थे। पानी का बहाव तेज होने से नाव बीच मझधार में अनकंट्रोल होकर पलट गई। नाविक समेत आठ लोग तैरकर बाहर आ गया लेकिन बाकी सवार लापता हैं।महिलाएं रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए मायके जा रही थीं। प्रशासन द्वारा नाव में सवार करीब 35 लोगों के लापता होने की बात कह रहा है।
बांदा जिले के मरका घाट से नाव पर सवार होकर लोग यमुना नदी पार करके फतेहपुर के कउहन जरौली के लिए आते-जाते हैं। नाव पर 35-40 लोग लोग सवार होकर यमुना नदी पार कर रहे थे। नाव को मरका निवासी बाबू निषाद पुत्र ननकू चला रहा था।बीच धारा में पहुंचते ही नाव मोड़ने वाली पतवार टूटने से पानी भरना शुरू हो गया। नाव डूबने का खतरा देखकर कुछ तैराक लोग पहले ही नदी में कूद गए। इस बीच पूरी नाव नदी में समा गई और उसपर सवार महिलाएं और बच्चे लहरों में लापता हो गए। घाट पर खड़े लोगों ने नाव को डूबते देखा तो पुलिस को सूचना दी और गोताखोर भी लोगों को बचाने के लिए नदी में उतर गये।
तैरना आने से 28 वर्षीय राजकरन पासवान निवासी असोधर बरूई फतेहपुर और 60 वर्षीय गया प्रसाद निषाद निवासी समगरा बबेरू किसी तरह नदी से बाहर निकल पाए। शाम चार बजे तक 30 वर्षीय माया, 26 वर्षीय पिन्टू, छह वर्षीय महेश, तीन वर्षीय संगीता, 15 वर्षीय जयेंद्र पुत्र प्रेमचंद्र, 15 वर्षीय करन पुत्र रिज्जू, सात वर्षीय आयश कुमार, 48 वर्षीय फुलवा और 50 वर्षीय मुन्ना के डूबने की पुष्टि हुई थी। सूचना पर डीएम, एसपी अन्य अफसर मौके पर पहुंचे हैं।