पश्चिम बंगाल CID की टीम का रांची में एडवोकेट राजीव कुमार के घर व ऑफिस पर रेड
पश्चिम बंगाल के कोलकाता के पार्क सर्कस इलाके में स्थित एक शॉपिंग सेंटर से पिछले रविवार को 50 लाख कैस के साथ अरेस्ट किये गये रांची हाई कोर्ट के एडवोकेट राजीव कुमार घर व ऑफिस पर रेड की गयी है।
कई दस्तावेज जब्त, चार करोड़ मांगने की बात कबूली
कोलकाता पुलिस ने झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट राजीव कुमार के रांची स्थित आवास, ऑफिस और उनके भाई के तुपुदाना स्थित राइस मिल पर गुरुवार को एक साथ रेड की। पुलिस ने सात घंटे तक चली रेड में राजीव कुमार के आवास और ऑफिस से कई दस्तावेज जब्त किये।कोलकाता पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम की रेड शाम चार बजे से शुरू हुई जो रात 11 बजे तक चली। पुलिस ने राजीव के अरगोड़ा इलाके के गौरी शंकर नगर स्थित आवास व ऑफिस से रेड के दौरान एडवोकेट के मोबाइल, आईपैड, बैंक पासबुक और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए। टीम ने घर के सदस्यों को एक जगह बैठा दिया और बारी-बारी से एक-एक कमरे की तलाशी ली। घर में ही बने एडवोकेट के ऑफिस में रखे दस्तावेज को खंगाला गया। इस दौरान घर में मौजूद किसी भी सदस्य को बाहर नहीं निकलने दिया गया। इसके बाद टीम ने मुकदमे से जुड़े दस्तावेज की जांच करने के बाद उन्हें जब्त कर लिया।
तुपुदाना में भाई की राइस मिल पर भी दबिश
कलोकाता क्राइम ब्रांच की टीम अधिवक्ता के छोटे भाई अनीश कुमार के तुपुदाना इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित शाकंभरी राइस मिल पर रेड की है। पुलिस टीम राइस मिल में रखे कंप्यूटर और फाइलों की देर रात तक जांच करती रही। इस दौरान टीम को कई अहम जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि टीम को राइस मिल से ही कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जो एडवोकेट के मुकदमे से जुड़े हैं।शाकंभरी राइस मिल को नौ करोड़ रुपये में अनीश कुमार ने खरीदा था। उस समय आरोप लगा था कि इसमें पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप का पैसा लगा है। इसकी जांच झारखंड सीआइडी ने शुरू की थी।
पूछताछ में एडवोकेट ने चार करोड़ रुपये मांगने की बात कबूली
राजीव कुमार से सीआईडी टीम की पूछताछ में कोलकाता के एक बिजनसमैन से केस मैनेज करने के एवज में चार करोड़ मांगने की बात भी कबूली है। जब्त रकम उसी डील की राशि है। पुलिस ने राजीव के मोबाइल की भी जांच की। इसके डेटा से कई जानकारी मिली है। पुलिस को आशंका है कि एडवोकेट ने और कई अन्य से भी वसूली की होगी। बंगाल पुलिस राजीव कुमार को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। पूछताछ में शामिल अफसर यह पता लगाने की कोशिश में जुटे हैं कि राजीव कुमार किन-किन लोगों के संपर्क में थे।