Wrestlers Protest : मेडलों को गंगा में बहायेंगे पहलवान, आर-पार की लड़ाई का एलान
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला खिलाड़ियों यौन उत्पीड़न के आरोपों का विरोध कर रहे पहलवानों ने आर-पार की लड़ाई का एलान किया है। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवान जंतर-मंतर से हटाये जानेके बाद अब लड़ाई और तेज करने की बात कही है। एक बयान जारी कर कहा है कि वह अपने जीते हुए सभी मेडल को गंगा नदी में बहा देंगे।
- अब इंडिया गेट पर करेंगे आमरण अनशन
नई दिल्ली। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला खिलाड़ियों यौन उत्पीड़न के आरोपों का विरोध कर रहे पहलवानों ने आर-पार की लड़ाई का एलान किया है। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवान जंतर-मंतर से हटाये जानेके बाद अब लड़ाई और तेज करने की बात कही है। एक बयान जारी कर कहा है कि वह अपने जीते हुए सभी मेडल को गंगा नदी में बहा देंगे।
यह भी पढ़ें:मुंबई की दो बहनों ने अपनाया वैराग्य जीवन, सांसारिक मोह त्यागा
"We will throw our medals in river Ganga in Haridwar today at 6pm," say #Wrestlers who are protesting against WFI (Wrestling Federation of India) president Brij Bhushan Sharan Singh over sexual harassment allegations pic.twitter.com/Mj7mDsZYDn
— ANI (@ANI) May 30, 2023
पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया कि पहलवान आज शाम छह बजे हरिद्वार जाकर गंगा नदी में अपने मेडल प्रवाहित करेंगे। इसके बाद वो इंडिया गेट पर आमरण अनशन शुरू करेंगे।पहलवानों ने कहा है कि हम अपने मेडल आज शाम छह बजे हरिद्वार में गंगा नदी में बहा देंगे। गंगा मां हैं, जितना पवित्र हम गंगा को मानते हैं, उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया था।'
पहलवानों को जंतर-मंतर से हटाया, एफआईआर दर्ज
नई संसद के बाहर रविवार को बुलाई गई 'महिला महापंचायत' के लिए कूच करने के दौरान जंतर-मंतर पर पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद पुलिस ने पहलवानों और प्रदर्शनाकारियों को कस्टडी में ले लिया था। इसके बाद पुलिस ने जंतर-मंतर पर लगे पहलवानों के तंबू और सामानों को वहां से हटा दिया। एरिया को जबरन खाली करा दिया था। दिल्ली पुलिस नेपहलवानों के विरोध-प्रदर्शन को लेकर पहलवान, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के साथसाथ आयोजकों और उनके समर्थकों के खिलाफ रविवार एफआईआर दर्ज की है। आईपीसी की धाराओं- 188, 186, 353 332, 352,147,149 और धारा 3 के तहत दर्जएफआईआर में इन सभी पर दंगा करने तथा सरकारी कर्मचारियों के काम मेंबाधा डालनेके आरोप लगाये हैं। दिल्ली पुलिस ने 29 मई को जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों को वहां से हटाया दिया है।
लगभग 109 पहलवानों व उनके समर्थकों को हिरासत में लेकर पुलिस ने उन्हें अलग-अलग पुलिस स्टेशन में रखा था। देर शाम सभी को छोड़ दिया। इसके अलावा सभी को हिदायत दी गई कि वे दोबारा जंतर-मंतर पर धरना नहीं देंगे।डीसीपी और दिल्ली पुलिस की सीपीआरओ सुमन नलवा ने कहा था कि 28 मई को प्रदर्शन को लेकर पहलवानों से बातचीत की गई पर उन्होंने कुछ भी सुनने से मना कर दिया है। इसलिए उन्हें हिरासत में लेना पड़ा। अगर ये कहीं और प्रदर्शन करने की इजाजत मांगेंगे तो इजाजत दी जा सकती है, लेकिन अब जंतर-मंतर पर बैठने नहीं दिया जायेगा।
सात महिला पहलवानों का आरोप
सात महिला पहलवानों ने WFI प्रसिडेंट बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। पहलवान उन पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। तीन अप्रैल को बृज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करनेकी मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था। पहलवानों नेबृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये हैं।