बिहार में मिले 11489 नये कोरोना संक्रमित, एक लाख एक हजार 63 सैंपल की जांच

बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण की स्पीड जारी है। स्टेट में पिछले 24 घंटे में 11,489 नए कोरोना संक्रमितों मिले हैं। स्टेट में कुल एक लाख एक हजार 63 सैंपल की जांच की गई है। 

बिहार में मिले 11489 नये कोरोना संक्रमित, एक लाख एक हजार 63 सैंपल की जांच

पटना। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण की स्पीड जारी है। स्टेट में पिछले 24 घंटे में 11,489 नए कोरोना संक्रमितों मिले हैं। स्टेट में कुल एक लाख एक हजार 63 सैंपल की जांच की गई है। 

गया जिले में 945, मुजफ्फरपुर में 602, बेगूसराय में 530, औरंगाबाद में 498, सारण में 441, भागलपुर में 387, पूर्णिया में 354, पश्चिमी चंपारण में 348, नालंदा में 309 नये संक्रमित मिले हैं। अररिया में 146, अरवल में 166, बांका में 60, भोजपुर में 161, बक्सर में 128, दरभंगा में 112, पूर्वी चंपारण में 236, गोपालगंज में 187, जमुई में 108, जहानाबाद में 152, कैमूर में 47 नये कोरोना संक्रमित की पहचान हुई है। कटिहार में 164, खगड़िया में 194, किशनगंज में 76, लखीसराय में 104, मधेपुरा में 179, मधुबनी में 179, मुंगेर में 239, नवादा में 173, रोहतास में 155, सहरसा में 255, समस्तीपुर में 177, शेखपुरा में 151, शिवहर में 49, सीतामढ़ी में 93, सीवान में 285, सुपौल में 216, वैशाली में 197 नये संक्रमितों की पुष्टि हुई है। 

हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेकरेटरी प्रत्यय अमृत ने गुरुवार को बताया कि सेंट्रल गवर्नमेंट ने बिहार के लिए 24,604 रेमडिसिवर का आवंटन किया है। इसे प्राप्त करने के लिए बीएमएसआईसीएल के लेवल पर विभिन्न कंपनियों से बातचीत की जा रही है। उन्होंने बताया कि बिहार ने 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन उपलब्ध कराने की मांग सेंट्रल से की है।उन्होंने कहा कि बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंक की स्थापना और 100 ट्रू नेट मशीन की खरीद का निर्णय लिया गया है। 100 से 500 अस्थायी ऑक्सीजन युक्त बेड्स सभी जिलो में तैयार करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए बीएमएसआईसीएल को अधिकृत किया गया है। हेल्थ सेकरेटरी ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से अनुमंडल स्तर पर बनाये जाने वाले क्वारन्टीन सेंटर के संचालन को लेकर निर्देश दिये गये हैं। इस सेंटर पर अधिकतम चार दिन बाहर से आने वाले रहेंगे। यहां पहले ही दिन उनकी कोरोना जांच की जायेगी। जांच में निगेटिव आने पर उन्हें तत्काल घर भेज दिया जायेगा। जबकि जांच में संक्रमित पाये जाने पर उन्हें आइससोलेशन सेंटर या कोविड केयर सेंटर या डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर पर लक्षण के आधार पर भेजा जायेगा। इन क्वारंटीन सेंटर में मास्क, सेनेटाइजेशन और भोजन की भी व्यवस्था होगी। 
उन्होंने कहा कि एक मई से 18 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों के लिए कैक्सीनेशन को लेकर टीकाकरण सेंटर बढ़ाने सहित अन्य व्यवस्थाओं का आकलन किया जा रहा है। जनगणना के आधार पर राज्य में 18 से 44 वर्ष के करीब पांच करोड़ 57 लाख व्यक्तियों को टीका देने का आकलन किया गया है। टीका की खरीद के लिए भी जल्द निर्णय लिया जायेगा।