देश में एक दिन में रिकॉर्ड 1.07 लाख नये कोरोना संक्रमित मिले, एक्टिव मामले आठ लाख के पार
देश में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर दिनोंदिन के हालात अधिक गंभीर होते जा रहे हैं। देश में पहली बार मंगलवार को एक दिन में रिकॉर्ड 1.07 लाख नये संक्रमित मिले हैं। महामारी से पर डे होने वाली मौतें भी फिर पांच सौ को पार कर गई हैं। देशभर में एक्टिव मामले भी आठ लाख से ज्यादा हो गये हैं।
- तीन दिन के भीतर दूसरी बार एक लाख से ज्यादा मामले मिले
- देश में संक्रमित की संख्या 1.28 करोड़ पहुंची
- सेंट्रल गवर्नमेंट की चेतावनी,बहुत तेजी से फैल रहा कोरोना
- अगले चार हफ्ते बेहद अहम
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर दिनोंदिन के हालात अधिक गंभीर होते जा रहे हैं। देश में पहली बार मंगलवार को एक दिन में रिकॉर्ड 1.07 लाख नये संक्रमित मिले हैं। महामारी से पर डे होने वाली मौतें भी फिर पांच सौ को पार कर गई हैं। देशभर में एक्टिव मामले भी आठ लाख से ज्यादा हो गये हैं।
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर गवर्नमेंट की चेतावानी
सेंट्रल हेल्थ सेकरटेरी राजेश भूषण ने कहा कि देश में कुल कोविड मामलों में से 92 परसेंट पेसेंट रिकवर हो चुके हैं। महाराष्ट्र में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट फरवरी में छह परसेंट हो गई थी। अब यह 24 परसेंट हो गई है जो चिंता का विषय है।कोरोना वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है और महामारी की तीव्रता भी बढ़ी है। इसको देखते हुए अगले चार सप्ताह बेहद अहम रहने वाले हैं। संक्रमण की दूसरी लहर को काबू में करने के लिए आम लोगों की भागीदारी पर भी जोर दिया है। प्रेस कांफ्रेस में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने कहा कि मामले तेजी से बढ़ने से देश में महामारी के हालत और खराब हुए हैं। आबादी का एक बड़ा हिस्सा संक्रमण के प्रति संवेदनशील है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि संक्रमण के प्रसार को काबू में किया जा सकता है। डॉ. पाल ने कहा कि महामारी को रोकने के लिए उससे बचाव के नियमों का पालन करना, निरुद्ध क्षेत्रों की पहचान, जांच आदि को और प्रभावी तरीके से लागू किया जाना चाहिए, चिकित्सा ढांचे में सुधार और टीकाकरण अभियान तेजी से चलाए जाने की जरूरत है।
देश में तीन दिन के अंदर दूसरी बार एक लाख से ज्यादा केस मिले, संक्रमितों की संख्या 1.28 करोड़
देश में तीन दिन के भीतर दूसरी बार एक लाख से ज्यादा मामले पाये गये हैं। रविवार को एक लाख तीन हजार से ज्यादा नये केस मिले थे। सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के लिए मुख्य रूप से लोगों की लापरवाही जिम्मेदार है। लोगों ने कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करना छोड़ दिया है। पब्लिक प्लेस पर न तो लोग मास्क पहन रहे हैं और न ही सोशल डिस्टैंसंग के नियमों का ही पालन कर रहे हैं।विभिन्न स्टेट व यूटी की ओर से मंगलवार की देर रात तक मिले आंकड़ों के अनुसारबीते 24 घंटों के दौरान 1.07 लाख से ज्यादा कोरोना के केस मिले हैं। पिछले साल जनवरी में देश में पहला मामला सामने आने के बाद एक दिन में संक्रमितों की यह सबसे बड़ी संख्या है। कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1.28 करोड़ के करीब पहुंच गया है। अब तक 1.66 लाख लोगों की इस महामारी के चलते जान भी जा चुकी है। 1.17 करोड़ से अधिक मरीज ठीक भी हो चुके हैं। एक्टिव मामलों की संख्या 8.30 लाख से ज्यादा हो गई है। 12 फरवरी को एक्टिव मामलों की संख्या कम होकर 1,35,926 पर आ गई थी।
10 स्टेट में तेजी से बढ़ रहे हैं संक्रमण
महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और दिल्ली समेत देश के लगभग 10 स्टेट व यूटी में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मंगलवार को महाराष्ट्र में 55,469, छत्तीसगढ़ में 9,921, कर्नाटक में 6,150, उत्तर प्रदेश में 5,928, दिल्ली में 5,100, गुजरात में 3,280, पंजाब में 2,924 और राजस्थान में 2,236 नये संक्रमित मिले हैं। छह सौ से ज्यादा लोगों की मौत भी हुई है। इनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 297, पंजाब में 62, छत्तीसगढ़ में 53, कर्नाटक में 39, उत्तर प्रदेश में 30 और दिल्ली में 17 मौतें शामिल हैं।इससे पहले सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों में 96,982 नये मामले सामने आये थे। 466 लोगों की मौत हुई थी।
अब तक 25 करोड़ से अधिक सैंपल की जांच
आइसीएमआर के मुताबिक कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए देश भर में सोमवार को 12,11,612 नमूनों की जांच की गई। अब तक कुल 25.02 करोड़ सैंपल की जांच किया जा चुका है।
छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला एक्टिव केस में शीर्ष दस जिलों में शामिल
सेंट्रल हेल्थ सेकटेरी राजेश भूषण ने कहा कि छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला एक्टिव केस में शीर्ष दस जिलों में शामिल है। जिन दस जिलों में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं उनमें दुर्ग के अलावा महाराष्ट्र के सात जिले -पुणे, मुंबई, ठाणे, नागपुर, नासिक, औरंगाबाद, अहमदनगर शामिल हैं। इसके अलावा कर्नाटक का बेंगलुरु शहर और दिल्ली भी ज्यादा सक्रिय मामले हैं। भूषण ने बताया कि केंद्र ने 50 उच्चस्तरीय जन स्वास्थ्य टीमें गठित की हैं और उनमें से महाराष्ट्र में 30, छत्तीसगढ़ में 11 और पंजाब में नौ टीमें लगाई गई हैं। ये टीमें इन राज्यों में उन जिलों में तैनात की गई हैं, जहां सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और संक्रमण के चलते मौतें हो रही हैं।
फिलहाल जिसको जरूरत, उसी को दी जायेगी कोरोना वैक्सीन
भूषण ने कहा कि फिलहाल वैक्सीन उन्हीं लोगों को लगेगी, जिनको इसकी जरूरत है। सरकार की प्राथमिकता महामारी से होने वाली मौतों को रोकना है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है, जहां 45 साल और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा है।हेल्थ सेकरेटरी ने कहा कि पूरी दुनिया में सभी देश सबसे पहले प्राथमिकता वाले समूहों का टीकाकरण कर रहे हैं ताकि कोरोना से होने वाली मौतों को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि अभी ब्रिटेन में 50 साल से अधिक, अमेरिका में फ्रंटलाइन और अनिवार्य सेवा से जुड़े वर्कर्स और 75 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन देने के बाद अब 65 से 74 साल के बीच लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। फ्रांस में भी 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के अलावा 50 से 60 साल के बीच गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को टीका लगाया जा रहा है।
टीकाकरण की रफ्तार सबसे तेज
भूषण ने कहा कि देश में टीकाकरण की रफ्तार दुनिया में सबसे तेज है। सिर्फ अमेरिका ऐसा देश है, जहां प्रतिदिन भारत से टीके लगाए जा रहे हैं। लेकिन यहां भारत से एक महीने पहले टीकाकरण शुरू हो गया था। अमेरिका में प्रतिदिन औसतन 30.53 लाख टीके लगाये जा रहे हैं, वहीं भारत में यह संख्या औसत 26.53 लाख है। उन्होंने कहा कि कुल वैक्सीन डोज देने के मामले में भी अमेरिका के बाद भारत दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में 16 करोड़ 50 लाख से अधिक डोज लगाए जा चुके हैं, वहीं भारत में यह आंकड़ा आठ करोड़ को पार कर चुका है। डॉ. पाल ने कहा कि 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का टीकाकरण पूरा होने के बाद कम आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाना शुरू किया जायेगा।