Coal India के इतिहांस मेंअंडर ग्राउंड माइंस में काम करने वाली पहली महिला माइनिंग इंजीनियर बनी आकांक्षा
सिंदरी बीआइटी से पास आउट आकांक्षा कुमारी को कोल इंडिया की माइंस में पहली महिला माइनिंग इंजीनियरिंग बनने का गौरव हासिल हुआ है। वह कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड के चुरी कोलियरी में काम कर रही है।
- सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड के चुरी कोलियरी है कार्यरत
- सिंदरी बीआईटी से है पासआउट
नई दिल्ली। सिंदरी बीआइटी से पास आउट आकांक्षा कुमारी को कोल इंडिया की माइंस में पहली महिला माइनिंग इंजीनियरिंग बनने का गौरव हासिल हुआ है। वह कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड के चुरी कोलियरी में काम कर रही है।
कोल मिनिस्टर प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट कर कहा है कि यह कोल इंडिया के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि किसी महिला कर्मियों को माइंस में काम करने का मौका मिला है। वह भी अंडरग्राउंड माइंस में। सीसीएल को अपनी पहली महिला माइनिंग इंजीनियर, आकांक्षा कुमारी मिली। बीआईटी सिंदरी से ग्रेजुएट आकांक्षा ने चुरी अंडर ग्राउंड माइंस, एनके एरिया में ज्वाइन की है। वह सीआईएल के इतिहास में अंडर ग्राउंड माइंस में काम करने वाली पहली महिला माइनिंग इंजीनियर बनी।