राहुल गांधी का ऐलान, चरणजीत सिंह चन्नी होंगे पंजाब में कांग्रेस का सीएम फेस
राहुल गांधी ने रविवार को लुधियाना की रैली के दौरान एलान किया कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ही होंगे। राहुल ने कहा कि 'ये मेरा नहीं पंजाब के लोगों का फैसला है।
लुधियाना। राहुल गांधी ने रविवार को लुधियाना की रैली के दौरान एलान किया कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ही होंगे। राहुल ने कहा कि 'ये मेरा नहीं पंजाब के लोगों का फैसला है।
चन्नी जी गरीब घर के बेटे, गरीबी को समझते , गरीबी से निकले हैं
राहुल गांधी ने कहा कि चन्नी जी गरीब घर के बेटे हैं। गरीबी को समझते हैं। गरीबी से निकले हैं। और उनके दिल में, खून में पंजाब है। सिद्धू जी के दिल में, खून में पंजाब है। आप काट के देखें कभी। खून निकलेगा और उसमें पंजाब दिखेगा।चन्नी के नाम की घोषणा होते ही मंच तालियों से गूंज उठा। राहुल ने कहा कि पंजाब ने मुश्किल काम दिया। 2004 से राजनीति में हूं। थोड़ी समझ राजनीति की है। राजनेता 10-15 दिन में पैदा नहीं होता। राजनेता सालों लड़कर संघर्ष तक ही बनता है। कांग्रेस के पास हीरों की कोई कमी नहीं है। कांग्रेस की छवि धूमिल करने के लिए हमारे नेताओं के बारे में झूठ बोला जाता है। हमारे पीएम भी लड़ाई लड़ते हैं, लेकिन वे अपनी लड़ाई लड़ते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने चन्नी जी से पूछा कि पापा क्या करते हैं। चन्नी गरीब घर के बेटे हैं। वह गरीबी से निकले हैं। उनके दिल में, खून में पंजाब है। सिद्धू के दिल में खून में पंजाब है। चन्नी सीएम बने तो जनता के बीच में जानते हैं। बीजेपी के सीएम या पीएम क्या जनता के बीच जाते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि ये लोग राजा हैं। चन्नी को राहुल ने गरीब की आवाज बताया। राहुल ने कहा कि चन्नी यहां सीएम बनने नहीं बल्कि पंजाब को बदलने आये हैं।
सीएम फेस का निर्णय उनका नहीं
राहुल ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के सीएम फेस का निर्णय उनका अपना नहीं है। उन्होंने कार्यकर्ताओं, युवाओं, नेताओं आदि से पूछा। उन्होंने वह जवाब दिया जो पंजाब के लोगों ने कहा। राहुल ने कहा कि आज सिद्धू ने गाड़ी में कहा कि यह प्रदेश हिंदुस्तान का शील्ड है। इस प्रदेश को अपना नेता स्वयं चुनना चाहिए। राहुल ने कहा कि उनका काम जनता की आवाज को सुनना है। कहा कि उनका इसमें ओपीनियन हो सकता है, लेकिन जनता की राय उनकी राय से ज्यादा जरूरी है।राहुल गांधी ने कहा कि मैं 2004 से राजनीति में हूं ... पिछले छह या सात सालों में मैंने जितना सीखा है उतना पहले कभी नहीं सीखा है। जो लोग सोचते हैं कि राजनीति एक आसान काम है, वे गलत हैं। कई लोग कमेंट करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है, एक नेता को तैयार करना आसान नहीं है। उन्होंने दो उम्मीदवारों - सिद्धू और चन्नी की खुलकर तारीफ की।उन्होंने कहा कि कई नेता इश्यू के लिए खड़े हो जाते हैं। सिद्धू कहीं से चन्नी कहीं और से और जाखड़ कहीं ओर से आए। सभी को कठिन रास्ते पर चलना पड़ता है। हीरों के बीच में एक एक हीरा निकालना आसान काम नहीं है।
चन्नी एक गरीब परिवार का बेटा
राहुल ने कहाकि चन्नी एक गरीब परिवार का बेटा है। वह गरीबी जानता है। क्या आपने उसमें अहंकार देखा? वह जाता है और लोगों से मिलता है। चन्नी गरीबों की आवाज है।चन्नी और भाजपा के दो सबसे बड़े प्रचारकों के बीच अंतर बताते हुए उन्होंने कहा, "मोदी जी प्रधानमंत्री हैं, योगी जी मुख्यमंत्री हैं। क्या आपने पीएम को लोगों से मिलते और जाते देखा है? क्या आपने पीएम को किसी की सड़क पर मदद करते देखा है।? पीएम मोदी एक राजा हैं, वह किसी की मदद नहीं करेंगे।" वहीं उन्होंने सिद्धू को लेकर कहा कि "वह भावुक हैं। राहुल ने याद की सिद्धू के साथ पहली मुलाकात
राहुल गांधी ने लुधियाना में एक रैली में घोषणा से पहले, शीर्ष पद के दावेदार नवजोत सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी दोनों की प्रशंसा की। गांधी ने अपने और नवजोत सिद्धू के बीच पहली मुलाकात और उनके बारे में अपनी पहली छाप को भी याद किया। राहुल ने कहा, "क्या आप जानते हैं कि मैं पहली बार नवजोत सिद्धू से कब मिला था? यहां तक कि उन्हें भी याद नहीं है... 40 साल हो गये हैं। जब वह मुझसे मिले तो उन्हें पता ही नहीं था कि वह राहुल गांधी से मिल रहे हैं। मैं दून स्कूल में था, तब भी संडे था। सुबह आठ बजे क्रिकेट का मैच था। यादविंदर पब्लिक स्कूल दून स्कूल में खेलने आया था। तब नवजोत सिद्धू वहां खेलने आये थे। तब सिद्धू बॉलर थे। छह विकेट लिए थे। राहुल गांधी मैदान के बाहर बैठे थे। नवजोत सिद्धू ओपनिंग गेंदबाज थे। मेरे एक दोस्त मुझे बताया कि वह नवजोत सिंह सिद्धू हैं और वह एक तेज गेंदबाज हैं। 130 रन में 6 विकेट, दून स्कूल एक या दो घंटे में ऑल आउट हो गया। उन्होंने कहा कि जब उनकी टीम की बल्लेबाजी की बारी थी, तो सिद्धू सलामी बल्लेबाज के रूप में आये। मैं सोच रहा था कि ऐसा कैसे, 'यह तो, एक गेंदबाज और एक बल्लेबाजी भी कर रहा है'। उसने 98 रन बनाये। उस दिन से मुझे पता है कि इस आदमी में दृढ़ता है।
सात सौ किसान शहीद करने वाले किस मुंह से पंजाब में वोट मांगने रहे
इससे पहले रैली में सीएम चरणजीत चन्नी ने कहा कि जिसे भी सीएम चेहरा चुनोगे, उसके साथ दिन-रात जुटकर पार्टी के लिए काम करेंगे। इससे पहले सिद्धू की तारीफ करते हुए चन्नी ने कहा कि वह बहुत अच्छे वक्ता हैं। चन्नी ने कहा कि 700 किसान शहीद करने वाले किस मुंह से पंजाब में वोट मांगने आते हैं। बीजेपी, अकाली दल और आम आदमी पार्टी को इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने 111 दिन के काम गिनाते हुए कहा कि मुझे तीन महीने देखा है, अब पूरे 5 साल देखो।चन्नी ने कहा कि कहा कि वह अब तक बेदाग रहे हैं। 40 साल के राजनीतिक करियर में उन पर किसी ने अंगुली नहीं उठाई। मैं गलत होता तो मुझे कैप्टन अमरिंदर सिंह ही मार देते। वह साढ़े चार साल तक मेरे पीछे पड़े रहे। हमने मिलकर उसे हटवाया। मैंने अच्छे फैसले लिए, इसलिए सब उनके पीछे पड़े हुए हैं।चरणजीत चन्नी ने शराब पीने को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की दुकान चार बजे बंद होती थी। भगवंत मान की दुकान छह बजे बंद हो जाती है। चन्नी ने शराब पीने को लेकर भगवंत मान पर खूब हमले किए। चन्नी ने कहा कि भगवंत मान के खिलाफ संसद में भी एक सांसद ने शिकायत की कि उनसे शराब की बदबू आती है।
सिद्धू ने माना राहुल गांधी का फैसला
राहुल गांधी से पहले सिद्धू ने अपने संबोधन में स्वीकार किया था कि वह "राहुल गांधी के फैसले से पहले ही सहमत हैं। उन्होंने कहा कि भले ही आप मुझे निर्णय लेने की पावर न दें, फिर भी मैं अगले मुख्यमंत्री का समर्थन करूंगा।" लेकिन इस दौरौन भी सिद्धू ने एक साफ संकेत दिया। उन्होंने कहा कि केवल पंजाब के कल्याण के लिए वे कुछ भी करेंगे लेकिन "मेरे साथ शोपीस की तरह व्यवहार न करें।"
सिद्धू ने फैसला लेने की ताकत मांगी, खुद को अरबी घोड़ा बताया
नवजोत सिद्धू ने कहा कि मुझे कोई लालसा नहीं है, लेकिन मुझे दर्शनी घोड़ा न बनने देना। मुझे फैसला लेने की ताकत देना। पंजाब के लिए रखी जा रही नींव का वह पहला पत्थर बनने के लिए तैयार हैं। सिद्धू ने कहा कि मैंने कभी किसी से कुछ नहीं मांगा।सिद्धू ने कहा कि अगर मुझे फैसले लेने की ताकत मिली तो पंजाब से माफिया खत्म कर दूंगा। मुझे सीएम चेहरा न बनाया तो जिसे बनाया जाएगा, उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे। हालांकि सिद्धू ने इस दौरान संकेत में खुद को अरबी घोड़ा कहकर हाईकमान को नजरअंदाज न करने की चेतावनी भी दे दी।सिद्धू ने कहा कि भाजपा में वह 13 साल रहे, लेकिन उनसे सिर्फ कैंपेन कराई गई। कांग्रेस ने सिर्फ 4 साल में उन्हें पंजाब कांग्रेस का प्रधान बना दिया। सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी खूब कोसा। सिद्धू ने चरणजीत चन्नी को पंजाब में दलित सीएम बनाने के लिए राहुल गांधी की तारीफ की।
पंजाब के नक्शे पर माफिया खत्म होगा
मौके पर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि वह पंजाब की बेहतरी के लिए बने है। पंजाब को कर्ज मुक्त करना ही मेरा लक्ष्य है। इसका रोड मैप लागू होगा। बादल का काम दस फीसद सेवा, नब्बे परसेंट मेवा रहा। सारा माफिया इकटठा हो गया है। 170 सेवाएं डोर स्टेप पर देंगे। कैप्टन चला हुआ कारतूस है। एक हजार रुपये ट्राली देंगे। रेत की लोगों को पंजाब के नक्शे पर माफिया खत्म होगा। सिद्धू ने कहा कि वह पंजाब के लोगों की जिंदगी बदलने को खड़ा है। पंजाब की नई नींव रखनी है। इसका पहला पत्थर नवजोत सिद्धू को बनाकर रखना है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, "मैंने राहुल गांधी के फैसले को स्वीकार कर लिया है..अगर मुझे निर्णय लेने की शक्ति दी गई, तो मैं माफिया को खत्म कर दूंगा, लोगों के जीवन में सुधार करूंगा। सत्ता नहीं मिली तो आप जिसे भी सीएम बनाएं, उसके साथ मुस्कुराकर चलूंगा।"
दो घंटे तक फंसा रहा पेंच, राहुल होटल में मनाते रहे
इससे पहले सीएम चेहरे को लेकर कांग्रेस में पेंच फंसा रहा। चरणजीत चन्नी और नवजोत सिद्धू में से किसी एक के नाम पर सहमति नहीं बन पाई। राहुल गांधी को दो बजे इसकी घोषणा करनी थी। वह लगभग 12 बजे लुधियाना पहुंच गए थे। इसके बाद लगभग दो घंटे से वह लुधियाना के होटल में दोनों को मनाते रहे। जिस वजह से रैली में भी करीब डेढ़ घंटे लेट हो गई।इससे पहले राहुल गांधी ने रविवार को लुधियाना के हयात रीजेंसी में पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू, पीपीसीसी के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ और एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ बंद कमरे में बैठक की थी। बहुप्रतीक्षित घोषणा से पहले, राहुल गांधी और दो मुख्य दावेदारों - पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू को एक ही कार में यात्रा करते भी देखा गया था। कांग्रेस नेता सुनील कुमार जाखड़ ने भी तीनों के साथ राइड शेयर की थी।