Ardhkuwari Landslide : माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर लैंडस्लाइड से आठ की मौत, 14 घायल  

कटरा के अर्धकुवारी में माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर बड़ा हादसा। लैंडस्लाइड की चपेट में आने से 8 श्रद्धालुओं की मौत, 14 घायल। राहत और बचाव कार्य जारी।

Ardhkuwari Landslide : माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर लैंडस्लाइड से आठ की मौत, 14 घायल  
आद्कंवारी मार्ग पर भूस्खलन।

श्रीनगर। जम्मू संभाग में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन मूसलधार वर्षा जारी रही। श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा मार्ग पर आद्कुंवारी क्षेत्र में भूस्खलन के कारण दो महिला समेत आठ श्रद्धालु की मौत हो गयी। इस घटना में लगभग 14 श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं।
यह भी पढ़ें: Jharkhand: धनबाद के बाघमारा में क्रिमिनलों ने कोल कारोबारी को मारी गोली
सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह ने माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर भूस्खलन से उत्पन्न स्थिति को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सीएम उमर अब्दुल्ला से बात की और घटना पर दुख व्यक्त किया। सेंट्रल होम मिनिस्टर ने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए सीएम उमर अब्दुल्ला को जम्मू में बाढ़ नियंत्रण उपायों की समीक्षा की। अफसरों को हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया है।
आद्कुंवारी मार्ग पर भूस्खलन
आद्कंवारी मार्ग पर भूस्खलन की घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास वर्षा के बीच आगे बढ़ रहे थे। अचानक पहाड़ी से बड़े पत्थर गिरने लगे, जिससे कई श्रद्धालु भूस्खलन की चपेट में आ गए। मौके पर पहले से मौजूद श्राइन बोर्ड की आपदा प्रबंधन टीम और पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया। नारायणा हॉस्पिटल में एडमिट लगभग 10 घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पारंपारिक अर्द्धकुंवारी यात्रा मार्ग पर स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास दिन के लगभग तीन बजे हादसा हुआ है। भारी बारिश के बीच पूरा पहाड़ बड़े-बड़े पत्थरों समेत भरभरा कर श्रद्धालुओं पर आ गया, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओं के दबे होने की आशंका है। आठ बॉडी कटड़ा शवगृह और ककड़ेयाल स्थित नारायणा अस्पताल में पहुंचे हैं जबकि 14 में से 10 घायलों की पहचान हो गयी है। मरने वालों में दो महिला श्रद्धालु जबकि छह पुरुष श्रद्धालु शामिल हैं। घायलों को पहले कटड़ा अस्पताल लाया जा रहा है। वहां से प्राथमिक उपचार प्रदान करने के बाद ही ककड़ेयाल स्थित नारायणा अस्पताल भेजा गया है।
वहीं अर्द्धकुंवारी यात्रा मार्ग पर बचाव अभियान अभी भी जारी है। एसडीआरएफ, श्राईन बोर्ड आपदा प्रबंधन के जवान, जम्मू-कश्मीर पुलिस व सीआरपीएफ जवान सहित अन्य बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। मलवा अधिक भारी होने की वजह से बचाव कार्य में देरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ सहित मौके पर मौजूद है ताकि घायलों को तुरंत उपचार प्रदान किया जा सके। घायलोंमें संगीता उम्र 47 पत्नी पिंटु और उनकी बेटी उमंग उम्र 24 दोनों निवासी मुजफ्फपुर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। इसके अलावा घायलों में एक अन्य श्रद्धालु अमित कुमार की पांच वर्षीय उर्वी व पत्नी डॉली उम्र 30 भी शामिल हैं जो मुजफ्फरपुर उत्तर प्रदेश की ही रहने वाली बताई जा रही हैं।कमलेश पत्नी राम निवासी हरियाणा, मयंक गोयल पुत्र सुनील गोयल निवासी उत्तर प्रदेश, सावित्री पत्नी रत्तन लाल निवासी हरियाणा, किरण पत्नी सुभाष चंद्र निवासी मोहाली चंडीगढ़, देवी लाल पुत्र भगत राम निवासी मध्य प्रदेश, वैष्णवी पुत्री दीपक निवासी मुजफ्फर नगर उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इन सभी घायलों को बेहतर ईलाज के लिए ककड़ेयाल नारायणा भर्ती कराया गया है।
कटरा क्षेत्र में लगातार भारी बारिश और बिगड़ते मौसम के कारण यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गयी है। लोकल सोर्सेज ने बताया कि पहले तो यात्रा बारिश के बीच भी जारी रखी गयी थी परंतु श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कई जगह हुए भूस्खलन को देखते हुए दोपहर एक बजे यात्रा को स्थगित कर दिया था। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यात्रा स्थगित करने का फैसला लेने तक कटड़ा से भवन के लिए सात हजार से अधिक श्रद्धालु यात्रा मार्ग थे।
श्रद्धालुओं से यात्रा की योजना में बदलाव की अपील
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने मंगलवार को श्रद्धालुओं से कहा कि वे मौसम में सुधार होने पर जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित प्रसिद्ध मंदिर की अपनी यात्रा की योजना फिर से बनाएं। लगातार बारिश के कारण हुए एक बड़े भूस्खलन के कुछ घंटों बाद बोर्ड ने यह अनुरोध किया है। बोर्ड ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा है कि हाल में हुई लगातार बारिश और खराब मौसम को देखते हुए, सभी यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम में सुधार होने पर अपनी यात्रा की योजना पुनः बनाएं। भूस्खलन के बाद एक हेल्पलाइन डेस्क की भी घोषणा की गयी।