Atul Subhash Suicide:अतुल ने प्रसिडेंट-पीएम व सुप्रीम कोर्ट को भेजा था मेल
बेंगलुरु में एआई इंजीनियर सह प्राइवेट कंपनी के डीजीएम अतुल सुभाष (34) की सुसाइड के बाद उनका परिवार सदमे में हैं। उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पटना एयरपोर्ट पर बुधवार से मीडिया से बातचीत करते हुए अतुल सुभाष की मां अचानक बेहोश हो गयी। अतुल सुभाष के 24 पन्ने का सुसाइड नोट लिखकर जान देने के मामले की शुरुआत 2022 में हुई थी।
- वाइफ निकिता के परिवार ने कहा- ‘हम कसूरवार नहीं’
- 40 लाख की नौकरी करने वाला दहेज में 10 लाख रुपये मांगेगा
- 2022 में शुरू हुआ था मुकदमे का सिलसिला!
- पटना एयरपोर्ट पर बेहोश हुईं अतुल सुभाष की मां
- अतुल के भाई की ओर से भाभी व उसकी मां समेत चार के खिलाफ दर्ज कराया है एफआइआर
पटना। बेंगलुरु में एआई इंजीनियर सह प्राइवेट कंपनी के डीजीएम अतुल सुभाष (34) की सुसाइड के बाद उनका परिवार सदमे में हैं। उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पटना एयरपोर्ट पर बुधवार से मीडिया से बातचीत करते हुए अतुल सुभाष की मां अचानक बेहोश हो गयी। अतुल सुभाष के 24 पन्ने का सुसाइड नोट लिखकर जान देने के मामले की शुरुआत 2022 में हुई थी। अतुल सुभाष सुसाइड मामले में बेंगलुरु पुलिस ने उसके भाई विकास कुमार की कंपलेन पर अतुल की वाइफ निकिता सिंघानिया सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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पुलिस ने अतुल की वाइफ व ससुराल वालों के खिलाफ दर्ज किया मामला
मामले में अतुल की वाइफ व ससुराल वालों पर तीन करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाया है। आरोप लगाया है कि घरवालों की ओर से रुपये की मांग व सुसाइड के लिए बार-बार उकसाये जाने की वजह से उसके भाई ने सुसाइड की। पुलिस ने बीएनएस की धारा 108 और 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज किया है। मामले में निकिता सिंघानिया, उसकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया, रिश्तेदार सुशील सिंघानिया को एक्युज्ड बनाया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो मैसेज में अपनी पत्नी और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये थे। अतुल सुभाष ने खुदकुशी करने से पहले 24 पेज का सुसाइड नोट भी लिखा था।
अतुल की वाइफ निकिता के परिवार ने कहा-अतुल की मौत में नहीं है मेरा परिवार दोषी
एक मीडिया हाउस से बात करते हुए निकिता सिंघानिया के परिवार ने कहा कि हम अतुल की मौत के लिए जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने उसकी मौत पर अफसोस भी जाहिर किया। निकिता के परिवार ने कहा कि हमे भी अतुल की मौत का गहरा दुख है। इस बीच परिवार के लोगों ने कहा कि हम जल्द ही सबूतों के साथ सामने आयेंगे। उन्होंने कहा कि हमें कानून पर पूरा भरोसा है। निकिता के ताऊ जौनपुर के रुहट्टा निवासी कपड़ा व्यवसायी सुशील कुमार ने कहा कि मीडिया के जरिए मुझे पता चला कि मेरे खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई है, जबकि इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। हम लोग तो यहां जौनपुर में बैठे हुए हैं। तीन साल से हम लोगों का मुकदमा चल रहा है। हम लोगों से उनकी कोई भेंट या मुलाकात भी नहीं हुई। कोर्ट में केस चल रहा है। यह अचानक कैसे और क्यों हो गया। इसके लिए हम या हमारा परिवार दोषी नहीं है। अतुल ने जो आरोप लगाया है वह गलत है। निकिता बाहर उसको सभी जानकारी है। वह जब आ जायेगी तो हर बात का जवाब देगी।
कोर्ट का आदेश है बिल्कुल सही
मृतक अतुल के अधिवक्ता दिनेश मिश्र ने अतुल के सुसाइड को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। कहा कि उसकी सैलरी लगभग 84 हजार रुपये प्रतिमाह थी। निकिता भी अच्छी जाब करके प्रतिमाह तनख्वाह पाती थी। कोर्ट ने निकिता के पक्ष में कोई आदेश नहीं किया। अतुल के बेटे को 40 हजार प्रतिमाह देने का कोर्ट का आदेश दिया जो बिल्कुल सही आदेश था, क्योंकि वाइफ तो स्वयं कमा रही थी। कोर्ट के ऊपर जो भी आरोप लगाया गया है वह बिल्कुल गलत और निराधार है। भरण पोषण का मुकदमा जुलाई में ही डिसाइड भी हो चुका था। अगर अतुल उससे पीड़ित था तो उसे हाईकोर्ट में अपील करनी चाहिए थी कि धनराशि कम की जाए, लेकिन ऐसा कदम उठाना नहीं चाहिए था। हो सकता है बीच में लड़की या उसके परिवार वालों ने अतुल से कोई अन्य मांग किया हो जिससे वह परेशान हुआ हो।
अतुल ने 10 लाख रुपये दहेज मांगने की बात पर उठाया था सवाल
निकिता सिंघानिया ने हसबैंड अतुल, सास अंजू ससुर, पवन व देवर विकास के खिलाफ दहेज उत्पीड़न व अन्य धाराओं में मुकदमे दर्ज करायी थी। कहा था कि 26 अप्रैल 2019 को उसकी शादी अतुल से हुई थी। शादी के बाद अतुल, उसके पिता पवन,माता अंजू व भाई विकास दहेज में 10 लाख रुपये की मांग को लेकर उसे प्रताड़ित करते थे। हसबैंड शराब पीकर मारपीट व हैवानियत करता था। 16 अगस्त 2019 को मायके जाकर 10 लाख रुपये मांगे। अगले दिन उसके पिता की आघात से मौत हो गई। 17 मई 2021 को अतुल ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया तब से वह मायके में है। अतुल ने कोर्ट में कहा था कि 40 लाख रुपये की नौकरी करने वाला दहेज में 10 लाख रुपये क्यों मांगेगा?
वीडियो कांफ्रेंसिंग से हो सकती थी सुनवाई
अतुल ने सुसाइड नोट में यह उल्लेख किया है कि उसका छोटा भाई दिल्ली से व बूढ़े मां-बाप बिहार से लगभग 120 बार जौनपुर कोर्ट में पेशी पर गये हैं। खुद उसे साल भर में कम छुट्टियां मिलती थीं। वह निजी तौर पर 40 बार कोर्ट की पेशी पर पहुंचा। बार-बार कोर्ट दौड़ने से वह तरफ हो चुका था। पिछले कई महीनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई चल रही है। मृतक अतुल जो एक बड़ी कंपनी में कार्यरत था, उसे 40 बार यहां कोर्ट में बेंगलुरु से आना पड़ा। उसके एडवोकेट का कहना है वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई हो सकती थी। वह बार-बार दौड़ने से त्रस्त हो चुका था। उसने अपने बेटे को अपनी कस्टडी में लेने और वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देखने के संबंध में कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था।
अतुल ने पीएम-प्रसिडेंट व सुप्रीम कोर्ट को भेजा था मेल
सोशल मीडिया पर अपनी अंतिम पोस्ट में अतुल ने भारत में पुरुषों के लिए न्याय की गुहार लगाई और अमेरिका के एक्स प्रसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प व एलन मस्क को टैग किया। इंजीनियर अतुल ने मौत से पहले अपने सुसाइड करने के कारण, कोर्ट के भ्रष्टाचार, उत्पीड़न व एक्सटार्शन की बातों का उल्लेख करते हुए प्रसिडेंट, पीएम, सुप्रीम कोर्ट को सारी बातें मेल भेजा था। 16 पेज के मेल में उसने लिखा कि जब आप इसे पढ़ रहे होंगे तब मैं मर चुका होऊंगा। इसमें उसने वाइफ सहित कई लोगों का उल्लेख किया है।यह भी लिखा है कि मैं न तो तुम्हारे भ्रष्टाचार के लिए रिश्वत दूंगा और न ही अपने बूढ़े माता-पिता, भाई और खुद के खिलाफ इस युद्ध को अपने ही पैसों से बढ़ावा दूंगा। मेरी मौत के साथ ही तुम्हारे लूट के मंसूबों पर पानी फिर जायेगा। उसने आशा किया है कि उसकी मौत के बाद कोर्ट उसके बूढ़े बाबा और भाई को फर्जी केसों में प्रताड़ित नहीं करेगी। क्योंकि वह स्वयं अपने पैसे के स्रोत को नष्ट कर दे रहा है। कोर्ट पर भी कई आरोप लगाये हैं। उसने लिखा है कि अगर आप न्यायिक सिस्टम को बदलना चाहते हैं तो पालिटिक्स ज्वाइन करिए।
अतुल के परिजनों को न्याय दिलाने का सेव इंडिया फैमिली फाउंडेशन आगे आया
इंजीनियर अतुल सुभाष ने सुसाइड से पहले सेव इंडिया फैमिली फाउंडेशन (एनजीओ) ग्रुप पर एक्स (ट्विटर), इंस्टाग्राम, वाट्सएप आदि पर वीडियो व सुसाइड नोट भेजा था। वह इसी एनजीओ से जुड़ा हुआ था। इस एनजीओ से न केवल देश, बल्कि विदेशों के भी हाई सोसाइटी के लोग जुड़े हैं। वीडियो व सुसाइड नोट मिलने के बाद ही इस एनजीओ ने अतुल को न्याय दिलाने का बीड़ा उठाया है। खबर को सभी बड़े न्यूज चैनल ने उठाया। यहां तक की इंटरनेशनल मीडिया में भी खबर चलने लगी है।
अतुल के पिता बोले- पैसे के लिए कर दिया बर्बाद
मृतक अतुल के पिता पवन ने फोन पर रोते हुए कहे कि हम लोग बर्बाद हो गये। बेंगलुरू से वह बिहार पहुंच चुके हैं। कहा कि निकिता ने केवल पैसे के लिए मेरे बेटे से शादी किया। पैसा ही उसके लिए सब कुछ था। वह केवल एक दिन हमलोगों के साथ बिहार समस्तीपुर में रही। दूसरे दिन पति के साथ बेंगलुरु चली गई। इस पूरी घटना में निकिता,उसकी मां व उसके ताऊ का प्रमुख रोल है। उसके पिता बहुत सीधे थे।वह बीमार थे। शादी के कुछ दिन बाद उनकी मृत्यु भी हो गई थी। शादी के दो साल बाद ही निकिता ने हम लोगों पर कई झूठे मुकदमे कर दिए। हमने अपने पोते को एक दिन भी गोद में नहीं खिलाया है। बेंगलुरु से कई बार बेटा अतुल और यहां से हम लोग कोर्ट जाते थे। कोर्ट के चक्कर काट-काट कर बेटा थक चुका था। उसे न्याय की कोई उम्मीद नहीं थी। कोर्ट से 40 हजार भरण पोषण के आदेश के बाद भी निकिता ने हाईकोर्ट में अपील कर रखा था। वहां भी बेटे को बेंगलुरु से दौड़ कर जाना पड़ता था। हत्या व अन्य गंभीर धाराओं का मुकदमा निकिता ने किया था जिसे बाद में वापस ले लिया। कहा कि निकिता व उसकी मां ने हम लोगों को बर्बाद कर दिया। अतुल सुभाष के पिता ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा था कि 'वह 40 बार बेंगलुरु से जौनपुर केस के सिलसिले में आ चुका था। एक धारा खत्म होती थी, तो उसकी वाइफ दूसरी लगा देती थी। वह काफी तनाव में था, लेकिन हमें कभी महसूस नहीं होने दिया।'अतुल के पिता ने कहा कि उनके बेटे को काफी प्रताड़ित किया गया था। उन्होंने कहा कि अतुल ने वीडियो में जो भी आरोप लगाये हैं, वह सौ परसेंट सच हैं।
अतुल ने लिखा 24 पेज का सुसाइड नोट
सुसाइड से पहले अतुल सुभाष ने अपना सुसाइड नोट ईमेल पर अपने दोस्तों को भेजा था। उसने एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया था, जिसमें अतुल ने अपनी आपबीती बयां की थी। ये वीडियो अतुल ने सोशल मीडिया पर भी शेयर किया था।अतुल के घर जब पुलिस पहुंची, तो उन्हें वह फंदे से लटकते हुए मिले। अतुल के घर में पुलिस को एक तख्ती भी बरामद हुई, जिस पर लिखा था- न्याय अभी बाकी है। अतुल ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो को सबूत के तौर पर इस्तेमाल करने की भी मांग की है।
सास ने कहा कि तेरे मरने के बाद तेरा बाप पैसे देगा
अतुल सुभाष ने सुसाइड करने से पहले 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट में वाइफ और उसके परिवार पर कई गंभीर आरोप लगाये थे। उसने लिखा था कि उसकी वाइफ ने तीन करोड़ रुपये की डिमांड की थी।अतुल ने फैमिली कोर्ट की जज पर भी रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था, 'फैमिली कोर्ट की जज ने मुझसे केस को सेटल करने के लिए पांच लाख रुपये की डिमांड की थी। जब मैंने कहा कि मेरे पास इतने पैसे नहीं है, तो उसने बोला था कि इतना तो कमाते ही होगे।' अतुल सुभाष ने यह भी लिखा था कि एक बार फैमिली कोर्ट की जज के सामने उसने कह दिया था कि ऐसे फर्जी आरोपों के चलते कई पुरुष सुसाइड कर लेते हैं। अतुल के मुताबिक, उसकी वाइफ ने कहा, 'तुम्हें भी कर लेना चाहिए।' एक घटना का जिक्र कर उसने लिखा है, 'कोर्ट के बाहर मेरी वाइफ की मां मुझसे मिली। उनसे कहा कि तुमने सुसाइड नहीं की। इस पर मैंने जवाब दिया कि अगर मैं मर गया, तो तुम लोगों की पार्टी कैसे चलेगी। इस पर मेरी सास ने कहा कि तेरे मरने के बाद तेरा बाप पैसे देगा।'