Begusarai Shootout Case: पुलिस की कहानी अधूरी, उठ  रहे कई सवाल

बिहार के बेगूसराय जिले के चार पुलिस स्टेशन एरिया में एनएच पर 13 सितंबर की शाम दो बाइक पर सवार चार क्रिमिनलों द्वारा 30 किलोमीटर तक सीरियल फायरिंग मामले का पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है। बेगुसराय एसपी ने फायरिंग करने वाले दो और साजिश में शामिल दो लोगों को अरेस्ट करने का दावा करते हुए शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेस किया। एसपी ने मीडिया से कहा कि दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की गई थी। इस फायरिंग में एक मौत हो गई थी जबकि 10 लोग घायल हैं जिनका इलाज चल रहा है।

Begusarai Shootout Case: पुलिस की कहानी अधूरी, उठ  रहे कई सवाल

पटना। बिहार के बेगूसराय जिले के चार पुलिस स्टेशन एरिया में एनएच पर 13 सितंबर की शाम दो बाइक पर सवार चार क्रिमिनलों द्वारा 30 किलोमीटर तक सीरियल फायरिंग मामले का पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है। बेगुसराय एसपी ने फायरिंग करने वाले दो और साजिश में शामिल दो लोगों को अरेस्ट करने का दावा करते हुए शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेस किया। एसपी ने मीडिया से कहा कि दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की गई थी। इस फायरिंग में एक मौत हो गई थी जबकि 10 लोग घायल हैं जिनका इलाज चल रहा है।

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बेगूसराय एसपी योगेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक लिखित बयान को पढ़ दिया। एसपी ने ज्यादातर सवालों के जवाब में ये कहा कि अभी जांच चल रही है। लेकिन पुलिस ने अब तक जो कहानी बताई वो अधूरी लग रही है। कई सवालों के जवाब मिलने शेष है। एसपी ने बताया है कि युवराज और सुमित नाम के दो लड़कों ने फायरिंग जिन्हें सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस के आधार पर अरेस्ट किया गया है। फायरिंग वाले दूसरी बाइक पर सवार दो लोग अभी पकड़ से बाहर हैं। पुलिस ने केशव नागा और चुनचुन को साजिश के लिए अरेस्ट किया है। ये दोनों  मोबाइल पर घटना से पहले और वारदात के दौरान गोली चला रहे लोगों के संपर्क में थे।
किस स्पॉट पर किसने किसे मारी गोली 
पुलिस अपनी कहानी में यह नहीं बता पाई कि 11 लोगों में किस स्पॉट पर किसने किसे गोली मारी। उल्लेखनीय है कि 30 किलोमीटर की लंबाई में नेशनल हाईवे पर बछवाड़ा, तेघड़ा, फुलबड़िया और चकिया पुलिस स्टेशन एरिया में सीरियल फायरिंग की गई। इसमें अलग-अलग जगहों पर कुल 11 लोगों को गोली लगी। इसमें एक चंदन कुमार की मौत हो गई। पुलिस ने युवराज और सुमित को गोली चलाने के आरोप में अरेस्ट किया है लेकिन एसपी ये बात मीडिया को नहीं बता पाये कि इन दोनों में किसने गोली चलाई। सीसीटीवी के अनुसार युवराज बाइक चला रहा था। सुमित पीछे बैठा था। अब सवाल है कि अगर पीछे बैठे सुमित ने चलाई तो उसकी गोली से कहां-कहां कितने लोग घायल हुए। इस सवाल का जवाब पुलिस को एक-एक गोली करके देना होगा कि किस आदमी को किसकी चलाई गोली किस स्पॉट पर लगी।

घटनास्थल से पुलिस को मि्ले थे 9 एमएम के खोखे, बरामद हुई देसी पिस्टल

फायरिंग में चंदन कुमार की मौत हो गई थी। सवाल ये है कि वो किसकी गोली से मरा। युवराज और सुमित की जोड़ी की फायरिंग में या फिर दूसरी टीम की फायरिंग में जो दूसरे बाइक पर दो लोग थे। पुलिस इस सवाल का जवाब नहीं दे पाई है।फायरिंग के घटनास्थलों की फॉरेंसिक जांच में बछवाड़ा पुलिस स्टेशन एरिया में पुलिस को 9 एमएम के खोखे मिले थे। पुलिस ने जो बरामद पिस्टल दिखाई है वो देसी है। तो क्या ये देसी पिस्टल 9 एमएम की गोली फायर कर सकती है। या फिर जो दूसरी टीम अभी पकड़ी नहीं गई है उसने ये गोली चलाई।

सीसीटीवी फुटेज पर भी सवाल

एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा कि पुलिस ने 22 लोकेशन के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जिसके आधार पर फायरिंग करने वाले युवराज और सुमित पकड़े गये। इन दोनों के बयान पर साजिश के आरोप में केशव और चुनचुन अरेस्ट हुआ है।अब सवाल उठता है कि सीसीटीवी फुटेज के ये 22 लोकेशन क्या बछवाड़ा से चकिया तक के हैं या किसी एक या दो पुलिस स्टेशन एरिया के। दूसरा सवाल ये कि गोली चलाने वाली युवराज और सुमित की जोड़ी और दूसरी बाइक वाली जोड़ी जो फरार है, वो क्या बछवाड़ा से चकिया तक हर सीसीटीवी में साथ दिखी है या ऐसे फुटेज सीमित हैं।अभी फायरिंग वाले चार शूटरों में दो ही पकड़े गये हैं। बाकी दो शूटरों की अरेस्टिंग के बाद जब पुलिस फिर से कहानी सुनाने बैठेगी तो वो इन सवालों का जवाब देगी या उन्हें अनसुलझे छोड़ देगी।

22 लोकेशन की CCTV फुटेज, टेक्निकल सर्विलांस की मदद से शूटरों तक पहुंची पुलिस
बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीरियल फायरिंग केस को क्रैक करने की पुलिस की कहानी सुनाई। एसपी के अनुसार घटना के बाद 22 लोकेशन के सीसीटीवी फुटेज की गहराई से जांच की गई। इससे पुलिस को दिखा कि दो बाइक पर चार क्रिमिनलों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने गुप्त सूचना, सीसीटीवी के फुटेज और बयान व निशानदेही के आधार पर कुल चार लोगों को अरेस्ट किया है। घटना के बाद टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर युवराज कुमार की पहचान हुई और उसे अरेस्ट कर लिया गया।युवराज ने पूछताछ में पुलिस के सामने क्राइम कबूल कर लिया। युवराज ने पुलिस को बताया कि सीसीटीवी फुटेज में उसकी बाइक के पीछे बैठा लड़का सुमित है। उसके घर में उसने उस समय पहनी अपनी पीली टीशर्ट भी छुपा रखी है। पुलिस ने सुमित के घर पर रेड मारा और वहां से पीली टीशर्ट को बरामद करने के साथ ही सुमित को भी अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने युवराज की निशानदेही पर दो पिस्टल और क्राइम में इस्तेमाल बाइक को बरामद किया।

दूसरी बाइक पर सवार रहे बाकी दो क्रिमिनलों के बारे में भी पुलिस को पता चल
एसपी का दावा है कि युवराज और सुमित से पूछताछ में दूसरी बाइक पर सवार रहे बाकी दो क्रिमिनलों के बारे में भी पुलिस को पता चल चुका है। दोनों खोज में पुलिस की रेड चल रही है। अरेस्ट किये गये युवराज व सुमित से पूछताछ के आधार पर घटना की प्लानिंग और साजिश में शामिल होने के आरोप में चुनचुन कुमार और केशव नागा को पकड़ा गया। केशव नागा रांची भाग रहा था जिसे जमुई जिले के झाझा में ट्रेन से पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि केशव और चुनचुन घटना से पहले और घटना के वक्त आरोपियों के साथ मोबाइल पर संपर्क में थे। पुलिस ने इस बात की टेक्नीकल जांच भी कराई।  इसे सही पाने के बाद चुनचुन और केशव को अरेस्ट किया गया।