बिहार: गोपालगंज व बेतिया में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या पहुंची 26, CM नीतीश, छठ के बाद करेंगे समीक्षा

बिहार में पिछले तीन दिनों में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 26 हो गयी है। गोपालगंज में बुधवार को जहरीली शराब पीने से अब तक 11 लोगों की मौत हो गयी है पश्चिम चंपारण के नौतन में । गुरुवार से शुक्रवार तक शराब पीने से 15 लोगों की मौत हुई है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि छठ के बाद 16 नवंबर को शराबबंदी की समीक्षा करने तथा सख्त कार्रवाई करने की घोषणा की है।

बिहार: गोपालगंज व बेतिया में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या पहुंची 26,  CM नीतीश, छठ के बाद करेंगे समीक्षा
  • दर्जन भर लोग हॉस्पीटल में इलाजरत

पटना। बिहार में पिछले तीन दिनों में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 26 हो गयी है। गोपालगंज में बुधवार को जहरीली शराब पीने से अब तक 11 लोगों की मौत हो गयी है पश्चिम चंपारण के नौतन में । गुरुवार से शुक्रवार तक शराब पीने से 15 लोगों की मौत हुई है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि छठ के बाद 16 नवंबर को शराबबंदी की समीक्षा करने तथा सख्त कार्रवाई करने की घोषणा की है।

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नीतीश ने अफसरों को लगाई फटकार
सीएम नीतीश कुमार ने हाई लेवल बैठक में पुलिस और उत्पाेद विभाग के आला अफसरों को फटकार लगाई। उन्होंने 16 नवंबर को शराबबंदी की समीक्षा बैठक करने का एलान किया। इससे पहले उन्होंलने शराब पीने वालों को नसीहत देते हुए कहा - 'देख लीजिए की क्याउ स्थिति है। हम बार-बार कहते हैं कि गलत चीज पीजियेगा तो ये नौबत आयेगी।' सीएम ने कहा कि अगर किसी इलाके में कोई शराब बेच रहा है तो ये दुखद है। कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद मिश्र ने मुख्यौमंत्री से शराबबंदी पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। इधर, शराब मामले में थानेदारों के निलंबन पर भी विपक्ष हमलावर है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार शराब मिलने या इससे मौत होने पर थानाध्याक्ष को पद से हटाकर कोरम पूरा कर देती है। बड़ी मछलियों पर कार्रवाई नहीं होती।
गोपालगंज में चार लोगों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। बेतिया में भी आधा दर्जन लोग हस्पीटल में इलाजरत हैं। इस बीच मुजफ्फरपुर से पहुंची FSL ने जहरीली शराब मामले में आरोपित दो धंधेबाजों के घर पर जांच-पड़ताल की। दोनों आरोपितों के घर सील कर दिये गये हैं। एसपी आनंद कुमार ने महम्मदपुर के थानाध्यक्ष शशिरंजन को सस्पेंड कर दिया है। राजेश कुमार गुप्ता को नया थानाध्यक्ष बनाया है। लोकल चौकीदार को भी निलंबित कर दिया गया है। जहरीली शराब मामले में थानाध्यक्ष के बयान पर 10 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। पुलिस ने तीन आरोपितों का अरेस्ट कर लिया है। हालांकि, मुख्य दो आरोपित पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। पुलिस फरार आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।

उल्लेखनीय है कि शराबबंदी के बाद से बिहार में अब तक जहरीली शराब से सर्वाधिक मौतें इसी साल हुई हैं। इसके पहले शराबबंदी के बाद साल 2016 से 2020 तक जहरीली शराब के कारण 35 लोगों की मौत हुई थी।पश्चिम चंपारण के नौतन प्रखंड के बेलवा गांव में दीपावली की पूर्व रात्रि से बभी तक संदिग्ध परिस्थितियों में 15 लोगों की मौत हो गई है। 
अब तक 700 पुलिसकर्मी किए डिसमिस
बिहार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शराबबंदी कानून का कड़ाई से पालन हो, इसके लिए सरकार गंभीर है। यही वजह है कि दूसरी राज्यों की तुलना में बिहार में कार्रवाई और गिरफ्तारी भी सबसे ज्यादा हुई है। सुनील कुमार ने कहा कि मद्य निषेध कानून के तहत 700 से अधिक पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किये गये हैं। जबकि शराबबंदी कानून जब से लाग हुआ है तब से लेकर अबतक 3 लाख से ज्यादा गिरफ्तारियां हुई हैं। किसी विभाग में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
लोगों की चीखों से एनडीए सरकार को फर्क नहीं: तेजस्वी

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार कहते हैं ‘जब गड़बड़ चीज पीजियेगा तो आप चले जाइयेगा’। शराब से हुई मौत के बाद परिजनों की इन चीखों का गड़बड़ डीएनए वाली एनडीए सरकार पर कुछ फर्क नहीं पड़ता। जहरीली शराब से बिहार में दिवाली के दिन सरकार द्वारा 35 से अधिक लोग मारे गये। तेजस्वी ने कहा है कि कागजों पर शराबबंदी है अन्यथा खुली छूट है, क्योंकि ब्लैक में मौज और लूट है। शराबबंदी की ढ़ोल पीटने वालों के राज में विगत तीन दिनों में ही जहरीली शराब से 50 से अधिक मौतें हो चुकी है। मुख्यमंत्री स्वयं, प्रशासन, माफिया और तस्कर पुलिस पर कारवाई की बजाय पीने वालों को कड़ा सबक सिखाने की धमकी देते रहते है।
2021 में जहरीली शराब से  90 की मौत
बिहार में अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है। लेकिन यहां जहरीली शराब से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। वर्ष 2021 में अब तक 15 अलग-अलग घटनाओं में जहरीली शराब से लगभग 90 लोगों की मौत हो चुकी है। यही रफ्तार रही तो इस साल यह आंकड़ा सौ पार कर ले तो आश्चयर्य नहीं। हालांकि, बिहार के उत्पाेद व मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार साल 2021 में केवल 40 मौतों की पुष्टि कर रहे हैं।