Kolkata Gang Rape Case : कोलकाता गैंगरेप के मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा पर चौकानेवाला खुलासा
पश्चिम बंगाल साउथ कोलकाता के लॉ कॉलेज में 24 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप मामले में टीएमसी के एक कार्यकर्ता मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा उर्फ मैंगो समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। इसके साथ ही कॉलेज के एक सुरक्षा गार्ड को भी पकड़ा गया है। गैंगरेप का मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। मोनोजीत मिश्रा हमेशा लड़कियों पर कमेंट करता रहता था। वह हर लड़की से पूछता कि क्या मुझसे शादी करोगी।

- छात्राओं को बनाता था अपना निशाना
कोलकाता। पश्चिम बंगाल साउथ कोलकाता के लॉ कॉलेज में 24 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप मामले में टीएमसी के एक कार्यकर्ता मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा उर्फ मैंगो समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। इसके साथ ही कॉलेज के एक सुरक्षा गार्ड को भी पकड़ा गया है। गैंगरेप का मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। मोनोजीत मिश्रा हमेशा लड़कियों पर कमेंट करता रहता था। वह हर लड़की से पूछता कि क्या मुझसे शादी करोगी।
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जानकारी के अनुसार 24 वर्षीय छात्रा का रेप करने से पहले मोनोजीत ने पूछा था कि क्या वह उससे शादी करेगी। मनोजित लड़कियों की फोटो गलत ढंग से एडिट करके दोस्तों को भेजता था। मोनोजीत के कॉलेज जूनियर्स और बैचमेट्स ने इस बारे में खुलासा किया है। उस पर आरोप है कि उसने कई लड़कियों को निशाना बनाया। वह उनसे 'क्या तुम मुझसे शादी करोगी?' जैसे सवाल पूछता था।
'तुई आमाय बिये कोरबी'
मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा (31) है। वह कॉलेज का पूर्व छात्र है। वह तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) के दक्षिण कोलकाता जिले का संगठन सचिव भी है। अन्य दो आरोपी जैब अहमद (19) और प्रमित मुखोपाध्याय (20) है। दोनों कॉलेज के तीसरे सेमेस्टर के स्टूडेंट हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मिश्रा को उसके जूनियर और पूर्व सहपाठियों ने साइको बताया है। उस पर यौन हिंसा करने का आरोप है। खबरों के अनुसार, मिश्रा को 'मैंगो' के नाम से भी जाना जाता है। कॉलेज में कई लड़कियों को परेशान करता था। वह उनसे 'तुई आमाय बिये कोरबी' (क्या तुम मुझसे शादी करोगी)? जैसे सवाल पूछता था। यह जानकारी उसके साथ पढ़ने वाले स्टूडेंट्स ने दी है।
बताया जाता है कि यह पहली बार नहीं था जब मोनोजीत ने किसी लड़की से यह सवाल पूछा। कॉलेज कैंपस में कई छात्राओं से पहले भी वह यही सवाल पूछ चुका था। वह लड़कियों की मॉर्ड फोटो अपने दोस्तों को भेजा करता था। इसके अलावा महिलाओं के साथ अंतरंग संबंधों के वीडियो बनाकर भी दोस्तों को दिखाता था। लोगों ने बताया कि उसे सबकुछ रिकॉर्ड करने का फितूर रहता था। वह महिलाओं की फोटो क्लिक करके उन्हें ग्रुप में भेजता रहता था। इसमें वह उनकी बॉडी शेमिंग करता था।
चेतावनी के बावजूद नहीं हुआ सुधार
मोनोजीत के खिलाफ पहले भी छेड़खानी के मामले थे। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक छेड़खानी, हैरेसमेंट, शारीरिक उत्पीड़न और पैसों की उगाही को लेकर उसके खिलाफ कई मामले हैं। इस बारे में उसे अपनी पार्टी से भी चेतावनी मिल चुकी थी। लेकिन वह बिल्कुल भी सुधर नहीं रहा था। एक थर्ड ईयर के स्टूडेंट ने बताया कि कॉलेज प्रशासन को भी सबकुछ पता था। लेकिन इसके बावजूद सब उसे पूरा समर्थन करते थे। उसने बताया कि मैंगो और उसकी टीम स्टूडेंट्स, खासतौर पर लड़कियों के लिए दहशत का पर्याय थे। उसने बताया कि मोनोजीत के खिलाफ यौन उत्पीड़न की एक कंपलेन प्रभारी अध्यापक से की गई थी। लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
स्टूडेंट्स में था मनोजित का डर
एक फस्ट इयर का स्टूडेंट काफी डरा हुआ दिखाई दिया। उसने बताया कि कॉलेज में पढ़ाई की इतनी सुविधा है। लेकिन राजनीतिक प्रभाव ने सब सत्यानाश कर डाला है। उसने कहा कि स्टूडेंट यूनियन से जुड़े लोगों को मानो सबकुछ करने की छूट मिली हुई है। मोनोजीत उन सभी वॉट्सऐप ग्रुप का एडमिन था, जिसमें इंपॉर्टेंट नोटिस आती थीं। वह किसी को भी निकाल या जोड़ सकता था। लड़कियों की फोटो पोस्ट करना और उनके बारे में भद्दे मजाक करना, आम बात थी। इन लोगों को इस तरह से प्रोटेक्शन मिली हुई थी कि हम सब चुप रहने पर मजबूर थे।
विरोध प्रदर्शन में शामिल स्टूडेंट्स को धमकी
स्टूडेंट्स ने बताया कि वह लोग मोनोजीत और उसकी टीम से काफी ज्यादा डरे हुए थे। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इन लोगों ने कॉलेज तक जाना छोड़ दिया था। इन स्टूडेंट्स ने बताया कि उन्होंने पिछले साल आरजीकर कॉलेज में हुई घटना के विरोध में आयोजित 'रीक्लेम द नाइट' में हिस्सा लिया था। इसके बाद मोनोजीत ने उन्हें बुलाया और धमकियां दीं। इतना ही नहीं, उसने कुछ लोगों की पिटाई तक की थी। वह खुलेआम लोगों से कहता था कि उसे कुछ नहीं होगा, क्योंकि उसकी पहुंच नेताओं तक है। वह कॉलेज के बॉस की तरह व्यवहार करता था।
गुंडागर्दी के लिए जाना जाता था मनोजित मिश्रा
CNN-News18 से बात करते हुए देबोलीना दास ने बताया कि मनोजित मिश्रा अपने गुंडागर्दी के लिए जाना जाता था। देबोलीना दास ने साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में मनोजित के साथ पढ़ाई की थी। उसने बताया कि मिश्रा को कॉलेज से निकाल दिया गया था। देबोलीना दास ने कहा कि मनोजित मिश्रा 2013 बैच का था। उसे अपने व्यवहार के कारण कॉलेज से निकाल दिया गया था। लेकिन बाद में उसने फिर से एडमिशन ले लिया। वह लड़कियों को यूनियन रूम में बुलाता था। वहां शराब पीता था और यहां तक कि जूनियर्स का अपहरण भी करता था। उसके खिलाफ कई कंपलेन थीं। उसे कई बार चेतावनी दी गई थी। एक समय ऐसा भी था जब उसे केवल एग्जाम देने के लिए कॉलेज आने की अनुमति थी। वह हमेशा 'दादा' (लोकल गुंडे) की तरह व्यवहार करने की कोशिश करता था। लेकिन हमने उसे रोकने की कोशिश की।
महिलाओं को ब्लैकमेल करता था मनोजित
कॉलेज सोर्सेज ने बताया कि मनोजित मिश्रा महिलाओं के साथ निजी पलों को रिकॉर्ड करता था। अपने दोस्तों को दिखाता था। उसे लगभग हर चीज का वीडियो बनाने की आदत थी। वह और उसके साथी महिलाओं की फोटो क्लिक करते थे और उन्हें समूहों में पोस्ट करते थे। उनका बॉडी शेमिंग करते थे। उन्हें बदनाम करते थे। कई स्टूडेंट्स ने बताया कि मिश्रा के पास कॉलेज की बिल्डिंग तक पहुंच थी। वह कॉलेज के WhatsApp ग्रुपों को भी चलाता था। उसके खिलाफ छेड़छाड़, उत्पीड़न, शारीरिक हमला और जबरन वसूली की कई कंपलेन दर्ज की गयी थीं।
मनोजित मिश्रा का था कॉलेज में आतंक
कॉलेज के एक थर्ड इयर के स्टूडेंट ने बताया कि मनोजित मिश्रा और उसके साथी खासकर लड़कियों के लिए किसी आतंक से कम नहीं थे। अफसरों को सब कुछ पता था लेकिन उन्होंने उसे बचाया। हमने शिक्षक-प्रभारी को एक औपचारिक यौन उत्पीड़न की शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। कुछ वर्तमान स्टूडेंट्स ने बताया कि वे उससे इतने डरे हुए थे कि उन्होंने कॉलेज जाना बंद कर दिया था। कॉलेज के एक पूर्व छात्र मिश्रा ने जूनियर्स को भी डराया। उसने पिछले वर्ष 'रिक्लेम द नाईट' आंदोलन में भाग लेने वाले कुछ छात्रों को धमकी दी और पीटा।
मनोजित मिश्रा एक जुलाई तक पुलिस हिरासत में
अफसरों ने कहा कि वह अपने राजनीतिक संबंधों का दिखावा करता था। खुले तौर पर कहता था कि उसका कुछ नहीं होगा। इस वजह से वह कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र था। वह कॉलेज का बॉस बनकर रहता था। टीचर और गार्ड उससे डरते थे। मिश्रा फिलहाल पुलिस हिरासत में है। उसे गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। शुक्रवार को उसे अन्य दो आरोपियों के साथ अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया। उसे एक जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। अन्य दो आरोपियों की पहचान जैब अहमद (19) और प्रमित मुखोपाध्याय (20) के रूप में हुई है। दोनों कॉलेज के तीसरे सेमेस्टर के छात्र हैं।
अलीपुर लॉ कॉलेज में प्रैक्टिस करता था मनोजित
मनोजित मिश्रा साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज से 2022 में ग्रेजुएट हुआ। कॉलेज से पास होने के बाद भी उसने कॉलेज में अपना प्रभाव बनाये रखा। ग्रेजुएशन के बाद उसने अलीपुर लॉ कॉलेज में प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया। अपने स्टूडेंट लाइफ के दौरान मिश्रा अपनी दबंगई के लिए जाना जाता था। उसका नाम कई मारपीट की घटनाओं में सामने आया था। BJP IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी TMC पर हमला बोला। उन्होंने मिश्रा के पार्टी के साथ संबंधों को उजागर किया। उन्होंने X पोस्ट में कहा कि चौंकाने वाला! कसबा में एक कॉलेज की छात्रा के साथ क्रूर गैंगरेप के मुख्य आरोपियों में से एक मनोजित मिश्रा का TMC में सबसे शक्तिशाली लोगों के साथ सीधा संबंध है।
मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन
कोलकाता पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या पूरा अपराध पूर्व नियोजित था या नहीं? पुलिस को कॉलेज से CCTV फुटेज मिला है। इससे पता चलता है कि छात्रा ने पुलिस को अपनी शिकायत में जो गैंगरेप के आरोप लगाये हैं, वे सही हैं।
लॉ कॉलेज में लॉ स्टूडेंट से 25 जून की शाम हुई थी गैंगरेप की घटना
साउथ कोलकाता के कस्बा एरिया में लॉ कॉलेज में लॉ स्टूडेंट से 25 जून को लगभग शाम 7.30 बजे के गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था। इस मामले में पीड़िता के बयान पर FIR दर्ज कर पुलिस ने तीन आरोपियों के अलावा कॉलेज के सिक्योरिटी गार्ड को भी गिरफ्तार किया है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बुधवार शाम कॉलेज में एक छात्र संगठन की बैठक के बाद वो बाहर निकल रही थी, तभी आरोपियों ने उसे खींचकर गार्डरूम में ले गये। इसके बाद एक आरोपी ने उसके साथ बलात्कार किया और दो अन्य ने उसकी मदद की। पीड़िता ने बताया कि घटना के दौरान वो बार-बार छोड़ने की मिन्नतें कर रही थी और आरोपी के पैर भी पकड़ रही थी, लेकिन आरोपी रुका नहीं और घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों में मोनोजीत मिश्रा (31), जैब अहमद (19) और प्रमित मुखर्जी (20) शामिल हैं। मोनोजीत मुख्य आरोपी है। वह कॉलेज का पूर्व छात्र है। पीड़िता की कंपलेन के अनुसार,दो अन्य सह आरोपी जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी है। पीड़ित छात्रा कोलकाता लॉ कॉलेज में पढ़ रहा है।