बिहार: पुलिस हेडक्वार्टर बुलाये गये आरा सदर एसडीपीओ पंकज रावत, इलिगल बालू कारोबार में अब तक 11 अफसरों पर गिरी गाज

लिगल बालू कारोबार मामले में गवर्नमेंट की कार्रवाई जारी है। इस कड़ी में आरा सदर एसडीपीओ पंकज रावत को हटा दिया गया है। उनको पुलिस हेडक्वार्टर ज्वाइन करने को कहा गया है। 

बिहार: पुलिस हेडक्वार्टर बुलाये गये आरा सदर एसडीपीओ पंकज रावत, इलिगल बालू कारोबार में अब तक 11 अफसरों पर गिरी गाज
  • दो आइपीएस समेत 41 पुलिस अफसरों पर कसेगा शिकंजा

आरा। इलिगल बालू कारोबार मामले में गवर्नमेंट की कार्रवाई जारी है। इस कड़ी में आरा सदर एसडीपीओ पंकज रावत को हटा दिया गया है। उनको पुलिस हेडक्वार्टर ज्वाइन करने को कहा गया है। 

बालू के खेल में औरंगाबाद सदर, पटना के पाली और डेहरी डीएसपी भी हटा दिये गये हैं। इससे पहले औरंगाबाद एसपी व भजपुर एसपी हटाये जा चुके हैं। इलगल बालू माइनिंग मामल में भोजपुर में एसपी और डीएसपी समेत अब तक नौ पुलिस अफसर नप गये हैं। इनमें सात सब इंस्पेक्टर शामिल हैं। एमवीआई विनोद सिंह और कोईलवर के सीओ अनुज कुमार भी हटाये जा चुके हैं। गवर्नमेंट की ओर से ताबड़तोड एक्शन से प्रशासनिक महकमा में हड़कंप है। 

बताया जा रहा है कि बालू माइनिंग कर रही ब्रॉडसन कंपनी की कंपलेन के बाद आर्थिक अपराध इकाई की ओर से इलिगल कारोबार की जांच शुरू की गयी। जांच में पुलिस और बालू माफियाओं की सांठगांठ सामने आयी है। इसे लेकर आर्थिक अपराध इकाई की ओर से सरकार को रिपोर्ट दी गयी है। इस आधार पर सरकार की ओर से कार्रवाई शुरू की गयी। इलिगल बालू माइनिंग के खेल में सबसे पहले भोजपुर, सारण, औरंगाबाद और रोहतास के 14 सब इंस्पेक्टर हटाये गये। इनमें अकेले भोजपुर के सात एसआइ जिनमें कुछ थानेदार, तो कुछ पूर्व थानाध्यक्ष शामिल थे। सभी को जिला बदर कर दूसरे रेंज में भेज दिया गया। इसके बाद बुधवार को एसपी राकेश कुमार दूबे और फिर गुरुवार को सदर एसडीपीओ पंकज रावत हटा दिये गये। आरा के एमवीआई और कोईलवर के सीओ भी हटा दिये गये। 

इलिगल बालू माइनिंग के आरोप में दो आइपीएस समेत 41 पुलिस अफसरों पर शिकंजा कसेगा

इलिगल बालब माइनिंग के आरोप में हटाये गये  41 पुलिस और प्रशासनिक अफसरों पर शिकंजा कसेगा। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच की जायेगी। दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ FIR दर्ज करायी जा सरकती है। स्टेट गवर्नमेंट औरंगाबाद और भोजपुर के एसपी को हटाया है। कई डीएसपी पर भी गाज गिरी है। एसडीएम, डीटीओ, सीओ,एमवीआइ, थानेदार को भी हटाया गया है। सरकार के इस कदम से ऐसे अफसरों में हड़कंप मच गया है।