बिहार: पटना में इलिगल बालू माइनिंग के दौरान अरार धंसा, कई मजदूर दबे, एक की गई जान
बिहार की राजधानी पटना के बिहटा में सुरौधा के समीप सोन नदी में स्थित अरार (खोदाई से बना गड्ढ़ा) धंसने से कई मजदूर उसके नीचे दब गये। लोगों ने मशक्कत कर छह को बाहर निकाला। उनमें से एक की मौत हो गई। पांच का हॉस्पिटल में इलाज कराया जा रहा है।
पटना। बिहार की राजधानी पटना के बिहटा में सुरौधा के समीप सोन नदी में स्थित अरार (खोदाई से बना गड्ढ़ा) धंसने से कई मजदूर उसके नीचे दब गये। लोगों ने मशक्कत कर छह को बाहर निकाला। उनमें से एक की मौत हो गई। पांच का हॉस्पिटल में इलाज कराया जा रहा है।
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मृतक मजदूर की पहचान मनेर थाना क्षेत्र के धजवा टोला गांव निवासी स्व शिवपूजन राय का पुत्र रामकुमार के रूप में हुई है।जिस जगह यह हादसा हुआ है, वहां पहुंचने के लिए एकमात्र उपाय नाव ही है।
पुलिस कर रही घटना से इंकार
बिहटा, मनेर छपरा समेत अन्य जगहों के कुछ मजदूर नाव लेकर इलिगल बालू माइनिंग करने गये थे। इसी दौरान सुरौंधा के समीप बालू लदाई के क्रम में अरार धंस गया। उसमें कई मजदूर दब गये। मौके पर मौजूद मजदूरों की मदद से उनमें से छह को निकाला गया। लेकिन, एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गयी।
बताया जा रहा है कि जेसीबी पोकलेन मशीन से बालू की खोदाई के कारण बड़ा अरार बन जाता है। नाविक अरार के बीच से ही नाव सटा कर बालू लादते हैं, ताकि जल्द बालू लाद कर भागा जा सके।साथ ही खेत वालों एवं दबंगों को रंगदारी नहीं देना पड़े। हालांकि हादसा के मामले में लेकल पुलिस कुछ भी बताने से इंकार कर रही है।