बिहार: ज्वेलरी पहनने के शौकीन हैं सोना लूटकांड में अरेस्ट क्रिमिनल, पटना पुलिस ने चार क्रिमिनल सोनार को दबोचा
पटना पुलिस ने राजधानी के शास्त्रीनगर पुलिस स्टेशन के बेलदारी टोला कर्पूरी पथ में 21 दिसंबर की रात 20 लाख के ज्वेलरी लूटकांड का खुलासा कर लिया है। लूटकांड में शामिल चार क्रिमिनलों रोहित तिवारी, संतोष कुमार, प्रभाकर कुमार और शशिभूषण कुमार और लूट का सोना खरीदने वाले सोनार सुनील कुमार को पुलिस ने दबोच लिया है।
- शास्त्रीनगर बेलदारी टोला कर्पूरी पथ में 21 दिसंबर की रात हुई 20 लाख के ज्वेलरी लूटकांड का खुलासा
- लूट का चार सौ ग्राम सोना, 2.93 लाख कैश, दो पिस्टल, चाकू भी बरामद
पटना। पटना पुलिस ने राजधानी के शास्त्रीनगर पुलिस स्टेशन के बेलदारी टोला कर्पूरी पथ में 21 दिसंबर की रात 20 लाख के ज्वेलरी लूटकांड का खुलासा कर लिया है। लूटकांड में शामिल चार क्रिमिनलों रोहित तिवारी, संतोष कुमार, प्रभाकर कुमार और शशिभूषण कुमार और लूट का सोना खरीदने वाले सोनार सुनील कुमार को पुलिस ने दबोच लिया है। इनके पास से लूट का चार सौ ग्राम सोना, 2.93 लाख कैश,दो पिस्टल, चाकू भी बरामद की गयी है। एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी है।
लूटपाट से पहले शास्त्रीनगर पार्क के पास जुटे थे क्रिमिनल
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गये चारों लुटेरे पंडारक पुलिस स्टेशन एरिया के हैं।सभी शास्त्रीनगर पार्क के पास बुधवार की रात किसी बड़ी क्राइम को अंजाम देने के लिए जुटे थे। इनकी निशानदेही पर लूट का सोना खरीदने वाले सोनार सुनील कुमार को बाढ़ से अरेस्ट किया गया है।। एसएसपी ने बताया कि एक अन्य क्रिमिनलों की खोज में रेड जा रही है। लूट का सभी सोना बरामद कर लिया गया है। सभी लुटेरे शास्त्रीनगर में ही किराये का कमरा लेकर रहते थे। गैंग का सरगना रोहित है। रोहित जून माह में बाढ़ बाजार समिति के गेट के पास व्यवसायी वीरेंद्र कुमार की गोली मारकर मर्डर के मामले में भी वांटेड था। अन्य सभी क्रिमिनलों की क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही है।
दस दिनों से रेकी करने के बाद लूटे ज्वेलरी
कर्पूरी पथ निवासी कंट्रेक्टर सोने के ज्वेलरी पहने के शौकीन है। वे गले और हाथ में लगभग चार सौ ग्राम के ज्वेलरी पहनते है। वह घर के पास की चाय दुकान पर डेली रात को लगभग नौ बजे बाइक से चाय पीने जाते थे। रोहित और उसके तीनों साथी भी वहीं चाय पीने जाते थे। क्रिमिनलों की नजर कंट्रेक्टर पर पड़ी। लगभग दस दिनों तक कंट्रेक्टर की रेकी। इसके बाद रोहित अपने साथी संतोष, प्रभाकर के साथ लूट की प्लान बनाई। शशिभूषण रेकी कर रहा था। कंट्रेक्टर 21 दिसंबर की रात लगभग नौ बजे उसी चाय की दुकान पर चाय पीने बाइक से आए। इस दौरान रोहित और उसके दो अन्य साथी पहले से ही दुकान के पास मौजूद थे। कंट्रेक्टर चाय पीकर घर जा रहे थे, इसी बीच चारों लुटेरों ने उन्हें घेर लिया। पिस्टल और चाकू सटाकर उनके शरीर से करीब चार सौ ग्राम सोने के गहने लूटकर फरार हो गये। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी ने सिटी एसपी विनय तिवारी के नेतृत्व में टीम गठित की। छानबीन और पूछताछ के बाद पुलिस रोहित की पहचान की। जांच में पता चला कि लुटेरे सोना लेकर बाढ़ में सुनील कुमार की दुकान पर गये थे।
पुलिस सोनार को कस्टडी में लेकर कर पूछताछ की तो उसने बताया कि रोहित और उसके साथी 22 दिसंबर को सौ ग्राम सोना बेचे थे। बदले में उन्हें चार लाख रुपये दिया। सोनार की पहले से लुटेरों से जान पहचान थी। इसी बीच सूचना मिली कि चारों लुटेरे शास्त्रीनगर में ही किराये के घर में रहते है। लेकिन, वह ठिकाना बदल दिये। टेक्नीकल इन्विस्टीगेशन से पुलिस ने बुधवार की रात शास्त्रीनगर पार्क के पास से चारों लुटेरों को दबोच लिया। रोहित ने बताया कि एक लाख रुपये चारों ने खर्च कर दिया है।