बिहारःबीजेपी ने MLA ज्ञानू को जारी किया शो कॉज नोटिस, CM नीतीश की प्रशंसा कर BJP को बताया था दिशाहीन
बिहार में बीजेपी को नेतृत्वविहीन बताने वाले बाढ़ के एमएलए ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू पर अनुशासन का शिकंजा कस गया है। बीजेपी ने पार्टी के मिनिस्टर्स, एमएलसी नवल किशोर यादव के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर ज्ञानू को शो कॉज किया है।
- बाढ़ के एमएलए ने एमएलसी नवल किशोर यादव के बारे में कही थी आपत्तिजनक बातें
पटना। बिहार में बीजेपी को नेतृत्वविहीन बताने वाले बाढ़ के एमएलए ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू पर अनुशासन का शिकंजा कस गया है। बीजेपी ने पार्टी के मिनिस्टर्स, एमएलसी नवल किशोर यादव के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर ज्ञानू को शो कॉज किया है।
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बीजेपी की प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष विनय सिंह ने ज्ञानू को कारण बताओ नोटिस जारी 14 दिनों के अंदर जवाब मांगा है। ज्ञानू ने बिहार में पार्टी को नेतृत्वविहीन बताया था। उन्होंने सीधे तौर पर प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और पार्टी विधानमंडल दल के नेता व डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद को चुनौती भी दी थी।
नड्डा से जयसवाल व तारकिशोर की मुलाकात के बाद बढ़ी सख्ती
बिहार बीजेपी प्रसिडेंट डा. संजय जायसवाल व डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद और की नेशनल प्रसिडेंट जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद पार्टी ने ज्ञानू को चेतावनी दी है। तारकिशोर और जायसवाल ने बुधवार को नड्डा से मुलाकात की थी। दोनों ने बिहार में संगठन और सत्ता की गतिविधियों से पार्टी नेतृत्व को अवगत कराया था।
पिछले एक वर्ष से पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं ज्ञानू
उल्लेखनीय है कि ज्ञानू पिछले एक वर्ष से पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं। तर्क है कि सीनीयर लीडर होने के बावजूद पार्टी में उनकी लगातार अनदेखी की जा रही है। सत्ता या संगठन में जिम्मेदारी नहीं मिलने से ज्ञानू खफा हैं। पिछले एक वर्ष में ज्ञानू कई बार पार्टी विरोधी बयान देकर सरकार और बीजेपी की किरकिरी करा चुके हैं। ज्ञानू ने चार नंवबर को कहा था कि बिहार में बीजेपी नेतृत्वविहीन है। बीजेपी कोटे के ज्यादातर मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उनकी बात अधिकारी भी नहीं सुनते। बिहार बीजेपी में जातिवादी व्यवस्था हावी हो रही है। सवर्ण समाज बीजेपी से सख्त खफा है। यही हाल रहा तो 2024 में परिणाम बुरे होंगे।
दिशाहीन हो गई है बिहार बीजेपी
ज्ञानू ने बीजेपी के ष्ट्रीय नेतृत्व से जल्द से जल्द मामले में संज्ञान लेने की अपील की थी। ज्ञानू का आरोप था कि सुशील मोदी के बाद बिहार बीजेपी दिशाहीन हो गई है। ज्ञानू का इशारा सीधे तौर पर संजय जायसवाल पर था। उन्होंने कहा कि वर्तमान अध्यक्ष से संगठन के लोग भी नाराज हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा था कि अनुभवहीन और ऐसे लोगों को मिनिस्टर बना दिया गया जिन्हें कोई जानकारी नहीं है। इनसे पार्टी की किरकिरी हो रही है। मिनिस्टर्स को सिपाही बेइज्जत करता है। बीजेपी कोटे से ऐसे मिनिस्टर बने जिनपर कई कई मुकदमे हैं। उनकी आपराधिक छवि है। प्रदेश नेतृत्व ने दागी और माफिया को मिनिस्टर बना दिया है।
नीतीश की थी जमकर की तारीफ
ज्ञानू ने भाजपा नेतृत्व को चुनौती देने के साथ सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की थी। कहा था तीश का विकल्प नहीं है और आगे भी सीएम बने रहेंगे। उन्होंने कहा था कि बिहार बीजेपी में कोई ऐसा नेता है जो सीएम बन सके।
बीजेपी कोटे के मिनिस्टर भ्रष्ट
बीजेपी एमएलए ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू द्वारा पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को दिशाविहीन बताया था। कहा था कि बीजेपी के अधिकांश मंत्री व्यापारी और क्रिमिनल बैकग्राउंड से हैं। बीजेपी मंत्रियों के को भ्रष्ट और कहने पर पार्टी के विधान परिषद सदस्य नवल किशोर यादव नाराज हो गये थे। उन्होंने ज्ञानू पर तीखी टिप्पणी की। कहा कि मंत्री न बनने के कारण ज्ञानू के पेट में पीड़ा हो रही है। पीड़ा जब कभी तेज होती है, वह उल्टा-पुल्टा बोलने लगते हैं। यादव ने आरोप लगाया कि ज्ञानू आइएएस, आइपीएस अफसरों की लाइजनिंग करते हैं। अप्रत्यक्ष रूप से यह कहा गया कि लाइजनिंग का कारोबार ज्ञानू की कमाई का जरिया है। उन्होंने कटाक्ष किया- ज्ञानू को रिश्वतखोरों के बारे में जरूर पता होना चाहिए।
नवल किशोर यादव पर भड़के ज्ञानू
ज्ञानू ने बीजेपी नेतृत्व पर हमले के बाद उसके बाद एनडीए के उप नेता व एमएलसी नवल किशोर यादव पर निजी टिप्पणी कर दी। नवल किशोर यादव के संदर्भ में कहा था कि विधान परिषद के सदस्यों की कोई वैल्यू नहीं है। उन्होंने बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव पर भी टिप्पणी करते हुए कह दिया था कि उनकी हैसियत नहीं मेरे बारे में बोलने की। इसी सवाल पर नवल किशोर यादव ने ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू को खरी खोटी सुना दिया। नाराज नवल किशोर यादव ने भी मर्यादा की सीमा लांघी दी। बीजेपी एमएलए ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू पर भड़के बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव'ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू सरीखे नेताओं की वजह से पार्टी की फजीहत हो रही है। ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के विश्वासघाती स्वभाव की वजह से उन्हें ना तो नीतीश कुमार जी ने मंत्री बनाया. ना ही भाजपा ने मंत्री बनाया. ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू विश्वासघाती हैं।वल किशोर यादव ने कहा कि वे मेरे हैसियत की बात ना ही करें। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ऐसे लोगों को अपने पास भी नहीं भटकने देते हैं। इस कारण ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू भड़कते रहते हैं। नवल किशोर ने कहा कि मैं दलाल नहीं हूं. तलवा चाट कर आगे नहीं बढ़ा हूं। ये उनका काम हो सकता है।