- आरोपी बिल्डर व एक बीजेपी नेता के खिलाफ ब्रह्रर्षि समाज के लोगों ने लगाये गंभीर आरोप
पटना। बिहार की नई महागठबंधन सरकार से किडनैपिंग के आरोप में इस्तीफा देने वाले बाहुबली अनंत सिंह के करीबी फिर नये विवाद से घिर गये हैं। उनपर पटना के एक बिल्डर राजू सिंह के किडनैपिंग के उसी मामले को दबाव बनाकर मैनेज करने का आरोप लगाया गया है। यह आरोप बिल्डर की पत्नी दिव्या सिंह ने लगाया है। उन्होंने इस संबंध में पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखा है।
वहीं ब्रह्रर्षि समाज के लोगों ने बिल्डर राजू सिंह व बीजेपी के एक बड़े नेता के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये हैं। ब्रह्रर्षि समाज से जुड़े कई फेसबुक ग्रुप में पोस्ट वायरल किया जा रहा है कि कैसे राजू सिंह जातीय रंजिश में अनंत सिंह के पीछे पड़े हैं। राजू सिंह के खिलाफ कई गंभीर मामले में कोर्ट में दर्ज हैं। वह खुद जेल में बंद है। इसके पीछे बीजेपी के एक कद्दावर लीडर का हाथ है। आरोप लग रहा है कि इस बीजेपी लीडर ने अनंत सिंह से मदद के नाम पर पूर्व में मोटी रकम ठगी की थी।
किडनैपिंग का मामला मैनेज करने को दबाव देने का आरोप
बिल्डर राजू सिंह की वाइफ चीफ जस्टिस को पत्र लिखा है।उनका एक वीडियो भी वायरल हो गया है। उन्होंने बेउर जेल प्रशासन और पटना पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाये हैं।किडनैपिंग के उक्त मामले में कार्तिक सिंह की जमानत याचिका बीते एक सितंबर को दानापुर कोर्ट से खारिज हो चुकी है, लेकिन उन्होंने अभी तक सरेंडर नहीं किया है। पुलिस ने भी उन्हें अरेस्ट नहीं किया है। इस बीच उनपर जिस बिल्डर राजू सिंह के किडनैपिंगका आरोप है, उसी मामले को मैनेज करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा है। बिल्डर अभी जेल में हैं। उनकी पत्नी दिव्या सिंह ने पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि कार्तिक सिंह के लोग जेल में उनके हसबैंड राजू सिंह से मिले हैं। उनपर मुकदमा में समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है। बिल्डर की वाइफने खुद व हसबैंड की जान को खतरा बताया है। सुरक्षा देने की गुहार लगाई है।
मर्डर की धमकी देने का आरोप
अलावा दिव्या ने अपने वीडियो में कहा है कि अपहरण के मामले में कार्तिक सिंह का नाम आने के बाद उनके हसबैंड और परिवार पर समझौता करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। 20 अगस्त को चार गाड़ियों से कार्तिक सिंह के लोग बेउर जेल के अंदर हसबैंड राजू सिंह से मिलने गये थे। उन्हें धमकाया गया कि मामले में समझौता कर लो, वरना बुरा अंजाम भुगतना पड़ेगा। मर्डर की धमकी दी जा रही है। घर पर भी लोग आ रहे हैं। वाट्सएप काल आ रही है। उन्होंने धमकी दी है कि यहीं रहना है, इसलिए बात मान लो।
एसएसपी पर केवल आश्वासन देने का आरोप
दिव्या के अनुसार उन्होंने एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी। एसएसपी ने सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन किसी तरह की सुरक्षा नहीं मिली। अब एसएसपी फोन भी नजरअंदाज कर रहे हैं। दिव्या के अनुसार उनके हसबैंड पर कोई आपराधिक मुकदमा नहीं है। इसके बावजूद उन्हें जेल में रखा गया है, ताकि वे अपहरण के मामले में वे चुप्पी साधे रहें।इस बाबत एसएसपी ने कहा कि सुरक्षा प्रदान करने के लिए दिव्या सिंह का आवेदन मिला था। वे अपहरण कांड की गवाह हैं। उनके आवेदन पर गवाह सुरक्षा योजना के तहत अग्रेतर कार्रवाई करने के लिए जिला अभियोजन पदाधिकारी को अनुशंसा की गई है।
किडनैपिंग के मामले में अगली सुनवाई 14 सितंबर को
कार्तिक सिंह 16 अगस्त को बिहार सरकार में कानून मंत्री बनाए गए थे। किडनैपिंग के मामले में विवाद खड़ा होने पर 30 अगस्त को उन्हें कानून मंत्री के पद से हटाते हुए गन्ना विभाग का मंत्री बनाया गया। एक दिन बाद उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। एक सितंबर को कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। इसके बाद से उनका पता नहीं चला है। किडनैपिंग के इस मामले की अगली सुनवाई 14 सितंबर को है।