बिहार: छह साल तक DSP रहे, प्रमोशन कैंसिल, फिर से बनाये गये इंस्पेक्टर
बिहार में पुलिस इंस्पेक्टर डा. शंकर कुमार झा ने डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग की बात छिपाते हुए गलत तथ्य पेश कर डीएसपी में प्रमोशन ले ली। अब छह साल बाद होम डिपार्टमेंट ने प्रमोशन कैंसिल करते हुए सेवा पुलिस हेडक्वार्टर को वापस कर दिया है।
- डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग छिपाकर इंस्पेक्टर से प्रमोशन लेकर बन गये थे डीएसपी
- छह साल बाद होम डिपार्टमेंट ने प्रमोशन किया कैंसिल
पटना। बिहार में पुलिस इंस्पेक्टर डा. शंकर कुमार झा ने डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग की बात छिपाते हुए गलत तथ्य पेश कर डीएसपी में प्रमोशन ले ली। अब छह साल बाद होम डिपार्टमेंट ने प्रमोशन कैंसिल करते हुए सेवा पुलिस हेडक्वार्टर को वापस कर दिया है।
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वैशाली में पेंडिंग थी डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग
आरोपी फिलहाल बीएमपी-12, सुपौल में डीएसपी के पद पर थे। होम डिपार्टमेंट के अनुसार, वैशाली में थानाध्यक्ष रहते डा. शंकर कुमार झा को पुलिस इंस्पेक्चर से डीएसपी रैंक में प्रमोशन दी गई थी। इस दौरान उनके विरुद्ध वैशाली जिला की डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग संख्या 33/16 पेंडिंग थी। पुलिस हेडक्वार्टर के संज्ञान में यह मामला वर्ष 2018 में आया जिसके बाद डिपार्टमेंट लेवल पर प्रमोशन की समीक्षा कराई गई। इसमें शंकर झा को डीएसपी पोस्ट पर प्रोमोशन को नियमसम्मत नहीं पाया गया जिसके बाद प्रोमोशन कैंसिल करते हुए सेवा पुलिस हेडक्वार्टर को वापस कर दी गई है।
शंकर झा के विरुद्ध संचालित वैशाली जिला डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग पर पुलिस मुख्यालय के स्तर से ही विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी। अब छह साल बाद गृह विभाग ने प्रमोशन को रद करते हुए सेवा पुलिस मुख्यालय को वापस कर दी है। अब फिर इंस्पेक्टर का पद संभालना होगा।