बिहार: JDU ने RCP के करीबीअजय आलोक सहित चार नेताओं को पार्टी से निकाला
बिहार में सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड ने संगठन का कामकाज देख रहे अपने चार पदाधिकारियों को पार्टी से डिसमिस कर दिया है। इनमें पार्टी के इनमें पार्टी के प्रवक्ता अजय आलो,क दो महासचिवऔर एक भंग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं। चारों निष्कासित नेता सेंट्रल मिनिस्टर आरपीसी सिंह के करीबी माने जाते हैं।
- पीएम मोदी कैबिनेट के इस्तीफा दें आरसीपी सिंह: उपेंद्र कुशवाहा
पटना। बिहार में सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड ने संगठन का कामकाज देख रहे अपने चार पदाधिकारियों को पार्टी से डिसमिस कर दिया है। इनमें पार्टी के इनमें पार्टी के प्रवक्ता अजय आलो,क दो महासचिवऔर एक भंग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं। चारों निष्कासित नेता सेंट्रल मिनिस्टर आरपीसी सिंह के करीबी माने जाते हैं।
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उल्लेखनीय है कि जेडीयू ने एक्स नेशनल प्रसिडेंट आरसीपी सिंह को इस बार राज्यसभा का टिकट नहीं दिया था। अब उनके केंद्र में मंत्री बने रहने पर सवाल खड़ा हो गया है।जेडीयू पार्टी के महासचिव अनिल कुमार व विपिन यादव, पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा. अजय आलोक और भंग समाज सुधार सेनानी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जितेंद्र नीरज शामिल को निष्कासित किया है। अनिल कुमार और विपिन कुमार काफी दिनों से जेडीयू प्रदेश कार्यालय के बाहर सेंट्रल मिनिस्टरआरसीपी सिंह के कार्यक्रमों में सक्रिय दिख रहे थे। डा. अजय आलोक ने भी पिछले दिनों राज्यसभा चुनाव के समय प्रत्याशी के चयन को लेकर सार्वजनिक रूप से आरसीपी सिंह के समर्थन में वक्तव्य दिया था। वैसे, पार्टी नेतृत्व का कहना है बर्खास्तगी के मूल में यह बात है कि ये लोग समानांतर तरीके से सक्रिय थे।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कार्रवाई का कारण बताया
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के पदाधिकारी का काम दल को मजबूत व सशक्त करना होता है। उनसे यह अपेक्षा की जाती है कि वे अपनी पूरी ऊर्जा का इस्तेमाल पार्टी के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार को मजबूत करने के लिए करेंगे। इसके विपरीत जिन नेताओं को बर्खास्त किया गया है वे लोग पिछले कुछ महीने से दलहित के विरुद्ध पार्टी के समानांतर चल रहे कार्यक्रम में सक्रिय थे। वे पार्टी के पदाधिकारी के रूप में दल के कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित कर उन्हें दिग्भ्रमित कर रहे थे।
अजय आलोक बोले- थैंक्यू
अपनी बर्खास्तगी पर अजय आलोक ने सीएम नीतीश कुमार एवं जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह को टैग करते हुए अपने ट्वीट में प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसके लिए सीएम नीतीश कुमार एवं अध्यक्ष ललन सिंह को धन्यवाद दिया है।
पीएम मोदी कैबिनेट के इस्तीफा दें आरसीपी सिंह: उपेंद्र कुशवाहा
जनता दल यूनाइटेड बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि पार्टी के एक्स नेसनल प्रसिडेंट व सेंट्रल की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री आरसीपी सिंह को मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। आरसीपी सिंह के चार करीबियों की पार्टी से बर्खास्तगी के बाद अपनी प्रतिक्रिया देने के दौरान कुशवाहाने यह भी कहा कि आगे पार्टी में उनकी क्या भूमिका रहेगी, फिलहाल यह तय नहीं है।कुशवाहा ने इस प्रावधान की ओर इशारा करते हुए कहा कि संविधान के हिसाब से जबतक कोई संसद सदस्य है, मंत्री रह सकता है। लेकिन उन्हें नैतिक आधार पर स्थितियों काे देखते हुए फैसला करना चाहिए।उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आरसीपी सिंह को आगे क्या करेंगे, इसका फैसला उन्हें करना है। पार्टी में उन्हें क्या दायित्व दिया जाएगा, फिलहाल यह तय नहीं है।आरसीपी सिंह बतौर राज्यसभा सदस्य केंद्र सरकार में मंत्री हैं, लेकिन उनका राज्यसभा का कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त हो रहा है। संवैधानिक दृष्टि से मंत्री बने रहने के लिए उनकाे छह महीने के अंदर संसद के किसी भी सदन का सदस्य बनना जरूरी है।