बिहार: कन्हैया कुमार और चंदन सिंह की सियासी मुलाकात, दल-बदल की चर्चा पकड़ रही जोर
नवादा के एलजेपी एमपी चंदन कुमार की सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात व भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी से जेएनएयू फेम कन्हैया कुमार की मुलाकात को लेकर राजनीतिक कयास लगाये जा रहे हैं।
पटना। बिहार में आजकल सियासी गलियारे में विपक्षी दल के नेताओं का सत्ताधारी दल के नेताओं से मिलने-जुलने का दौर जारी है। इससे पार्टी बदलने की चर्चा तक पहुंच जा रहा। मिलने वाले सफाई देते रहते हैं। नवादा के एलजेपी एमपी चंदन कुमार की सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात व भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी से जेएनएयू फेम कन्हैया कुमार की मुलाकात को लेकर राजनीतिक कयास लगाये जा रहे हैं।
एलजेपी एमपी चंदन कुमार कुछ दिन पहले बीमार थे। दिल्ली स्थित AIIMS में उनका इलाज हुआ था। सीएम नीतीश कुमार ने इस दौरान चंदन को तीन बार फोन किया था। इलाज को ले उन्होंने डॉक्टरों से भी बात की थी। उनके हेल्थ के बारे में लगातार अपडेट लेते रहे। जेडीयू के एक एमपी ने भी हालचाल लिया था। एलजेपी एमपी जब स्वस्थ होकर पटना लौटे तो सीएम नीतीश से मिलकर आभार प्रकट किया। सीएम से उनकी मुलाकात का सियासी गलियारे में अर्थ लगाया जाने लगा कि वह जेडीयू में शामिल होने जा रहे।
अशोक चौधरी से कन्हैया कुमार ने कॉलेज की जमीन को लेकर की थी मुलाकात
जेएनएयू फेम कन्हैया कुमार से जेडीयू लीडर व भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी से रविवार को हुई मुलाकात भी सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है। कन्हैया कुमार भवन निर्माण मंत्री से मिलने उनके आवास गये थे। इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टि से देखा जाने लगा। बेगूसराय के बखरी में एक कॉलेज जमीन का मामला पहले से विवादित हो गया था। उस कॉलेज की जमीन के सिलसिले में ही कन्हैया ने अशोक चौधरी से भेंट की थी। अशोक चौधरी ने कहा कि व्यक्तिगत संबंधों को राजनीतिक दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए। कन्हैया से उनके संबंध कांग्रेस के समय से ही हैं। पिछले दिनों इसी तरह से एलजेपी एमएलए राजकुमार सिंह ने व्यक्तिगत संबंधों को लेकर ही उनसे मुलाकात की थी।
JNU छात्रसंघ के एक्स प्रसिडेंट और सीपीआई लीडर कन्हैया कुमार ने आशोक चौधरी से मुलाकात की।सोफे पर बैठकर दोनों ने अकेले में 'कुछ' बात की। बॉडी लैंग्वेज से लग रहा है कि अशोक चौधरी कन्हैया कुमार को कुछ टिप्स दे रहे हैं। ये राजनीतिक भी हो सकता है, गैर राजनीतिक भी। मगर जब दो राजनेता आपस में बात करते हैं तो आगे की रणनीति पर चर्चा लाजिमी है। बाहर गार्डेन में आकर कन्हैया कुमार और उनके दो साथियों ने अशोक चौधरी के साथ फोटो भी खिंचवाया। वैसे पॉलिटिक्स में यूं ही कोई किसी से मिलने नहीं चला जाता है। कन्हैया से पहले जमुई के चकाई से निर्दलीय एमएलए सुमित कुमार सिंह और कैमूर के चैनपुर से बीएसपी की टिकट पर चुनाव जीते जमा खां ने अशोक चौधरी से मुलाकात की थी। आज वो दोनों (सुमित कुमार सिंह और जमा खां) नीतीश कैबिनेट मिनिस्टर हैं।