बिहार:शाहनवाज हुसैन और मुकेश सहनी ने सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी विधान परिषद के लिए दाखिल किया नॉमिनेशन
बीजेपी की ओर से एक्स सेंट्रल मिनिस्टर सैयद शाहनबाज हुसैन व वीआइपी कैंडिडेट मुकेश सहनी ने सोमवार को विधान परिषद उपचुनाव के लिए नॉमिनेशन दाखिल किया। नामांकन में सीएम नीतीश कुमार, दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी, एमपी सुशील कुमार मोदी, एक्स मिनिस्टर नंद किशोर यादव,बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और पाटलिपुत्र के एमपी राम कृपाल यादव समेत अन्य उपस्थित थे।
- दोनों के निर्विरोध चुने जाने की दिख उम्मीद
पटना। बीजेपी की ओर से एक्स सेंट्रल मिनिस्टर सैयद शाहनबाज हुसैन व वीआइपी कैंडिडेट मुकेश सहनी ने सोमवार को विधान परिषद उपचुनाव के लिए नॉमिनेशन दाखिल किया। पटना के प्रमंडलीय आयुक्त ऑफिस में इन दोनों नेताओं के नामांकन में सीएम नीतीश कुमार, दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी, एमपी सुशील कुमार मोदी, एक्स मिनिस्टर नंद किशोर यादव,बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और पाटलिपुत्र के एमपी राम कृपाल यादव समेत अन्य उपस्थित थे। दोनों के निर्विरोध चुने जाने की उम्मीद दिख रही है।
पार्टी के भरोसे को रखेंगे कायम: शाहनवाज
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बीजेपी ने उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर उन पर भरोसा किया है। वह इस भरोसे को कायम रखेंगे। पार्टी की मजबूती के साथ ही एनडीए की मजबूती के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा इसके पहले भी अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में उन्हें नीतीश कुमार के साथ काम करने का मौका मिल चुका है। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम करते रहेंगे। शाहनवाज ने दावा किया कि प्रदेश में एनडीए सरकार अपने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी।पूरे पांच साल चलेगी सरकार: मुकेश सहनी
वीआइपी अध्यक्ष मुकेश साहनी ने कहा भाजपा ने हम पर भरोसा जताकर कल ही उन्हें नॉमिनेशन करने के निर्देश दिये थे। साहनी ने कहा उन्हें किसी से कोई नाराजगी नहीं है। कल शाम तीन बजे होम मिनिस्टर अमित शाह ने उन्हें फोन किया था जिसके बाद वे आज नामांकन के लिए आये हैं। सहनी ने भी दावा किया कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार अपने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी। साहनी ने भाजपा के प्रमुख नेताओं के साथ ही एनडीए नेताओं को उन पर भरोसा जताने के लिए आभार जताया है।
विधान परिषद में भाजपा कोटे की दो सीटें बीते दिनों खाली हुई थीं। इनमें से एक सीट एक्स डिप्टी सीएम सुशील मोदी के राज्यसभा सदस्य चुने जाने और दूसरी सीट एक्स मिनिस्टर विनोद नारायण झा के एमएलए बनने के चलते रिक्त हुई है। सुशील मोदी का कार्यकाल अभी करीब चार साल और विनोद नारायण झा का करीब डेढ़ साल बाकी है।