Bihar:श्याम रजक ने RJD से दिया इस्तीफा,शायराना अंदाज में लालू यादव को लिखा इमोशनल लेटर
राष्ट्रीय जनता दल के महासचिव व एक्स मिनिस्टर श्याम रजक ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद को अपना इस्तीफा भेज दिया है। श्याम रजक ने लालू यादव को भेजे पत्र में कहा गया है कि वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद औऱ प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।चर्चा है कि वह जल्दी ही वापस जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
- मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया
- जल्द ही जनता दल यूनाइटेड ज्वाइन कर सकते हैं श्याम रजक
पटना। राष्ट्रीय जनता दल के महासचिव व एक्स मिनिस्टर श्याम रजक ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद को अपना इस्तीफा भेज दिया है। श्याम रजक ने लालू यादव को भेजे पत्र में कहा गया है कि वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद औऱ प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। चर्चा है कि वह जल्दी ही वापस जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
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श्याम रजक ने लालू के नाम लिखे अपने त्यागपत्र में उनपर जमकर तंज किया है।श्याम रजक ने लिखा, मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया, आप मोहरे चल रहे थे मैं रिश्ते निभा रहा था। इस्तीफा देने के बाद पूर्व राजद नेता श्याम रजक ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा,"...मैंने जेपी आंदोलन से शुरुआत की और चंद्रशेखर जी के साथ राजनीति की शुरुआत की, इसलिए मुझे स्वाभिमान, सम्मान और काम के विजन के अलावा कुछ नहीं आता"।
'मेरे लिए दरवाजे खुले हैं'
श्याम रजक ने दावा किया कि जिन मूल्यों को लेकर हमने राजद का निर्माण किया, वे कहीं पीछे छूट गये हैं। जदयू में शामिल होने की खबरों पर भी श्याम रजक ने चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा, "मैंने अभी इस बारे में नहीं सोचा है, मैं राजनीतिक मान्यताओं के साथ राजनीति करता हूं, जिस पार्टी में हूं, उसके प्रति ईमानदार रहता हूं। श्याम रजक ने कहा, मैंने राजद से इस्तीफा दे दिया है, अब मेरे लिए दरवाजे खुले हैं, मैं सभी से बात कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि मेरे पास दो ही विकल्प हैं, या तो मैं संन्यास ले लूं या फिर फुलवारी की जनता के अधूरे काम पूरे करूं और दलितों और युवाओं की लड़ाई जारी रखूं। अगर मैं उनके दो आंसू भी पोंछ पाया तो अपना जीवन सफल मानूंगा।
.नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने पूर्व RJD नेता श्याम रजक के इस्तीफे पर कहा, "इसपर हमें कुछ नहीं कहना। चुनाव आने वाला है, सब देखते हैं कहीं जाना है या नहीं जाना... हमने लोगों के लिए काम किया है। "आरजेडी में श्याम रजक ही दल छोड़ हो ऐसे वह एकमात्र नेता नहीं है। लोकसभा चुनाव के वक्त से ही राजद की नीतियों से नाराज होकर पार्टी के कई बड़े नेता अपने पद से त्यागपत्र दे चुके हैं। हाल के कुछ महीनों में राजद से इस्तीफा देने वाले नेताओं में एक्स सेंट्रल मिनिस्टर देवेंद्र यादव, एक्स मिनिस्टर वृशिण पटेल , एक्स एमपी अशफाक करीम और तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी करुणा सागर शामिल हैं।
उल्लेखनीय कि श्याम रजक पार्टी के पुराने नेता हैं। एक समय लालू दरबार में राम (रामकृपाल यादव) और श्याम (श्याम रजक) का दबदबा हुआ करता था। लेकिन अब दोनों ने आरजेडी को छोड़ चुके हैं। लालू प्रसाद के आवास में श्याम रजक और रामकृपाल की जोड़ी राम-श्याम की जोड़ी के नाम से मशहूर थी। पार्टी से लगातार अनदेखी के बाद उन्होंने कुछ वर्षों पहले राजद का साथ छोड़ दिया था। इसके बाद जदयू में चले गय, जहां उन्हें मंत्री पद भी मिला था। प्रदेश के पूर्व उद्योग मंत्री के रूप में इनकी अपनी पहचान बनी.।परंतु यहां भी वे लंबे समय तक नहीं रह पाये। वह वापस राष्ट्रीय जनता दल में आ गये। जानकार सोर्सेज का कहना है कि श्याम रजक को दोबारा राजद ज्वाइन करने के बाद पार्टी से उन्हें जो सम्मान मिलना चाहिए वह उन्हें मिल नहीं रहा था। जिससे आहत होकर उन्होंने में एक बार फिर पार्टी का साथ छोड़ दिया है।
जेडीयू से मिला फुलवारीशरीफ सुरक्षित सीट का मिला ऑफर
2020 के विधानसभा चुनाव में श्याम रजक की सीट फुलवारीशरीफ विधानसभा क्षेत्र को आरजेडी ने अपने सहयोगी भाकपा माले के पास चली गई थी। यहां से वामदल जीतने में सफल भी रहे थे। श्याम रजक को उम्मीद थी कि उन्हें बगल की सीट मसौढ़ी दी जायेगी, लेकिन वहां भी उन्हें निराश होना पड़ा। इसी बीच राजद ने राज्यसभा और विधान परिषद की सीटें भी दूसरों को सौंपी गयी। पॉलिटिकल सोर्सेज क का कहना है कि इससे श्याम रजक नाराज थे। इधर, एनडीए गठबंधन की ओर से उनको फुलवारीशरीफ की सुरक्षित सीट का ऑफर दिया गया। इस आश्वासन पर ही पाला बदल करने को वे तैयार हुए हैं। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार की ओर से हरी झंडी मिल गयी है। श्याम रजक एक सितंबर को जेडीयू में शामिल हो सकते हैं।