बिहार: मुजफ्फरपुर जेल में अजब का खेल, बेल किसी और को मिली,जेल से रिहा हो गया कोई दूसरा
बिहार के मुजफ्फरपुर में बेल मिलने के बाद बंदी को छोड़ने में शहीद खुद्दीराम बोस सेंट्रल जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जेल में बंद मीनापुर के शंकरपट्टी गांव के रामदेव सहनी के पुत्र गुड्डू कुमार को कोर्ट से बेल मिली। जबकि उसी गांव के उसके हमनाम धनेश्वर राय के पुत्र गुड्डू कुमार को जेल से रिहा कर दिया गया।
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में बेल मिलने के बाद बंदी को छोड़ने में शहीद खुद्दीराम बोस सेंट्रल जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जेल में बंद मीनापुर के शंकरपट्टी गांव के रामदेव सहनी के पुत्र गुड्डू कुमार को कोर्ट से बेल मिली। जबकि उसी गांव के उसके हमनाम धनेश्वर राय के पुत्र गुड्डू कुमार को जेल से रिहा कर दिया गया।
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मामले का खुलासा तब हुआ जब बेल मिलने वाला बंदी बाहर नहीं निकला। उसके परिजन की शिकायत पर उसके अधिवक्ता ने जेल प्रशासन से तहकीकात की। इसके बाद बेल मिले दूसरे बंदी को भी मंगलवार को जेल से रिहा कर दिया गया। जमानत का फर्जी लाभ उठाकर जेल से निकलने वाला गुड्डू कुमार फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर है। वहीं बेल पर जेल से जमानत पर रिहा होने वाले गुड्डू कुमार को कस्टडी में लेकर पुलिस पूछताछ की है। इस संबंध में जेल प्रशासन की ओर से दोनों के खिलाफ मिठनपुरा पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज कराई गई है। जेल प्रशासन ने ऑफिस के स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण का उत्तर मिलने के बाद दोषी स्टाफ के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की बात बताई जा रही है। मिठनपुरा थानाध्यक्ष श्रीकांत सिन्हा ने बताया कि दोनों गुड्डू आपस में दोस्त है। दोनों की साथ-साथ आपराधिक घटना में संलिप्तता के साक्ष्य मिले हैं।
यह है मामला
मीनापुर पुलिस स्टेशन एरिया के शंकरपट्टी गांव के रामदेव सहनी के पुत्र गुड्डू कुमार को 29 मई को हथौड़ी पुलिस स्टेशन एरिया के बरहेत्ता गांव के निकट वाहन जांच के दौरान चोरी की बाइक व कारतूस एवं एक देसी पिस्टल के साथ अरेस्ट किया गया। उसका साथी शंकरपट्टी गांव के धनेश्वर राय का पुत्र गुड्डू कुमार तब फरार हो गया था। हथौड़ी पुलिस स्टेशन के एएसआइ अरविंद कुमार ने दोनों के विरुद्ध आर्म्स एक्ट व चोरी का समान बरामदगी की धारा में एफआइआर दर्ज कराई थी। इसके बाद 18 सितंबर को धनेश्वर राय के पुत्र गुड्डू कुमार को उसके तीन साथियों के साथ पुलिस ने दादर पुलिस लाइन के पास गांजा व पिस्टल के साथ अहियापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस संबंध में अहियापुर पुलिस स्टेशन के एसआइ विनोद दास ने सभी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। दोनों तभी से जेल में था। इस बीच शंकरपट्टी के रामदेव सहनी के पुुत्र गुड्डू कुमार को कोर्ट से बेल मिल गई। सोमवार को जेल से रिहा करने का कोर्ट से आदेश पहुंचा। जब जेल में रामदेव सहनी के पुत्र गुड्डू कुमार की पुकार की गई तो उसके बदले धनेश्वर राय के पुत्र गुड्डू कुमार जेल गेट स्थित कार्यालय में पहुंच गया। उससे पहचान चिह्न पूछा गया। उसने रामदेव सहनी के पुत्र गुड्डू कुमार का ही पहचान बता दिया। इससे भ्रमित होकर उसे ही जेलकर्मियों ने उसे रिहा कर दिया।
जेल सुपरिटेंडेंट ने मानी चूक
जेल सुपरिटेंडेंट बृजेश सिंह मेहता ने बताया कि बंदी को छोड़ने में चूक हुई है। यह एक तरह की दुर्घटना है। इसके लिए कार्यालय कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसका उत्तर मिलने के बाद दोषियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। अब तक की जांच में इस घटना में दोनों की मिलीभगत सामने आ रही है। पुकार होने के समय जानबूझकर दूसरा जेल गेट पर आ गया।