बिहार: मिनिस्टर रामसूरत राय की सलाह से फरियादी नाराज,कहा- ठीक है, तब वोट भी कोर्ट से ही ले लीजियेगा
बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने कहा है कि सरकार मठ-मंदिरों की भूमि को लेकर नया कानून बनाने जा रही है। शीघ्र ही मठ-मंदिर की भूमि बेचने के अधिकार से महंतों को बेदखल किया जायेगा। सेवादारों को भी बिक्री का अधिकार नहीं होगा।
बीजेपी ऑफिस में आयोजित सहयोग कार्यक्रम में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री
महंत-सेवादार को नहीं होगा मठ-मंदिर की भूमि बेचने का अधिकार
पटना। बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने कहा है कि सरकार मठ-मंदिरों की भूमि को लेकर नया कानून बनाने जा रही है। शीघ्र ही मठ-मंदिर की भूमि बेचने के अधिकार से महंतों को बेदखल किया जायेगा। सेवादारों को भी बिक्री का अधिकार नहीं होगा।
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बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की ओर से आयोजित सहयोग कार्यक्रम में बुधवार को कहा कि रामसूरत ने कहा कि बेची जा चुकी भूमि की वापसी होगी। मठ एवं मंदिर की भूमि धार्मिक कार्यों के लिए रहेगी।अवैध कब्जे की भूमि को राजस्व विभाग खाली करायेगा। उन्होंने कहा कि मठ-मंदिर की भूमि पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। सरकार ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। हम शीघ्र ही कानून बनाने जा रहे हैं।
फरियादी ने मिनिस्टर को दी कोर्ट से वोट लेने की नसीहत
रामसूरत राय ने जनता दरबार में भूमि से संबंधित मामले की फरियाद लेकर एक फरियादी को जब कोर्ट जाने की नसीहत दी। फरियादी ने कह दिया कि ठीक है वोट भी कोर्ट से ले लीजियेगा। जहानाबाद से आए एक कार्यकर्ता ने राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय से शिकायत की। फरियादी की शिकायत उनके विभाग से ही जुड़ी हुई थी। जहानाबाद नगर परिषद के वार्ड-19 के पार्षद संजय प्रसाद ने मंत्री रामसूरत राय से शिकायत की कि उनके वार्ड में 15 वर्षों से भूमि की रसीद नहीं काटी जा रही। डीएम ने इस पर रोक लगाई थी, जो आज भी जारी है। पहले रसीद मिलती थी। वैश्य समुदाय से आने वाले संजय प्रसाद ने राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय से फिर से वह व्यवस्था शुरू कराने की मांग की।
फरियादी ने कहा कि कागज पर 'मालिक' उल्लेख है। इस कारण कहा जा रहा कि यह भूमि सरकारी है। मालिक गैर-मजरूआ बताकर रसीद काटना बंद कर दिया गया है, जबकि काफी पहले से उस भूमि की रसीद काटी जा रही थी। फरियादी के अनुरोध पर मंत्री ने जवाब दिया कि यह संभव नहीं है। इस मामले में आप कोर्ट जाइए। यह कहकर मंत्री ने कार्यकर्ता को बरगलाने की कोशिश की। फरियादी ने मंत्री से असंतोष जताते हुए कहा कि ठीक है सर, आप लोग भी कोर्ट से ही वोट लीजियेगा।