उत्तर प्रदेश: पाली पुलिस स्टेशन में नाबालिग रेप मामले में SHO अरेस्ट, NHRC ने CS और DGP से मांगी रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के ललितपुर में पाली पुलिस स्टेशन में नाबालिग रेप पीड़िता के साथ एसएचओ रेप किये जाने के मामले में मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने चीफ सेकरटेरी और डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है। वहीं पुलिस ने मामले में आरोपी SHO तिलकधारी सरोज समेथ चङ आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। पीड़िता की मौसी समेत पांच आरोपियों को जेल भेज दिया गया है
- डीआईजी ने शुरू की जांच
- पुलिस स्टेशन के सभी 29 पुलिसकर्मियों को किया गया लाइन हाजिर
- रेप के मामले में पीड़िता के मौसी समेत पांच आरोपी को पुलिस ने भेजा जेल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ललितपुर में पाली पुलिस स्टेशन में नाबालिग रेप पीड़िता के साथ एसएचओ रेप किये जाने के मामले में मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने चीफ सेकरटेरी और डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है। वहीं पुलिस ने मामले में आरोपी SHO तिलकधारी सरोज समेथ चङ आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। पीड़िता की मौसी समेत पांच आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
एनएचआरसी ने मीडिया में आई खबरों पर स्वतः संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है। नोटिस में लिखा है कि ललितपुर के पाली थाने में 13 साल की गैंगरेप पीड़िता के साथ एसएचओ द्वारा रेप की घटना बेहद गंभीर है। अपने साथ हुई दरिंदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पुलिस स्टेशन गई किशोरी के साथ रेप की घटना पीड़ितों के मानवाधिकार का उल्लंघन है। दोनों अफसरों से पूरे मामले पर चार हफ्ते में नोटिस का जवाब देने को कहा गया है।
प्रयागराज से पकड़ाया आरोपी इंस्पेक्टर
आरोपी SHO तिलकधारी सरोज बुधवार शाम प्रयागराज में हाईकोर्ट के किसी वकील से मिलने के लिए वहां पहुंचा था। पुलिस उसे अरेस्ट कर ली। किशोरी की मौसी गुलाबबाई, चंदन, महेंद्र चौरसिया, राजभान और हरिशंकर को पुलिस ने अरेस्ट कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।आरोपी इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज ने कहा," फर्जी जांच होगी तो अपराधी कहलाऊंगा। सही एजेंसी से जांच होनी चाहिए।" SHO की गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी एडीजी जोन के ऑफिस में पहुंच गई। उसने कहा कि उसके हसबैंड पर लगे आरोप बेबुनियाद है। साजिश के तहत उनको फंसाया गया है। उनको झूठे मुकदमें में फंसाया जा रहा है। जिसे पीड़िता बताया जा रहा है वह पीड़िता नहीं है। खुद भी कई लोगों को इसके पहले झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजवा चुकी है।
पाली पुलिस स्टेशन के सभी 29 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
नाबालिग गैंगरेप पीडि़ता के साथ पुलिस स्टेशन कैंपस के क्वार्टर में रेप मामले में पूरा पाली पुलिस स्टेशन लाइन हाजिर कर दिया गया है। आरोपी इंस्पेक्टर से पूछताछ की जा रही है। पुलिस स्टेशनमें रेप की खबर से ललितपुर से लखनऊ तक हड़कंप मच गया। ADG जोन भानु भास्कर ने पूरे पाली पुलिस स्टेशन के 29 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। इसमें छह SI, छह हेड कॉन्स्टेबल, 10 सिपाही, पांच महिला आरक्षी, एक ड्राइवर और एक फाॅलोअर हैं। उन्होंने झांसी रेंज के DIG जोगेंद्र कुमार को मामले की जांच सौंपी है। ADG ने 24 घंटे में जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं। उधर, पीड़िता का बुधवार को मेडिकल कराया गया। कोर्ट में उसका 164 का बयान होना था। हालांकि, वह नहीं हो पाया। इसके बाद उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। डीआईजी झांसी रेंज जोगेंद्र कुमार ललितपुर पहुंच गये हैं। 24 घंटे में वह जांच की रिपोर्ट सौंप देंगे।
गैंगरेप की कंपलेन करने पुलिस स्टेशन पहुंची थी पीड़िता
ललितपुर के पाली पुलिस स्टेशन में गैंगरेप पीड़ित 13 साल की किशोरी कंपलेन करने पहुंची। नाबालिग ने एसएचओ पर रेप का आरोप लगाया है। पीड़िता को बयान दर्ज करने के बाद एसएचओ बहाने से कमरे में ले गया था। वहां उसके साथ रेप किया। इस बात का खुलासा चाइल्ड लाइन NGO की काउंसलिंग में पीड़िता ने किया। इसके बाद पीड़िता की मां ने इंस्पेक्टर समेत छह के खिलाफ रेप, बहला-फुसलाकर भगाने समेत पॉक्सो एक्ट में FIR दर्ज कराया । एसपी निखिल पाठक ने SHO को सस्पेंड कर दिया गया था।
भोपाल में चार लड़कों ने किया रेप
ललितपुर चाइल्ड लाइन की टीम 13 साल की किशोरी व उसकी मां को लेकर एसपी के पास पहुंची थी। यहां पीड़िता की मां ने SP को बताया था कि 22 अप्रैल को कस्बा पाली निवासी चंदन, राजभान, हरीशंकर व महेंद्र चौरसिया उनकी 13 वर्षीय नाबालिग पुत्री को बहला फुसलाकर भोपाल ले गये। वहां तीन दिन तक उसका रेप किया।चारों लड़के 25 अप्रैल को उनकी बेटी को पाली थाने में दरोगा के पास छोड़कर भाग गये। दरोगा ने लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया। मौसी द्वारा लड़की को एक आरोपी चंदन की बहन के पास दो दिन के लिए भेज दिया।थाने में पीड़िता को 27 अप्रैल को फिर से बुलाया। उसका बयान लिया। शाम हुई तो लड़की को SHO तिलकधारी सरोज कमरे में ले गए। वहां रेप किया। बाद में लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया। इसकी कोई भी सूचना लड़की के माता पिता को नहीं दी।
30 अप्रैल को लड़की को दोबारा थाने बुलाया। SHO द्वारा पीड़िता को चाइल्ड लाइन एनजीओ को सौंप दिया। चाइल्ड लाइन में बच्ची की कांउसलिंग की गई तो पीड़िता ने SHO के रेप करने वाली घटना बताई। चाइल्ड लाइन पीड़िता और उसकी मां को लेकर दो अप्रैल एसपी के पास पहुंचे और आपबीती बताई। एसपी के आदेश पर आरोपी थानाध्यक्ष पाली तिलकधारी सिंह सरोज, चन्दन, राजभान पर FIR दर्ज किया गया।