बिहार: नालंदा में फर्जी IPS अरेस्ट, एप्वाइंटमेंट लेटर लेकर घर पहुंच जाता था घर, रखता था प्लास्टिक की पिस्टल, वर्दी बरामद
बिहारशरीफ पुलिस स्टेशन की पुलिस ने एक फर्जी आइपीएस सुजीत कुमार को कागजी मुहल्ला से अरेस्ट किया है। वह दीपनगर पुलिस स्टेशन एरिया के कोरई गांव का रहने वाला है। प्रेस कांफ्रेस में डीएसपी मो. डॉ. शिब्ली नोमानी ने यह जानकारी दी।
पटना। बिहारशरीफ पुलिस स्टेशन की पुलिस ने एक फर्जी आइपीएस सुजीत कुमार को कागजी मुहल्ला से अरेस्ट किया है। वह दीपनगर पुलिस स्टेशन एरिया के कोरई गांव का रहने वाला है। प्रेस कांफ्रेस में डीएसपी मो. डॉ. शिब्ली नोमानी ने यह जानकारी दी।
डीएसपी ने बताया कि सुजीत एक युवती के घर पर रेलवे में नौकरी की एप्वाइंटमेंट लेकर लेकर आया था। जिसके एवज में उसने एक लाख रुपये की मांग की थी। उन्होंने बताया कि पीड़िता व उसके मामा से सुजीत ने पहले ही लगभग 11 लाख 40 हजार ठग लिया था। इसलिए युवती ने प्लानिंग के तहत आरोपी को एक लाख रुपये देने के नाम पर घर बुलाया और परिजनों की मदद से पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को अरेस्ट कर ली।
डीएसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष दीपक कुमार व एसआइ श्रीमंत सुमन ने आरोपी के बेना पुलिस स्टेशन एरिया किराए के मकान में रेड कर वर्दी, फर्जी आइकार्ड, प्लास्टिक की पिस्टल व कागजात बरामद किया गया। सुजीत के अरेस्टिंग की सूचना मिलते ही ठगी के शिकार दर्जनों युवक पुलिस स्टेशन पहुंचकर सभी से कम से कम तीन से सात लाख रुपये ठगे जाने की बात कही। आरोप है कि कई युवाओं को जाली एप्वाइंटमेंट लेटर भी दे चुका है। पुलिस अभ आरोपी के बैंक अकाउंट की जांच कर रही है।
किसी से ट्रेन में तो किसी के माध्यम से कैंडिडेट तक पहुंचा सुजीत
नईसराय निवासी दीपक कुमार ने बताया कि वह रेलवे ग्रुप डी का एग्जाम दिया था। वह अपनी बहन के साथ ट्रेन से पटना से लौट रहा था। सुजीत कुमार ट्रेन में मिला और खुद को आइपीएस अफसर बताया। कहा कि रेलवे में एआइजी के पद पर हूं। इसके बाद उसने मेरा फोन नंबर ले लिया। लगातार संपर्क कर मुझे झांसे में लेकर रुपये ठग लिए। चार लोगों को नौकरी दिलाने का वादा किया।18 लाख रुपये ले लिए। उसने मोबाइल पर वर्दी वाली फोटो व ऑफिस का भी फ़ोटो भेजा था।
खुद झांसे में आया
कागज़ी मोहल्ला निवासी महिला ने बताया कि सुजीत उसके भाई के एक दोस्त के माध्यम से उसके घर पहुंचा था। उसने सेकरेटेरियट में नौकरी दिलाने की बात कही थी। वर्दी पहने फ़ोटो से उसे लगा कि वह सही बोल रहा है। इसके बाद उसने व उसके मामा ने उसे 11 लाख 40 हजार रुपये दे दिये। इसके बाद जब भी वह एप्वाइंटमेंट लेटर के लिए बोलती तो वह टालमटोल करने लगता। तीन दिन पहले उसने फ़ोन किया कि एप्वाइंटमेंट लेटर आ गया है। एक लाख और चाहिए। इस पर उसे शक हुआ। पहले उसने इंकार किया लेकिन बाद में प्लान के तहत उसे रुपए लेने के लिए बिहारशरीफ बुलाया। इसके बाद सभी परिजन को बुला लिया। जैसे ही वह बिहारशरीफ उसके घर पहुंचा तो उसे पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
विधानसभा में भी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे
डीएसपी ने बताया कि आरोपी ने दर्जनों युवक व युवतियों से विधानसभा, सचिवालय, रेलवे टेक्नीशियन, टीसी के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। पुलिस जांच कर रही है।