Bihar: RJD MLA रीत लाल यादव के भाई ने किया सरेंडर, घर से दो आर्म्स बरामद, 11 लाख कैश और नोट गिनने की मशीन जब्त
पटना जिले के दानापुर से आरजेडी एमएलए रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव ने दानापुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है।
- आरजेडी एमएलए के भाई पिंकू यादव की मुश्किलें बढ़ीं
पटना। पटना जिले के दानापुर से आरजेडी एमएलए रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव ने दानापुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। सुनवाई के बाद उसे ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल में भेज दिया गया है।
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रेड के दौरान पुलिस ने तीन बंदूक व भारी मात्रा में गोली बरामद की।बंदूक का लाइसेंस भी नहीं था। पुलिस को पिंकू के घर से रेड में 11 लाख कैश, नोट गिनने की मशीन, पुराने स्टांप पेपर, जमीन के कई कागजात, सिक्युरिटी गार्ड की दर्जनों वर्दी व बेल्ट, प्रीन्टर मशीन व संदिग्ध कागजात भी मिले है। पुलिस ने फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट्स भी बरामद किए हैं। इसमें पैसे के लेनदेन का जिक्र है। पुलिस गहराई से हर मामले की जांच कर रही है।
पिंकू यादव पर आरोप है कि उसने 22 अगस्त 2024 को पटना एम्स के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पर जानलेवा हमला करवाया था। उन्हें धमकी भी दी थी। एफआइआर के बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और पिंकू खोजबीन शुरू की। पिंकू इस घटना के बाद से ही फरार था। हालांकि, इन आरोपों से रीतलाल यादव इनकार करते रहे हैं। उन्होंने कहा था कि उनके भाई ने किसी भी तरह का जुर्म नहीं किया है।
दानापुर-2 एएसपी भानु प्रताप सिंह ने बताया में खगौल पुलिस स्टेशन में दर्ज केस 284/24 में कोर्ट के आदेश पर वारंट जारी हुआ था। इसी सिलसिले में पिंकू यादव उर्फ टिंकू यादव के कोथवा स्थित ठिकानों पर रेड की गयी है। एएसपी ने बताया कि पिंकू यादव के ठिकाने से तीन बंदूक बरामद की गई है। किसी का लाइसेंस नहीं है। फाइनेंशियल डॉक्युमेंट भी मिले है। रेड के दौरान आरोपी के घर से नोट गिनने की मशीन भी मिली है।
रीतलाल यादव पर भी लग चुका है रंगदारी मांगने का आरोप
बताया जाता है कि वर्षों पहले पहले रीतलाल यादव भी मनी लॉड्रिंग और कुछ फौजदारी मामलों में पटना के बेउर जेल में बंद थे। बीच में उन्हें भागलपुर सेंट्रल जेल भी शिफ्ट किया गया था। फरवरी 2020 में बेटी की शादी के समय पटना हाईकोर्ट ने उन्हें 15 दिनों की औपबंधिक जमानत दी थी। रीतलाल यादव मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में वे छह साल नौ महीने जेल में रहे। मई 2017 में पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार अपराधी सोनू कुमार ने पूछताछ में कहा था कि वह एमएलसी रीतलाल यादव का गुर्गा है। उनके इशारे पर रंगदारी वसूलता है। रीतलाल यादव ने जुलाई 2015 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बिहार विधान परिषद चुनाव जीता था। रीतलाल मर्डर समेत सहित कई आपराधिक मामलों के आरोप में जेल में थे।रीतलाल 33 से अधिक मामलों में आरोपी हैं। रीतलाल यादव ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट आशा देवी सिन्हा को हराया।रीतलाल यादव आरजेडी के महासचिव भी रह चुके हैं।