Britain King Charles Coronation: ब्रिटिश सम्राट किंग चार्ल्स तृतीय की हुई ताजपोशी
किंग चार्ल्स (74) ब्रिटेन के ऑफिसियल महाराज बन गये हैं। लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में एक धार्मिक समारोह में चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी की गई। इस दौरान देश-विदेश के कई गणमान्य हस्तियां और शाही परिवार के लोग मौजूद रहे।
आर्चबिशप ने किंग को 360 साल पुराना ताज पहनाया
क्वीन ने कोहिनूर जड़ा मुकुट नहीं पहना
लंदन। किंग चार्ल्स (74) ब्रिटेन के ऑफिसियल महाराज बन गये हैं। लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में एक धार्मिक समारोह में चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी की गई। इस दौरान देश-विदेश के कई गणमान्य हस्तियां और शाही परिवार के लोग मौजूद रहे।
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ब्रिटेन के नये राजा किंग चार्ल्स III और क्वीन कैमिला की ताजपोशी हो गई है। लंदन के वेस्टमिंस्टर ऐबे चर्च में छह मई को 80 मिनट तक राजा-रानी की ताजपोशी से जुड़ी रस्में चलीं। इसके बाद आर्चबिशप ने शपथ दिलाने के बाद किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला को ताज पहनाये। किंग चार्ल्स ने 1661 में बना सेंट एडवर्ड का ताज पहना। वहीं क्वीन ने जो ताज पहना उससे कोहिनूर हीरा नहीं जड़ा हुआ था। महाराजा चार्ल्स तृतीय को शनिवार को ऐतिहासिक राज्याभिषेक समारोह में ऑफिसियल रूप से सेंट एडवर्ड का ताज पहनाया गया। चार्ल्स के साथ-साथ उनकी वाइफ कैमिला की भी महारानी के रूप में ताजपोशी की गई। सम्राट चार्ल्स तृतीय ने प्रसिद्ध सेंट एडवर्ड्स क्राउन भी पहना।
ब्रिटिश शाही फैमिली में 70 साल बाद ताजपोशी
ब्रिटिश शाही फैमिली में 70 साल बाद ताजपोशी हुई है। इससे पहले 1953 में किंग चार्ल्स की मां यानी महारानी एलिजाबेथ की ताजपोशी हुई थी। उस समय चार्ल्स की उम्र मात्र चार साल थी। लगभग छह महीने पहले क्वीन एलिजाबेथ का निधन होने के बाद उनके बड़े बेटे चार्ल्स को राजा घोषित कर दिया गया था। लेकिन उनकी ताजपोशी अब हुई है।
आर्चबिशप ने चार्ल्स का परिचय कराया
सबसे पहले चार्ल्स को बतौर किंग लोगों के सामने पेश किया गया। इस दौरान वे सिंहासन के सामने ऐबे की तरफ मुंह करके खड़े हुए। आर्चबिशप ने उनके राजा बनने की घोषणा की, इसके बाद चार्ल्स ने ईसाईयों की पवित्र किताब पर हाथ रखकर शपथ ली। शपथ के दौरान उन्होंने कहा मैं राज करने नहीं, सेवा करने के लिए आया हूं। ताजपोशी में शामिल लोगों ने ‘गॉड सेव द किंग’ गाया। आर्चबिशप ने वहां मौजूद सभी धर्म के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि इंग्लैंड का चर्च एक ऐसे माहौल को बढ़ावा देता है जिसमें सारे धर्म के लोगों को बराबर सम्मान मिलता है। इसके बाद चार्ल्स ने हमेशा कानून का पालन करने और एक वफादार प्रोटेस्टेंट रहने की शपथ ली।
चार्ल्स के सिर पर सोने की चम्मच से पवित्र तेल डाला गया
आर्चबिशप ने सोने के कलश से पवित्र तेल लेकर किंग चार्ल्स के हाथ और सिर पर डाला। इसके लिए चर्च में उन्हें पर्दे लगाकर कवर किया गया था। इसके लिए सोने के कलश और 12वीं सदी की चम्मच का इस्तेमाल किया गया। इस स्टेप को पूरी सेरेमनी का सबसे पवित्र हिस्सा माना जाता है। किंग चार्ल्स ने पवित्र तेल लगवाने के बाद बेटेकिंग राजा को सौंपी गई तलवार
किंग को न्याय के लिए तलवार सौंपी गई, आर्चबिशप ने कहा कि इसे हमेशा चर्च की सुरक्षा और न्याय करने के लिए इस्तेमाल करें। इसके अलावा उन्हें सोवरन ऑर्ब भी दिया गया। इस पर लगा क्रॉस ईसाई धर्म का प्रतीक होता है। प्रिंस विलियम ने उनके सामने घुटनों पर झुककर उनका हाथ चूमा और किंग को सम्मानित किया। प्रिंस विलियम ने पिता किंग चार्ल्स को ताजपोशी के बाद सम्मान के तौर पर उनके सामने झुक कर किस किया।
किंग चार्ल्स को 21 गन सैल्यूट दिये गये
किंग चार्ल्स की ताज पहनाने के बाद आर्चबिशप ने लोगों से शपथ वफादारी की शपथ दिलवाई। क्वीन कैमिला को भी साधारण सेरेमनी कर क्वीन मैरी का ताज पहनाया गया। इसमें कोहिनूर नहीं लगा था। 1937 में क्वीन एलिजाबेथ II ने अपने पति किंग जॉर्ज की ताजपोशी के समय पहना था। वही, किंग चार्ल्स की ताजपोशी के बाद ब्रिटेन में 13 जगहों पर 21 गन सैल्यूट दिए गए। इनके बीच 10 सैकेंड का गैप रखा गया था।
चर्च में जुटे चार्ल्स के 2200 गेस्ट
किंग चार्ल्स की सेरेमनी में बर्ल्ड से कई सेलेब्रिटीज और करीब 200देशों के पॉलिटिकल लीडर्स/रिप्रेजेंटेटिव्स शामिल हुए हैं। बीबीसी के अनुसार इनकी संख्या 2200 है। ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और उनकी वाइफ अक्षता मूर्ती समेत सभी मेहमान वेस्टमिंस्टर चर्च पहुंचे थे।, सेरेमनी में जापान के क्राउन प्रिंस अकिशिनो और उनकी पत्नी किको भी आई थी।अमेरिकी राष्ट्रपति ब्रिटेन की रॉयल फैमिली की ताजपोशी से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की अपनी परंपरा जारी रखी। हालांकि समारोह में फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन हिस्सा लिया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ताजपोशी के लिए लंदन पहुंचे थे। EU प्रेसिडेंट उर्सुला वॉन डेर लेयेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रपति एंथनी अल्बनीज भी समारोह में शामिल हुए ।
ताजपोशी पर एक हजार करोड़ रुपये खर्च
किंग चार्ल्स की ताजपोशी में £100 मिलियन पाउंड यानी करीब एक हजार करोड़ रुपए का खर्च आया है। यह राशि ब्रिटेन के टैक्सपेयर्स की ही जेब से लिया गया है। इसमें रॉयल खजाने का इस्तेमाल नहीं हुआ है। इसे देखते हुए ब्रिटेन में कई लोग ताजपोशी समारोह का विरोध भी कर रहे हैं। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, किंग चार्ल्स के पास सैंड्रिंघम में 75 मिलियन पाउंड यानी 771 करोड़ रुपए की संपत्ति है।द गार्जियन की रिपोर्ट अनुसार, कानूनी तौर पर इस समारोह की कोई जरूरत नहीं है। क्वीन एलिजाबेथ के निधन के बाद जब चार्ल्स के किंग बनने की घोषणा हुई थी, तभी वो ऑफिसियल तौर पर महाराज बन गये थे।