Cash For Qurey : शेयर न करें संसदीय पोर्टल का लॉग-इन और पासवर्ड, लोकसभा सचिवालय ने सांसदों को याद दिलाये नियम
लोकसभा सचिवालय ने गुरुवार को सांसदों को नसीहत देते हुए गोपनीयता को लेकर मौजूदा नियमों को एक बार फिर से दोहराया है। लोकसभा सचिवालय ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान सांसदों को सरकार के जवाबों की गोपनीयता को बरकरार रखने की सलाह दी।
- टीएमसी एमपी महुआ मोइत्रा पर हीरानंदानी से पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का लगा आरोप
- लोकसभा की आचार समिति ने मुहआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की
नई दिल्ली। लोकसभा सचिवालय ने गुरुवार को सांसदों को नसीहत देते हुए गोपनीयता को लेकर मौजूदा नियमों को एक बार फिर से दोहराया है। लोकसभा सचिवालय ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान सांसदों को सरकार के जवाबों की गोपनीयता को बरकरार रखने की सलाह दी।
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यह है लोकसभा का आदेश,जो साफ़ कहता है कि गोपनीयता का मतलब सूचना केवल और केवल सांसद तक सीमित रहे।क्योंकि सांसद जब प्रश्न पूछते हैं तो संसद शुरू होने के एक घंटा पहले उत्तर सांसद को मिलता है,इससे शेयर मार्केट,कम्पनी की स्थिति में उतार चढ़ाव,देश की सुरक्षा में सेंध,दूसरे देशों के साथ… pic.twitter.com/1rsUkG0BMt
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) November 23, 2023
लोकसभा सचिवालय ने कहा कि सांसद अपने पोर्टल का इस्तेमाल महज अपने विशेष उपयोग के लिए करें। सवालों के जवाब सांसदों के पोर्टल पर लॉग-इन और पासवर्ड से सुरक्षित हैं। लॉग-इन का इस्तेमाल महज संसद सदस्य ही कर सकते हैं। लोकसभा सचिवालय ने सदन की आचार समिति द्वारा महुआ मोइत्रा के निष्कासन की सिफारिश के बाद यह बुलेटिन जारी किया है। इसमें सदस्यों से आग्रह किया गया कि वे उत्तरों की गोपनीयता को बरकरार रखें। प्रश्नकाल समाप्त होने तक सामग्री को दूसरों के साथ शेयर न करें।
संसद सदस्यों को यह भी बताया कि किसी प्रश्न के उत्तर में दिए गए जवाब की सामग्री तब तक पूरी तरह से गोपनीय होती है जब तक सदन में मौखिक जवाब के लिए प्रश्न पूछा और उत्तर नहीं दिया जाता है। बताया कि यदि कोई प्रश्न मौखिक जवाब के लिए नहीं आ सकता है तो प्रश्नकाल के समापन तक प्रश्न का उत्तर जारी नहीं किया जाना चाहिए। लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, लिखित जवाबों की सूची में शामिल प्रश्नों को भी तब तक गोपनीय माना जाएगा जब तक कि उन्हें प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद सदन के पटल पर नहीं रखा जाता है।
यह है मामला
बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे ने तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे के बदले संसद में सवाल पूछने और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के साथ अपने लॉग-इन क्रेंडेंशियल शेयर करने के आरोप लगाये थे। मामले की जांच के बाद लोकसभा की आचार समिति ने मुहआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है।