Charles Sobhraj :19 साल बाद जेल से बाहर आयेगा चार्ल्स शोभराज, नेपाली सुप्रीम कोर्ट ने दिया रिहाई का आदेश
नेपाली सु्प्रीम कोर्ट ने बिकनी किलर नाम से फेसम फ्रांस के सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की रिहाई के आदेश दिए हैं। शोभराज पिछले 19 साल से मर्डर के आरोप में जेल में बंद है।
- 70 के दशक का मशहूर क्रिमिनल है बिकनी किलर शोभराज
- शोभराज को 2003 में काठमांडू के कैसीनो से किया गया था अरेस्ट
- 20 से अधिक मर्डर मामले में आरोपी है चार्ल्स शोभराज
काठमांडू। नेपाली सु्प्रीम कोर्ट ने बिकनी किलर नाम से फेसम फ्रांस के सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की रिहाई के आदेश दिए हैं। शोभराज पिछले 19 साल से मर्डर के आरोप में जेल में बंद है।
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शोभराज के मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश सपना मल्ला प्रधान और तिल प्रसाद श्रेष्ठ की ज्वाइंट ने रिहाई का आदेश दिया। शोभराज वर्तमान में नेपाल के सेंट्रल जेल में बंद है। कोर्ट ने नेपाली अफसरों को 15 दिन के भीतर उसे अपने देश वापस भेजने का आदेश दिया है। वियतनामी मां और इंडियन पिता के बेटे चार्ल्स शोभराज के पास फ्रांसीसी नागरिकता है।उसने 1970 के दशक में पूरे एशिया में सिलसिलेवार मर्डर की थी।
अधिक उम्र के आधार पर कोर्ट ने किया रिहा
सुप्रीम कोर्ट ने शोभराज की उस याचिका पर यह फैसला सुनाया जिसमें उसने दावा किया है कि वह उसके लिए निर्धारित अवधि से अधिक का समय जेल में बिता चुका है। नेपाल में उन कैदियों को रिहा करने का विधिक प्रावधान है जो कारावास के दौरान अच्छे चाल-चलन के साथ सजा का 75 फीसदी हिस्सा जेल में बिता चुके हों। अपनी याचिका में शोभराज ने दावा किया था कि वह नेपाल के सीनीयर नागरिकों को दी गई ‘छूट’ के अनुरूप अपनी जेल की सजा पूरी कर चुका है। उसने दावा किया वह दी गई 20 साल की सजा में से 17 साल पहले ही जेल में बिता चुका है। अच्छे चाल-चलन के कारण उसे रिहा करने की सिफारिश पहले ही की जा चुकी है।
क्राइम वर्ल्ड का 'सर्पेंट' ऐसेबना 'बिकिनी किलर'
न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि चार्ल्स दो अमेरिकी पर्यटकों की मर्डर के आरोप में 2003 से नेपाल की जेल में बंद है। शोभराज 1975 मेंअवैध तरीके सेनेपाल में घुसा था। उसने नेपाल में प्रवेश के लिए नकली पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था। इस दौरान उस पर दो बैकपैकर्स (यात्रियों) की मर्डर करने का आरोप लगाया गया था। जिन महिलाओं को चार्ल्स शोभराज ने मारा था उनमें अमेरिकी नागरिक कोनी जो बोरोनजिच (29) और कनाडाई प्रेमिका लॉरेंट कैरिएर (26) शामिल हैं। एक सितंबर, 2003 को एक अखबार में शोभराज की फोटो छपी थी। फोटो के आधार पर लोगों ने उसे नेपाल में एक कैसीनो के बाहर देखा और पुलिस के हवाले कर दिया। उसकी गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उसके खिलाफ 1975 में काठमांडू और भक्तपुर में दंपति की मर्डर के आरोप में मर्डर के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए। वह काठमांडू की सेंट्रल जेल में 21 साल जेल की सजा काट रहा था। उसे विदेशी नागरिकों की मर्डर के लिए 20 साल और फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करनेके लिए एक साल जेल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा, उस पर दो हजार रुपये के जुर्माने भी लगाया गया था।
चार्ल्स शोभराज को कहा जाता है बिकिनी किलर
चार्ल्स शोभराज को क्राइम वल्र्ड में "बिकिनी किलर" और "सर्पेंट" के रूप में भी जाना जाता है। शोभराज 1970 के दशक में सक्रिय था। माना जाता है कि उसने दक्षिण पूर्व एशिया में कम सेकम 12 लोगों की मर्डर की थी।1944 में वियतनाम में जन्मे शोभराज के पिता एक भारतीय और मां वियतनामी थीं। वह कम उम्र में फ्रांस चला गया। वहां छोटी-छोटी चोरी और धोखाधड़ी सहित आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया। 1970 के दशक में, शोभराज ने दक्षिण पूर्व एशिया की यात्रा की, जहां उसने मर्डर सहित कई अधिक संगीन अपराध करना शुरू कर दिया।
ऐसे बना 'बिकिनी किलर'
शोभराज ने थाईलैंड, नेपाल और इंडिया में पर्यटकों, विशेषकर बैक पैकर्स को निशाना बनाया। वह अक्सर उनसे दोस्ती करता था और फिर उन्हें ड्रग देता था। उनका सामान और पहचान चुरा लेता था। कुछ मामलों में, उसने जिन लोगों की मर्डर की उनके शरीर को बुरी तरह ठिकाने लगाया। शोभराज को मीडिया और पुलिस के बीच बिकिनी किलर के रूप में भी जाना जाता था, क्योंकि उसकी शिकार- आमतौर पर छुट्टियों पर आनेवाली पर्यटक लड़कियां- होती थीं जो बिकिनी पहनती थीं। वह बिकिनी पहनी लड़कियों की हत्या करता था इसलिए उसे "बिकनी किलर" उपनाम मिला। शोभराज बेहद चालाक था। लड़कियों को अपने जाल में फंसाने में माहिर था। शोभराज अजनबियों को धोखा देने और पूरेयूरोप और एशिया में पुलिस से बचने में माहिर था। इसीलिए उसे द सर्पेंट (सांप) कहा जाता था।
शोभराज पर 20 से अधिक मर्डर का आरोप
शोभराज पर 20 से अधिक मर्डर का आरोप है। एक फ्रांसीसी पर्यटक को जहर देने और एक इजरायली नागरिक की मर्डर के लिए वह भारतीय जेल में 21 साल की जेल की सजा काट चुका है। उसे 2003 में काठमांडू के एक कैसीनो में देखने के बाद अरेस्ट किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने 1975 में नेपाल में एक अमेरिकी पर्यटक कोनी जो ब्रोंज़िच की मर्डर के लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। 2014 में, उन्हें कनाडाई बैकपैकर लॉरेंट कैरिएर की मर्डर का दोषी ठहराया गया था। उसे दूसरी उम्रकैद की सजा दी गई थी।