धनबाद में कोरोना वायरस संक्रंमण की स्पीड हुई तेज, नौ अप्रैल को मिले 94 संक्रमित, दो की मौत, 37 ठीक हुए
कोयला राजधानी धनबाद में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। जिले में शुक्रवार नौ अप्रैल को 94 कोरोना संक्रमित मिले हैं। कोरोना से दो लोगों की मौत भी हुई है। 37 कोरोना संक्रमित ठीक होकर हॉस्पीटल से घर लौट गये हैं।
- डीसी ने की रेडियोलॉजी सेंटर के संचालकों के साथ बैठक,कहा बिजनस से पहले नागरिकों की भलाई का सोचें
- डीसी के निर्देश पर जिले में चलाया जा रहा है मास्क-अप कैम्पेन,बिना मास्क वाले 55 व्यक्तियों को ले जाया गया कोविड सेंसीटाईजेसन कैम्प
- डीसी ने किया कोविड सेंसीटाईजेसन कैम्प का निरीक्षण,*कोविड समुचित व्यवहार के अनुपालन की अपील,दिलाई शपथ
- कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 10 अप्रैल से प्राइवेट हॉस्पीटल में उपलब्ध रहेंगे 22 कोविड आइसीयू, 53 नन कोविड आइसीयू
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। जिले में शुक्रवार नौ अप्रैल को 94 कोरोना संक्रमित मिले हैं। कोरोना से दो लोगों की मौत भी हुई है। 37 कोरोना संक्रमित ठीक होकर हॉस्पीटल से घर लौट गये हैं।
जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 8415 हो गयी है। इनमें से 7906 ठीक हो चुके हैं। कोरोना से 124 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में अभी कोरोना के 385 एक्टिव केस हैं।
658 रेल पैसेंजर्स की जांच में चार मिले पॉजिटिव, 140 बस यात्रियों की जांच में शून्य पॉजिटिव
कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के उद्देश्य से डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह के निर्देश पर धनबाद रेलवे स्टेशन पर व धनबाद बस स्टैंड में ट्रू-नाट व आरटी पीसीआर से कोरोना जांच शुरू की गई है।इस क्रम में आज विभिन्न ट्रेनों से धनबाद आने वाले 658 पैसेंजर्स की जांच इंसिडेंट कमांडर बंधु कच्छप व उदय रजक के नेतृत्व में की गई। जांच के क्रम में चार पैसेंजर पॉजिटिव मिले।साथ ही बस अड्डे पर 140 यात्रियों की जांच की गई। बस स्टैंड में सभी यात्री नेगटिव मिले।
जिले में कोविड पेसेंटके लिए 750 बेड, 41 वेंटिलेटर हुआ फंक्शनल
डीसी उमा शंकर सिंह ने कहा है कि धनबाद में कोविड पेसेंट के बेहतर इलाज के लिए सभी पर्याप्त व्यवस्था की गयी है। जिले में 750 बेड फंक्शनल हो चुका है।अगले एक सप्ताह में यह एक हजार तक पहुंच जायेगा। कोरोन संक्रमण में वृद्धि को देखते हुए सरकारी अस्पतालों व कोविड केयर सेंटरों में बेड की संख्या में बढ़ोतरी की गयी है। अभी जिला में कोविड पेसेंट के लिए कुल 750 बेड उपलब्ध है। इसमें दो सौ बेड में ऑक्सीजन की सुविधा है। गवर्नमेंट व प्राइवेट हॉस्पीटलों कुल 88 आइसीयू के बेड व 41 वेंटिलेटर भी उपलब्ध है।
डीसी ने पीजी ब्लॉक का किया निरीक्षण
डीसी ने शुक्रवार की रात एसएनएमएमसीएच के पीजी ब्लॉक का निरीक्षीण किया। यहां शुरू कोविड केयर सेंटर पर उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। पीजी ब्लॉक में ढाई सौ बेड लगाया गया है।अगले कुछ दिनों में यहां पर बेडों की संख्या बढ़ा कर 400 की जायेगी।यहां डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टॉफ की तैनाती की गयी है.
डीसी ने की रेडियोलॉजी सेंटर के संचालकों के साथ बैठक,कहा बिजनस से पहले नागरिकों की भलाई का सोचें
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने कहा है कि सभी रेडियोलॉजी सेंटर बिजनस से पहले नागरिकों के भलाई के विषय में सोचें। लोगों को सुरक्षित रखना तथा उनका उचित समय पर उचित इलाज सुनिश्चित करना हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है। यह बातें डीसी शुक्रवार को जिला अंतर्गत संचालित रेडियोलोजी संस्थानों के प्रबंधकों के आयोजित बैठक में कही।उन्होंने कहा कि धनबाद जिला अंतर्गत सभी रेडियोलॉजी संस्थान के संचालकों, प्रभारियों एवं लैब टेक्नीशियन को उनके संस्थान अंतर्गत जांच कराने वाले सभी लोगों की समेकित विवरणी एवं डायग्नोसिस रिपोर्ट प्रतिदिन नोडल पदाधिकारी, आइडीएसपी सेल को भेजने का आदेश दिया गया था।
उन्होंने बताया कि प्राप्त सूचना अनुसार बहुत सारे संक्रमण के लक्षण वाले लोग अब भी जिला अंतर्गत विभिन्न रेडियोलॉजी केंद्रों में सिटी स्कैन के माध्यम से संक्रमण की जांच करा रहे हैं एवं इसकी सूचना आईडीएसपी सेल धनबाद से साझा नहीं की जा रही है। उक्त कृत्य कोरोना महामारी के संक्रमण को बढ़ा सकता है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार धनबाद में इसे अत्यंत गंभीरता से लिया है। डीसी ने बताया कि विगत दिनों में धनबाद जिला अंतर्गत कोरोना महामारी संक्रमण की रफ्तार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कोरोना संक्रमण के उचित प्रबंधन हेतु आवश्यक है कि मरीजों को ससमय जांच एवं उचित उपचार उपलब्ध कराया जाए। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि सभी संस्थान अपनी जिम्मेदारियों को समझें। दिशानिर्देशों तथा नियमों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करें। एक साथ कदम से कदम मिलाकर चलने से ही हम महामारी से लड़ सकते हैं।उन्होंने सभी संस्थान प्रबंधकों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि व्यापार से पहले नागरिकों के भलाई के विषय में सोचें। लोगों को सुरक्षित रखना तथा उनका उचित समय पर उचित इलाज सुनिश्चित करना हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है।
डीसी ने आईडीएसपी के नोडल पदाधिकारी डॉ राजकुमार सिंह को एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सभी संस्थान प्रबंधकों को उस में जोड़ने का निर्देश दिया। साथ ही सभी संस्थान प्रबंधकों को उक्त व्हाट्सएप ग्रुप पर आवश्यक विवरण समय-समय पर अपडेट करने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि लोगों के सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जायेगा। जांच के क्रम में यदि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाये जाएंगे अविलंब जांच घर बंद कर सैनिटाइजेशन करना सुनिश्चित करें। तत्पश्चात अन्य किसी व्यक्ति की जांच करें।बैठक के दौरान डीसी ने सभी संस्थान प्रबंधको से उनके संस्थान अंतर्गत कार्यरत सभी कर्मियों का आरटी-पीसीआर जांच कराने का निर्देश दिया। साथ ही 15 दिनों के बाद पुनः बैठक कर कार्यों की समीक्षा करने की बात कही।उन्होंने बताया कि आदेश की लापरवाही एवं उदासीनता तथा निर्देशों का अनुपालन नहीं किए जाने पर दोषियों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की सुसंगत धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में डीसी उमाशंकर सिंह, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर चंदन कुमार, सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास, आईडीएसपी नोडल डॉक्टर राजकुमार, जिला आपदा प्रबंधक संजय झा, डीएमएफटी पीएमयू के नितिन पाठक एवं शुभम सिंघल तथा सभी रेडियोलॉजी संस्थानों के प्रतिनिधि सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
डीसी के निर्देश पर जिले में चलाया जा रहा है मास्क-अप कैम्पेन,बिना मास्क वाले 55 व्यक्तियों को ले जाया गया कोविड सेंसीटाईजेसन कैम्प
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमाशंकर सिंह के निर्देश पर जिले में आज भी *मास्क-अप कैंपेन* चलाया गया।इस संबंध में डीसी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के उचित प्रबंधन तथा इसके फैलाव को खत्म करने के लिए सभी के सहयोग से आवश्यक उपाय सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि मास्क का प्रयोग करने एवं सामाजिक दूरी का पालन करने हेतु भारत सरकार, झारखंड सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा बारंबार सभी नागरिकों को निर्देशित किया गया है। परंतु जिला अंतर्गत विगत दिनों में आमजनों के बीच भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का प्रयोग न करने एवं सामाजिक दूरी का पालन न करने की सूचना प्राप्त हो रही है जिससे संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
इसी क्रम में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद द्वारा *कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर* की जानकारी को आमजन तक पहुंचाने एवं जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से गुरुवार, 08 अप्रैल 2021 से प्रतिदिन प्रातः 8:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक *मास्क अप कैंपेन* अभियान चलाया जा रहा है।उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान शुक्रवार को झरिया बाजार, कतरास मोड़, करकेंद, भूली, बैंक मोड़, पुराना बाजार, नया बाजार, रेलवे स्टेशन, ओजोन प्लाजा, शक्ति मंदिर, सरायढेला, बिग बाजार, स्टील गेट, हीरापुर, सिटी सेंटर तथा गोविंदपुर के भीड़ भाड़ वाले स्थलों पर फ्लाइंग स्क्वायड की टीम द्वारा बिना मास्क लगाए एवं सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे लोगों को जागरूक किया गया। इसके बावजूद भी कुछ नागरिक द्वारा इसका अनुपालन नहीं करने पर उन्हें बस के माध्यम से जैप-3 कैंप स्थित कोविड सेंसीटाईजेशन कैंप में लाया गया।
एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने बताया कि आज कुल 55 व्यक्तियों को कोविड सेंसीटाईजेशन कैम्प में लाया गया। कैंप में सभी लोगों की कोविड जांच कराई गई। तत्पश्चात उन्हें जागरूकता से संबंधित फीचर फिल्म दिखाया गया। उन्होंने बताया कि सभी व्यक्तियों हेतु कैम्प में जलपान का प्रबंध किया गया है। अपराह्न 4 बजे तक बांड भरवाने के पश्चात सभी को छोड़ दिया गया।
डीसी ने किया कोविड सेंसीटाईजेसन कैम्प का निरीक्षण,*कोविड समुचित व्यवहार के अनुपालन की अपील,दिलाई शपथ
लोगों में कोविड समुचित व्यवहार के अनुपालन से संबंधी जागरूकता फैलाने एवं कैंप में उपलब्ध व्यवस्थाओं की समीक्षा हेतु डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमाशंकर सिंह ने शुक्रवार को गोविंदपुर स्थित जैप 3 कोविड सेन्सीटाइजेशन कैंप का निरीक्षण किया।इस संबंध में डीसी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के उचित प्रबंधन तथा इसके फैलाव को खत्म करने के लिए सभी के सहयोग से आवश्यक उपाय सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। निरीक्षण के दौरान डीसी ने कैंप में लाए गए लोगों से संवाद किया तथा उनसे मास्क का प्रयोग करने, साबुन अथवा हैंड सैनिटाइजर से नियमित रूप से हाथ साफ करने एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करने की अपील की।उन्होंने कैंप में स्थित कोविड जांच काउंटर, रजिस्ट्रेशन काउंटर, बांड काउंटर एवं हॉल का निरीक्षण किया।
डीसी ने बताया कि यह अच्छी बात है कि लोग अपनी गलती समझ रहे हैं तथा कैंप में आने के बाद अपनी गलती को मान रहे हैं। उन्होंने अपने समक्ष कैंप में लाए गए लोगों से कोविड समुचित व्यवहार अपनाने की शपथ दिलाई।उन्होंने कहा उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जिले में लोग मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करेंगे तथा सामाजिक दूरी के दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। ऐसा विश्वास है कि कुछ दिनों के बाद कोविड सेन्सीटाइजेशन कैंप में किसी व्यक्ति को लाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।निरीक्षण के दौरान डीसी ने बीडीओ, गोविंदपुर को कैंप में उपस्थित सभी लोगों हेतु पेयजल, अल्पाहार एवं चाय की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही उपस्थित चिकित्सा कर्मियों से बायो मेडिकल वेस्ट को सही तरीके से डिस्पोज करने का निर्देश दिया।निरीक्षण के दौरान डीसी उमाशंकर सिंह, जैप-3 कमांडेंट प्रियदर्शी आलोक, एसडीएम सुरेंद्र कुमार, बीडीओ गोविंदपुर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 10 अप्रैल से प्राइवेट हॉस्पीटल में उपलब्ध रहेंगे 22 कोविड आइसीयू, 53 नन कोविड आइसीयू
जिले के पांच प्राइवेट हॉस्पीटल में शनिवार 10 अप्रैल सेकोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए कोविड आइसीयू एवं नन कोविड आइसीयू बेड उपलब्ध रहेंगे।इसकी जानकारी देते हुए डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने बताया कि आठ अप्रैल को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने प्राइवेट हॉस्पीटल प्रबंधकों के साथ बैठक कर अपने संस्थान में कोविड आईसीयू एवं नन कोविड आइसीयू बेड उपलब्ध कराने का निर्णय लिया था। निर्णय के आलोक में अब प्राइवेट हॉस्पीटल में 22 कोविड आइसीयू एवं 53 नन कोविड आइसीयू कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध रहेंगे।उन्होंने बताया कि एशियन द्वारकादास जालान सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सात कोविड आइसीयू , आठ नन कोविड आइसीयू प्रगति नर्सिंग होम में छह कोविड आइसीयू, 10 नन कोविड आइसीयू, यशलोक में चार कोविड आइसीयू, 10 नन कोविड आइसीयू, अशर्फी अस्पताल में पांच कोविड आइसीयू, 15 नन कोविड आइसीयू तथा जिम्स अस्पताल में 10 नन कोविड आइसीयू उपलब्ध रहेंगे। डीसी ने कहा कि सभी अस्पताल को *बी टाइप* ऑक्सीजन भरा हुआ सिलेंडर, फ्लो मिटर के साथ ह्यूमिडिफायर, कनेक्टर और रेंच के साथ ऑक्सीजन मास्क भी रखने का निर्देश दिया है।