देवघर:14 साइबर क्रिमिनल अरेस्ट, 23 मोबाइल,37 सिम कार्ड, नौ बैंक अकाउंट, चार चेकबुक व 11 एटीएम कार्ड बरामद
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के निर्देश पर साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने सारठ के जमुआसोल,पालोजोरी के लटझरी व बसहा और पथरडा के गोबरशाला व दुधवाजोरी गांव में रेड कर 14 साइबर क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है।
देवघर। एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के निर्देश पर साइबर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने सारठ के जमुआसोल,पालोजोरी के लटझरी व बसहा और पथरडा के गोबरशाला व दुधवाजोरी गांव में रेड कर 14 साइबर क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। साइबर क्रिमिनलों के पास से 23 मोबाइल,37 सिम कार्ड, नौ बैंक अकाउंट, चार चेकबुक व 11 एटीएम कार्ड बरामद किया है। एसपी ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी। प्रेस कांफ्रेस में साइबर डीएसपी नेहा बाला, प्रभारी देवघर एसडीपीओ सह हेडक्वार्टर डीएसपी मंगल सिंह जामुदा, साइबर ओसी इंस्पेक्टर कलीम अंसारी उपस्थित थे।
ऐसे करते हैं ठगी
एसपी ने बताया कि साइबर क्रिमिनल अलग-अलग तरीके से झांसे देकर लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ा ले रहे हैं। पकड़े गये क्रिमिनलों ने पुलिस को बताया कि विभिन्न बैंकों के अफसर बनकर लोगों को कॉल कर वे लोग ठगी करते हैं। KYC Update का झांसा देकर बैंक की डिटेल हासिल कर लोगों के अकाउंट में जमा रकम को मिनटों में निकाल लेते हैं। फोन-पे, पेटीएम, मनी रिक्वेस्ट भेजकर झांसे से OTP लेने के बाद ठगी करते हैं।
एसपी ने बताया कि अब साइबर क्रिमिनल गूगल सर्च इंजन पर विभिन्न इलेक्ट्रोनिक एप्प के साइट पर जाकर उसमें भी अपना मोबाइल नंबर को कस्टमर्स केयर अपसर के नंबर की जगह डाल देते हैं। कस्टमर उस नंबर को कस्टमर सर्विस अफसर का नंबर समझ कर डायल करते हैं। झांसे में आकर कस्टमर अपनी सभी जानकारी आधार नंबर आदि शेयर कर देते हैं। इसके बाद उन नंबरों के लिंक अकाउंट से साइबर क्रिमिनल मिनटों में राशि उड़ा लेते हैं। टीम व्यूवर, क्विक सपोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल कराकर गूगल पर मोबाइल का पहला चार डिजिट नंबर सर्च करते हैं। खुद से छह डिजिट जोड़कर रेंडमली साइबर ठगी करते हैं। यूपीआइ वॉलेट से ठगी किये कस्टमर्स को पुन: अकाउंट में रिफंड का झांसा देकर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में कुछ जोड़कर वर्चुअल फर्जी अकाउंट बनाने के बाद यूपीआइ पिन लॉगिन कराकर भी ठगी कर रहे हैं।
पुलिस गिरफ्त में आये साइबर क्रिमिनल
सारठ के जमुआसोल निवासी अविनाश रजवार, चंदन कुमार मंडल, पालोजोरी थाना क्षेत्र के लटझरी गांव निवासी राजेश मंडल, मुकेश मंडल, बसहा गांव निवासी अमित रजवार, गुड्डू रजवार, प्रदीप यादव व निरंजन यादव(दोनों सगे भाई), पवन ठाकुर, पथरडा ओपी एरिया के दुधवाजोरी गांव निवासी अनिल राणा, पंकज राणा, उत्तम राणा और गोबरशाला स्थित जीजा वासुदेव महरा के घर में रह रहा पाथरौल के बिल्ली गांव निवासी उमेश दास।
मर्डर का आरोपी है मुकेश
एसपी ने बताया कि लटझरी गांव से अरेस्ट मुकेश मंडल मर्डर का आरोपी रह चुका है। वह वर्ष 2019 की 14 अप्रैल को पालोजोरी पुलिस स्टेशन में दर्ज कांड संख्या 52/19 आइपीसी की सेक्शन 302, 201, 34 में आरोपी है।