धनबाद: कोरोना काल में कोयला लोडिंग में 30 परसेंट गिरावट, डीसी लाइन पर 75 किमी की स्पीड से चलेंगी ट्रेनें: DRM
डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा ने कहा है कि धनबाद स्टेशन को एयरपोर्ट जैसा लुक दिया जायेगा। स्टेशन को एयपोर्ट जैसी सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। डीआरएम अनिल कुमार मिश्र ने बुधवार को वर्चुअल प्रेस मीट में रेल डिवीजन के एक अप्रैल से अब तक किये गये कार्यों की जानकारी शेयर की। उन्होंने कहा कि डीसी रेल लाइन पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी।
- वर्चुअल वीसी में बोले डीआरएम:
- रेलवे बोर्ड लेवल पर रेगुलर लिये जा रहे हैं फीडबैक
- अभी ट्रेन परिचालन सामान्य नहीं होगा
- धनबाद स्टेशन को एयरपोर्ट जैसा लुक दिया जायेगा
धनबाद। डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा ने कहा है कि धनबाद स्टेशन को एयरपोर्ट जैसा लुक दिया जायेगा। स्टेशन को एयपोर्ट जैसी सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। डीआरएम अनिल कुमार मिश्र ने बुधवार को वर्चुअल प्रेस मीट में रेल डिवीजन के एक अप्रैल से अब तक किये गये कार्यों की जानकारी शेयर की।
उन्होंने कहा कि डीसी रेल लाइन पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी। रेलवे ने डीसी लाइन पर ट्रेनों की स्पीड 75 किमी प्रति घंटा करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस रूट पर अभी 50 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेनें चलती हैं। फिलहाल ट्रेनें बंद हैं ।इस बीच धनबाद रेल डिवीजन स्पीड बढ़ाने के लिए काम करा रहा है। जैसे ही ट्रेनों को चलाने की अनुमति मिलेगी, डीसी लाइन पर ट्रेनों को 75 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलाया जायेगा।
कतरास स्टेशन को विकसित किया जायेगा
डीआरएम ने कहा डीसी रेल रूट पर ट्रेन की स्पीड बढ़ाने के साथ ही कुसुंडा और कतरासगढ़ स्टेशन को नये सिरे से विकसित किया जायेगा।कतरासगढ़ काफी महत्वपूर्ण स्टेशन है। घनी आबादी वाला क्षेत्र होने के कारण पैसेंजर्स की संख्या भी पर्याप्त है। इसके मद्देनजर कतरासगढ़ स्टेशन को आधुनिक रूप दिया जायेगा। डबल रेल लाइन, तीन प्लेटफार्म और फुट ओवरब्रिज की भी सुविधा बहाल की जायेगी। इसके लिए वर्क स्वीकृति भी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि धनबाद डिवीजन में 94 किमी नई लाइन बिछाने, पूरे डिवीज़न के विद्युतीकरण होने, ई ऑफिस की शुरुआत होगी।
कोरोना काल में पावर हाउस में कोयले की डिमांड कम हुई
डीआरएम ने कहा कि चालू फाइनेंसियल इयर में एक अप्रैल से अबतक तक धनबाद डिवीजन की लोडिंग में 30 परसेंट की गिरावट आई है। कोरोना काल में पावर हाउस की डिमांड कम रही। इस वजह से सप्लाई कम हुई जिससे लोडिंग में 30% की गिरावट आ गई है। हालांकि उन्होंने दावा किया कि यह स्थिति जुलाई तक थी। अगस्त से इसमें सुधार भी हुआ है और उम्मीद है कि अब धीरे-धीरे सुधार हो जायेगी। कोयला लोडिंग में शॉर्टेज के मद्देनजर दूसरे विकल्प भी तलाशे गये हैं। फ्लाये गये हैं। कम दूरी और अधिक दूरी के लिए छूट की लिमिट भी तय की गई है।
अभी रेगुलर ट्रेनों के चलने की कम संभावना
रेगुलर ट्रेनों के चलने के सवाल डीआरएम ने कहा कि रेलवे बोर्ड लेवल पर रेगुलर फीडबैक लिए जा रहे हैं। इस स्थिति में निकट भविष्य में नियमित ट्रेनों के चलने की संभावना कम है। हालांकि धनबाद रेल डिवीजन अपने सभी रैकों का रेगुलर मेंटेनेंस करता है। ट्रेन चलने की अनुमति मिलते ही तत्काल रैक उपलब्ध हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा ट्रेनों में भी पैसेंजर्स की संख्या काफी कम है। कोरोना काल में अब तक पैसेंजर्स इनकम में 106 परसेंट की गिरावट दर्ज की गई है।