धनबाद:सुपर स्पेशलिस्ट, एमबीबीएस सहित 50 डॉक्टर्स हुए सिलेक्ट, 27 दिन में पूरी हुई संपूर्ण प्रक्रिया
धनबाद जिले में डीएमएफटी के तहत 50 सुपर स्पेशलिस्ट, एमबीबीएस सहित अन्य डॉक्टर्स का सलेक्शन किया गया है। अब जिले के लोगों को एक-एक कार्डियोलॉजिस्ट,न्यूरोलॉजिस्ट तथा नेफ्रोलॉजिस्ट जैसे सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के साथ अब 20 मेडिकल ऑफिसर (एमबीबीएस), पांच डेंटिस्ट, चार-चार स्पेशलिस्ट इन पेडियाट्रिक व स्पेशलिस्ट इन गाइनेकलॉजी तथा हॉस्पिटल मैनेजर, तीन स्पेशलिस्ट इन एनेस्थीसिया, दो स्पेशलिस्ट इन ऑर्थोपेडिक के अलावा एक-एक ऑपथोलमोलोजिस्ट, ई-स्वास्थय हॉस्पिटल आईटी मैनेजर, ईएनटी स्पेशलिस्ट, साइकोलॉजिकल काउंसलर तथा स्पेशलिस्ट इन सर्जरी की सेवा प्राप्त होगी।
- निजी स्वास्थ्य व्यवस्था पर लोगों की निर्भरता होगी कम
- सरकारी अस्पतालों में सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सक सहित विभिन्न रोग के लिए उपलब्ध रहेंगे डॉक्टर्स
- www.dhanbad.nic.in पर अपलोड है रिजल्ट
धनबाद। जिले में डीएमएफटी के तहत 50 सुपर स्पेशलिस्ट, एमबीबीएस सहित अन्य डॉक्टर्स का सलेक्शन किया गया है। अब जिले के लोगों को एक-एक कार्डियोलॉजिस्ट,न्यूरोलॉजिस्ट तथा नेफ्रोलॉजिस्ट जैसे सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के साथ अब 20 मेडिकल ऑफिसर (एमबीबीएस), पांच डेंटिस्ट, चार-चार स्पेशलिस्ट इन पेडियाट्रिक व स्पेशलिस्ट इन गाइनेकलॉजी तथा हॉस्पिटल मैनेजर, तीन स्पेशलिस्ट इन एनेस्थीसिया, दो स्पेशलिस्ट इन ऑर्थोपेडिक के अलावा एक-एक ऑपथोलमोलोजिस्ट, ई-स्वास्थय हॉस्पिटल आईटी मैनेजर, ईएनटी स्पेशलिस्ट, साइकोलॉजिकल काउंसलर तथा स्पेशलिस्ट इन सर्जरी की सेवा प्राप्त होगी।
वैश्विक महामारी की संभावित तीसरी लहर के पूर्व जिले के सरकारी मेडिकल संस्थानों को मजबूत करने व निजी स्वास्थ्य व्यवस्था पर लोगों की निर्भरता कम करने के उद्देश्य से डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने महत्वपूर्ण कदम उठाया। डीएमएफटी के तहत सुपर स्पेशलिस्ट, एमबीबीएस सहित अन्य चिकित्सकों की सबसे बड़ी नियुक्ति करने के निर्णय के आलोक में पारदर्शिता बरतते हुए निविदा प्रकाशित कर चिकित्सकों के आवेदन प्राप्त किए।
इस संबंध में डीसी ने बताया कि वैश्विक महामारी की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर, जिले की स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने व निजी स्वास्थ्य व्यवस्था पर लोगों की निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से जिले में डीएमएफटी के तहत डॉक्टर्स व मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की प्रक्रिया आरंभ की गई। कार्डियोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, तथा नेफ्रोलॉजिस्ट जैसे सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सक के अलावा हॉस्पिटल मैनेजर, ई-सवास्थय होस्पिटल आइटी मैनेजर, पेडियाट्रिक, एनेस्थीसिया, गायनेकोलॉजी, ऑपथोलमोलोजिस्ट, ऑर्थोपेडिक, सर्जरी तथा ईएनटी स्पेशलिस्ट, डेंटिस्ट, एमबीबीएस व साइकोलॉजिकल काउंसलर की नियुक्ति शुरु की गयी।
उन्होंने कहा कि प्रक्रिया प्रारंभ करने के 27 दिन में पारदर्शी तरीके से परिणाम घोषित किया गया। दो जून को निविदा प्रकाशित की गई थी। 18 जून तक चिकित्सकों से आवेदन प्राप्त किये गये। डीसी तथा एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) चंदन कुमार की अध्यक्षता में गठित दो पैनलिस्ट की टीम ने 21 से 24 जून तक ऑनलाइन एवं ऑफलाइन सभी आवेदकों का इंटरव्यू लिया। मंगलवार, 29 जून 2021 को सारी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से संपन्न कर इसका रिजल्टघोषित कर वेबसाइट www.dhanbad.nic.in पर अपलोड किया गया। उन्होंने बताया कि कुल 206 लोगों का इंटरव्यू लिया गया। इसके बाद पैनलिस्ट की टीम ने इसमें से सर्वश्रेष्ठ आवेदकों का चयन किया।
206 आवेदकों ने दिया था इंटरव्यू
डीएमएफटी के तहत नियुक्ति प्रक्रिया में 2 पैनलिस्ट की टीम के समक्ष 206 आवेदकों ने इंटरव्यू दिया था। इसमें मेडिकल ऑफिसर (एमबीबीएस) 56, डेंटिस्ट 49, हॉस्पिटल मैनेजर (एडमिनिस्ट्रेशन) 28, ई-स्वास्थ्य हॉस्पिटल आईटी मैनेजर 18, साइकोलॉजिकल काउंसलर व स्पेशलिस्ट इन पैट्रियोटिक के लिए 12-12, स्पेशलिस्ट इन एनेस्थीसिया के लिए 6, स्पेशलिस्ट इन गाइनेकोलॉजी, ऑर्थोपेडिक व सर्जरी के लिए 5-5, स्पेशलिस्ट इन ऑपथोलमोलोजी 4, न्यूरोलॉजिस्ट व कर्डियोलॉजिस्ट के लिए दो-दो तथा नेफ्रोलॉजिस्ट व ईएनटी स्पेशलिस्ट के लिए एक-एक आवेदक ने इंटरव्यू दिया था।
डीसी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के पिछले एक वर्ष में देखा गया है कि सरकारी अस्पतालों में सभी स्तरों पर डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और अन्य कर्मियों सहित स्वास्थ्य संसाधनों के रिक्त पदों को भरना तथा विशेषज्ञों को नियुक्त करके सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करना महत्वपूर्ण था। माइनिंग या माइनिंग कार्यों से प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए डीएमएफटी के तहत स्वास्थ्य एक प्राथमिकता वाला क्षेत्र है। इसलिए धनबाद जैसे खनन प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण पदों को भरना डीएमएफटी के उद्देश्यों के अनुसार है।