धनबाद:एक्स-रे चेस्ट, सीटी चेस्ट के लिए अपोलो क्लिनिक अधिसूचित
एक्स-रे चेस्ट एवं सीटी चेस्ट के लिए अपोलो क्लिनिक, श्रीराम वाटिका, धैया को डेडीकेटेड डायग्नोस्टिक सेंटर के रूप में अधिसूचित किया गया है।
- सदर अस्पताल के स्टोर रूम में तीन फार्मासिस्ट की प्रतिनियुक्ति
- कोविड कार्य में लगे कर्मियों को मूल वेतन के समान दी जायेगी प्रोत्साहन राशि
- सदर अस्पताल में सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश
- सदर अस्पताल में ऑक्सीजन आपूर्ति एवं रिफिलिंग के लिए दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति
- सेंट्रल हॉस्पीटल की कार्यशैली को सुधारने के लिए डीसी ने लिखा बीसीसीएल सीएमडी को पत्र
धनबाद। एक्स-रे चेस्ट एवं सीटी चेस्ट के लिए अपोलो क्लिनिक, श्रीराम वाटिका, धैया को डेडीकेटेड डायग्नोस्टिक सेंटर के रूप में अधिसूचित किया गया है।
इस संबंध में डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, श्री उमा शंकर सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों एवं सस्पेक्टेड मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही। उनके उचित स्वास्थ्य उपचार एवं बेहतर इलाज के लिए एक्स-रे चेस्ट एवं सिटी चेस्ट की आवश्यकता के लिए अपोलो क्लिनिक, श्रीराम वाटिका, धैया को सेंटर हेड की सहमति से अधिसूचित किया है।डीसी ने कहा कि संस्थान को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद के दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करना होगा।जिसमें लगातार सेंटर का सैनिटाइजेशन एवं फ्यूमिगेशन, लैब में कार्य करने वाले सभी कर्मियों का प्रत्येक 15 दिनों में कोरोना जांच, जांच करते समय सभी कर्मियों को पीपीई किट पहनना एवं आवश्यक सावधानियां रखनी होगी। साथ ही संक्रमित मरीजों की सूचना मरीजों से साझा करने से पूर्व आईडीएसपी सेल के नोडल पदाधिकारी एवं कोविड-19 रूम से साझा करना सुनिश्चित करना होगा। संस्थान के अंतर्गत भारत सरकार एवं झारखंड सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत वेस्ट डिस्पोजल सहित अन्य दिशा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करना होगा।
उल्लेखनीय है कि अब धनबाद में अपोलो क्लिनिक के साथ बैंक मोड़ एवं सरायढेला के आविष्कार डायग्नोस्टिक सेंटर, सरायढेला के रीलिफ डायग्नोस्टिक सेंटर, धनसार कुमार टॉकीज के पास स्थित आयुष्मान डायग्नोस्टिक सेंटर में एक्स-रे चेस्ट एवं सीटी चेस्ट की सुविधा मिलेगी।
सदर अस्पताल के स्टोर रूम में तीन फार्मासिस्ट की प्रतिनियुक्ति
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, श्री उमा शंकर सिंह के निर्देश पर सदर अस्पताल के स्टोर रूम में तीन फार्मासिस्ट की प्रतिनियुक्ति की गई है।इस संबंध में डीसी ने कहा कि सदर अस्पताल को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर के रूप में शुरू किया गया है। यहां गंभीर एवं हल्के कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है। अस्पताल में इलाजरत मरीजों तथा चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों को समय पर दवाई, मेडिकल उपकरण, पीपीई किट सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए स्टोर की व्यवस्था की गई है।स्टोर रूम में प्रतिनियुक्त फार्मासिस्ट अशोक कुमार नोनिया, मुकेश मालाकार एवं सुशील कुमार मंडल का दायित्व स्टोर में रखी सभी सामग्रियों का लेखा-जोखा रखना, जरूरत पड़ने पर चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों को सामग्री उपलब्ध कराना तथा सामग्रियों की आवश्यकता को 3 दिन पूर्व सिविल सर्जन को उपलब्ध कराना होगा।
कोविड कार्य में लगे कर्मियों को मूल वेतन के समान दी जायेगी प्रोत्साहन राशि
वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग, सुपरविजन, कोविड अस्पताल, कोविड वार्ड में कार्यरत, कार्यालय तथा कंट्रोल रूम में कोविड संबंधित कार्यों में प्रतिनियुक्त चिकित्सा कर्मी, चिकित्सक को एक माह के मूल वेतन या मानदेय के समान प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी।इस संबंध में डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौरान चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मियों द्वारा पूरी ईमानदारी एवं लगन से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया जा रहा है। डीसी ने कहा कि अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड की अध्यक्षता में आहूत समीक्षा बैठक में एक माह का वेतन या मानदेय के समतुल्य राशि प्रोत्साहन के रूप में देने की अनुशंसा की गई है।
सदर अस्पताल में सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमा शंकर सिंह ने डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर सदर अस्पताल में 20 सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया है।डीसी ने कहा कि उपरोक्त अस्पताल में गंभीर एवं हल्के लक्षण वाले मरीजों का इलाज कराया जा रहा है। इसलिए यह आवश्यक है कि समय समय पर अस्पताल की साफ सफाई होती रहे। इसलिए सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश नोडल पदाधिकारी डॉक्टर राजकुमार सिंह को दिया है। साथ ही सभी कर्मियों को पीपीई किट एवं कोरोनावायरस से संबंधित सुरक्षा की अन्य सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
सदर अस्पताल में ऑक्सीजन आपूर्ति एवं रिफिलिंग के लिए दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति
सदर अस्पताल के डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर में ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई एवं समय पर उसकी रीफिलिंग के लिए चार दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।इस संबंध में डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने कहा कि सदर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की समय पर रीफीलिंग, समय पर खाली सिलेंडरों को रीफीलिंग के लिए भेजने, स्टोर में ऑक्सीजन की उपलब्धता की सतत निगरानी तथा ऑक्सीजन सिलेंडर का लेखा-जोखा रखने के लिए चार दंडाधिकारी, एक नोडल पदाधिकारी एवं प्रशासनिक नोडल अफसर के रूप में मोहम्मद मुमताज अली अहमद, निदेशक डीआरडीए की प्रतिनियुक्ति की है।सदर अस्पताल में रूद्रा ट्रेवल द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर की ट्रांसपोर्टेशन की जाती है। प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी चौबीसों घंटे सातों दिन एजेंसी में तैनात रहेंगे और अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। किसी भी परिस्थिति में एजेंसी को अनएटेंडड नहीं छोड़ेंगे।
सेंट्रल हॉस्पीटल की कार्यशैली को सुधारने के लिए डीसी ने लिखा बीसीसीएल सीएमडी को पत्र
बीसीसीएल के सेंट्रल हॉस्पीटल, रीजनल एवं अन्य हॉस्पिटल में योग्य डॉक्टर्स एवं चिकित्सा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने व सेंट्रल होस्पिटल की कार्यशैली में सुधार करने के लिए डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमा शंकर सिंह ने बीसीसीएल सीएमडो को पत्र लिखकर अस्पतालों में योग्य चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति रोस्टर बनाते हुए 24 घंटे के अंदर करने को कहा है।डीसी ने पत्र में कहा है कि बीसीसीएल के सेंट्रल हॉस्पिटल, रीजनल व अन्य अस्पताल में कोविड आइसीयू, कोविड नन आईसीयू, ओपीडी में कोविड जांच तथा जनरल एवं इमरजेंसी वार्ड में संभावित कोरोना मरीज के इलाज के लिए योग्य चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मी की प्रतिनियुक्ति करें।
उन्होंने कहा कि सेंट्रल हॉस्पीटल के सीएमएस ने कर्मियों के गुणवत्तापूर्ण तथा अनुशासनात्मक कार्य निष्पादन कराने में अपनी असमर्थता जताई है।जबकि वहां आउटसोर्सिंग एजेंसी की मदद ली जा रही है। जबकि आपदा की घड़ी में जहां समाज के सभी महत्वपूर्ण हितकारक एवं संस्थान जिला प्रशासन का साथ देने के लिए बढ़-चढ़ कर सहयोग दे रहे हैं, ऐसे में बीसीसीएल के चिकित्सक, चिकित्सा कर्मी तथा अन्य कर्मियों का योगदान न दिया जाना अत्यंत खेदजनक, शर्मनाक और दुखद है। इससे संस्थान की गरिमा को ठेस पहुंचती है एवं उसकी कार्यशैली पर सवालिया निशान उठता है।उन्होंने सेंट्रल अस्पताल, रीजनल अस्पताल तथा बीसीसीएल के अन्य अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में कोरोना मरीज के इलाज, जांच के लिए जनरल तथा इमरजेंसी वार्ड में पर्याप्त संख्या में चिकित्सक, चिकित्सा कर्मी, लैब टेक्नीशियन, वार्ड बॉय एवं सफाई कर्मचारी की प्रतिनियुक्ति रोस्टर बनाते हुए 24 घंटे के अंदर करने का निर्देश दिया है।