धनबाद: आउटसोर्सिंग कंपनियों में फायरिंग के कई मामलों में वांटेड बाघमारा का बदमाश विश्वजीत पिस्टल के साथ अरेस्ट

पुलिस ने घंटो चले ड्रामा के बाद बाघमारा के बदमाश विश्वजीत चटर्जी को लोडेड पिस्टल के साथ अरेस्ट कर लिया है। आउटसोर्सिंग कंपनियों में गोलीकांड के मामलों में वांटेंड विश्वजीत चटर्जी ने  पिस्टल घर के आटे के डब्बे में छिपाकर रखा था। 

धनबाद: आउटसोर्सिंग कंपनियों में फायरिंग के कई मामलों में वांटेड बाघमारा का बदमाश विश्वजीत  पिस्टल के साथ अरेस्ट
  • पति को बचाने के लिए पत्नी ने किया सुसाइड का असफल ड्रामा 

बाघमारा। पुलिस ने घंटो चले ड्रामा के बाद बाघमारा के बदमाश विश्वजीत चटर्जी को बुदौरा श्रमिक कॉलोनी स्थित घर से पिस्टल के साथ अरेस्ट कर लिया है। आउटसोर्सिंग कंपनियों में गोलीकांड के मामलों में वांटेंड विश्वजीत चटर्जी ने पिस्टल घर के आटे के डब्बे में छिपाकर रखा था। पिस्टल के सात गोलियों से भरा मैगजीन भी बरामद किया गया है। 


विश्वजीत चटर्जी की पुलिस से बचाने के लिए उसकी पत्नी ने खूब ड्रामा किया। पुलिस ने उसके घर की घेराबंदी की तो पत्नी ने दरवाजा खोलने से इन्कार कर दिया। उसका कहना था कि विश्वजीत घर में नहीं है। पुलिस ने जबरन घर में घुसने की कोशिश की तो वह सुसाइड कर लेगी। इसके लिए वह चाकू भी दिखा रही थी। बाद में मजिस्ट्रेट को बुलाकर घर का ताला तोड़ा गया। घर के ही अंदर मौजूद विश्वजीत को पुलिस ने दबोच लिया।

आउटसोर्सिंग कंपनियों में फायरिंग के कई मामलों में वांटेड

विश्वजीत चटर्जी बाघमारा क्षेत्र में आउटसोर्सिंग कंपनियों में फायरिंग के कई मामलों में वांटेड था। पुलिस उसे कई माह से खोज रही थी।  पुलिस को सूचना मिली थी कि बीसीसीएल आवास में पत्नी के साथ है। एसडीपीओ निशा मुर्मू के लीडरशीप में पुलिस उसके घर की घेराबंदी की। उसके घर का अगर और पिछला दरवाजा बंद था। पुलिस ने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की तो विश्वजीत की पत्नी ने इन्कार कर दिया। पत्नी का कहना था कि विश्वजीत घर में नहीं है। दरवाजा तोड़ा गया तो वह आत्महत्या कर लेगी। वह खिड़की से चाकू दिखाकर सुसाइड की धमकी दे रही थी।

मजिस्ट्रेट की उपस्थित में तोड़ा गया घर का दरवाजा

पुलिस लगभग 11 बजे दिन में विश्वजीत के घर की घेराबंदी की। उसकी पत्नी ने ड्रामा शुरू कर दिया। पुलिस खतरा मोल नहीं लेना चाहती थी। उसकी पत्नी चाकू दिखाकर बार-बार सुसाइड की धमकी दे रही थी। मौके पर मजिस्ट्रेट को बुलाया। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में जब घर का दरवाजा तोड़ा गया तो विश्वजीत अंदर ही छिपा था।