धनबाद: जनता मजदूर संघ में बड़ा फेरबदल, कुंती देवी प्रसिडेंट व सिद्धार्थ गौतम बने महामंत्री
जनता मजदूर संघ की सेंट्रल कमेटी का पुनर्गठन किया गया है। झरिया की एक्स कुंती देवी जनता मजदूर संघ की प्रसिडेंट और सिद्धार्थ गौतम महामंत्री बनाये गये हैं। सरायढेला में संघ की रविवार को हुई वार्षिक आमसभा में दोनों के नाम पर आम सहमति बनी।
- यूनियन की वार्षिक आमसभा में बनी सहमति
- अबतक में रामधीर सिंह थे प्रसिडेंट
- सजायाप्ता होने के कारण प्रसिडेंट का बदलाव किया गया
धनबाद। जनता मजदूर संघ की सेंट्रल कमेटी का पुनर्गठन किया गया है। झरिया की एक्स कुंती देवी जनता मजदूर संघ की प्रसिडेंट और सिद्धार्थ गौतम महामंत्री बनाये गये हैं।सरायढेला में संघ की रविवार को हुई वार्षिक आमसभा में दोनों के नाम पर आम सहमति बनी।
धनबाद: बीआईटी सिंदरी के नौ स्टूडेंट्स को 14.5 लाख के पैकेज पर जॉब ऑफर
आमसभा की अध्यक्षता गोपाल मिश्रा व संचालन कमलेश सिंह ने किया। निरसा एमएलए अपर्णा सेनगुप्ता, जेएन सिंह धर्मपुरी एवं केएन सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है। अरविंद सिंह, सत्येंद्र सिंह, कमलेश सिंह और रंजीत सिंह को सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संगठन में बीसीसीएल और सीसीएल के कई नेताओं को जगह मिली है। सिद्धार्थ ने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए काम करने की जरूरत है। बीसीसीएल में हम एक नंबर पर हैं।
उल्लेखनीय है कि विनोद सिंह मर्डर केस में बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे रामधीर सिंह इससे पहले यूनियन के प्रसिडेंट थे। कोर्ट से सजायाफ्ता होने के बावजूद पद पर बने रहने पर झरिया एमएलए सह सत्तारूढ़ दल की सचेतक पूर्णिमा नीरज सिंह ने आपत्ति जताते हुए श्रम विभाग के अवर सचिव को कंपलेन किया था। उन्होंने सजायाफ्ता के यूनयन का अध्यक्ष पद संभालने पर सवाल उठाते हुए निबंधन रद करने की मांग की थी। इस पर झारखंड सरकार के निबंधन विभाग ने जेएमएस को नोटिस भी जारी किया है।जानकार सोर्सेंज का कहना है कि श्रम विभाग द्वारा स्पष्टीकरण मांगे जाने के चलते ही रविवार को आनन-फानन में जनता मजदूर संघ की वार्षिक आमसभा बुलायी गयी थी। रामधीर सिंह यूनियन के प्रसिडेंट, कुंती देवी महामंत्री, संजीव सिद्धार्थ गौतम संयुक्त महामंत्री थे।
संघ की आमसभा के बाद महामंत्री सिद्धार्थ गौतम ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब जो कोई संघ के नाम का इलिगल रूप से इस्तेमाल करेगा, उसके खिलाफ पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की जायेगी। पहले से भी कई पुलिस स्टेशन में कंपलेन की गयी है। मौके पर श्री सिद्धार्थ गौतम की पत्नी मिनी सिद्धार्थ गौतम, प्रदीप सिन्हा, रंजय कुमार, अरविंद कुमार सिंह, संजीत कुमार सिंह, संजय सिंह, बलवंत सिंह, अमित कुमार दुबे, सीएस राजभर समेत अन्य उपस्थित थे।
2006 से जनता मजदूर संघ में चल रहा है विवाद
जनता मजदूर संघ में वर्ष 2006 से विवाद शुरू हुआ था। एक्स मिनिस्टर बच्चा सिंह के नेतृत्व में समानांतर संघ की कमेटी गठित की गयी। दोनों गुटों के अपने-अपने दावे थे। एक गुट के अध्यक्ष रामधीर सिंह और महामंत्री कुंती देवी थे, तो दूसरे गुट के महामंत्री बच्चा सिंह थे। मई 2017 में राज्य की 980 ट्रेड यूनियनों का रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया गया। इसमें जनता मजदूर संघ भी शामिल था। इसके बाद झारखंड के रजिस्ट्रार ट्रेड यूनियन ने री-रजिस्ट्रेशन के आवेदन के लिए आम सूचना प्रकाशित की। जनता मजदूर संघ के दोनों गुटों ने आवेदन किया। रजिस्टार ने दोनों पक्षों की बातें सुनीं। जुलाई 2021 में रजिस्टार ने बच्चा सिंह के आवेदन को अमान्य करते हुए कुंती गुट का रजिस्ट्रेशन कर दिया।
रजिस्टार से एमएलए पूर्णिमा सिंह उठा चुकी हैं सवाल
ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार के इस फैसले के खिलाफ बच्चा सिंह ने रांची हाइकोर्ट में याचिका दायर कर राहत की मांग की। कोर्ट ने सुनवाई के बाद मामले में तत्काल कोई राहत नहीं दी। इसके बाद एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह ने श्रम विभाग के अवर सचिव को पत्र लिखकर सजायाफ्ता रामधीर सिंह को यूनियन के प्रसिडेंट बने रहने पर सवाल उठाया।
चंद्रशेखर भी रह चुके हैं जनता मजदूर संघ के प्रसिडेंट
झरिया एमएलए सूर्यदेव सिंह ने जनता मजदूर संघ की स्थापना की थी। वे आजीवन संघ के महामंत्री रहे। जनता मजदूर संघ के पहले प्रसिडेंट देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर थे। सूर्यदेव सिंह के निधन के बाद भी चंद्रशेखर काफी वर्षों तक अध्यक्ष बने रहे। सिंह मैंशन में आपसी विवाद के बाद जनता मजदूर संघ में काफी बदलाव हुआ। चंद्रशेखर के बाद जनता मजदूर संघ (कुंती गुट) के अध्यक्ष का पद कुछ समय तक झारखंड के एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी ने संभाला। बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य प्रवीण सिंह भी जनता मजदूर संघ के प्रसिडेंट रहे। इसके बाद बलिया जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष रामधीर सिंह अध्यक्ष, कुंती सिंह महामंत्री और संजीव सिंह तथा सिद्धार्थ गौतम संयुक्त महामंत्री बनाये गये। कुंती सिंह के अध्यक्ष तथा सिद्धार्थ गौतम के महामंत्री बन गये हैं। एक्स एमएलए संजीव सिंह के जेल जाने के बाद सिद्धार्थ गौतम अब जेबीसीसीआइ मेंबर भी बन गये हैं।