धनबाद:45 वर्ष से अधिक उम्र के कोरोना पॉजिटिव को नहीं मिलेगी होम आइसोलेशन की सुविधा
धनबाद। जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र के कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं मिलेगी। इस संबंध में डीसीसह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने कहा कि आज जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में 45 वर्ष से कम उम्र के एसिम्टोमेटिक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को होम आइसोलेशन की अनुमति कोविड-19 के नियमों एवं शर्तों का पालन करने के पश्चात ही प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
धनबाद। जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र के कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं मिलेगी। इस संबंध में डीसीसह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने कहा कि आज जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में 45 वर्ष से कम उम्र के एसिम्टोमेटिक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को होम आइसोलेशन की अनुमति कोविड-19 के नियमों एवं शर्तों का पालन करने के पश्चात ही प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर 2020 को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार धनबाद की बैठक में 35 वर्ष तक के एसिम्टोमेटिक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को होम आइसोलेशन की अनुमति दी गई थी।
होम आइसोलेशन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया
होम आइसोलेशन की सुविधा सीमित संख्या में वैसे व्यक्तियों को दिया जायेगा जो बिना लक्षण वाले हो तथा होम आइसोलेशन की निर्धारित शर्तों को पूरा करते हो।होम आइसोलेशन की सुविधा देने से पूर्व संबंधित व्यक्ति का विस्तृत विवरणी निर्धारित प्रपत्र में संधारित करना अनिवार्य होगा।होम आइसोलेशन की सुविधा देने से पूर्व विशेष कैम्प में उपस्थित इन्सीटेंट कमाण्डर एवं एमओआईसी के द्वारा सघन जॉचोपरांत संतुष्ट होने के बाद ही भारत सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा निर्गत निर्देशों/ मानकों का पालन करने के शर्त पर ही होम आइसोलेशन की अनुमति प्रदान की जायेगी।इन्सीडेंट कमाण्डर एवं एमओआईसी संबंधित व्यक्ति के कमरे /घर का व्हाट्स एप्प के माध्यम से छायाचित्र मंगा सकते हैं। सभी होम आइसोलेशन में जाने वाले मरीज पल्स ऑक्सिमिटर के प्रयोग के दौरान ऑक्सीजन लेवल 94 के नीचे जाने पर अविलंब कंट्रोल रूम के मोबाईल संख्या- 0326-2313035 पर सूचित करेंगे। सूचित करने के उपरांत संबंधित मरीज को बेहतर ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए संबंधित कोविड अस्पताल में भर्ती किया जायेगा।होम आइसोलेशन की शर्तों का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के सुसंगत धारा के तहत कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
डीसी ने किया रीजनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीच्युट व सेंट्रल हॉस्पिटल का निरीक्षण
एडमिट पेसेंट के उपचार तथा अस्पताल की व्यवस्थाओं की समीक्षा, टेलीमेडिसिन सेवा का किया निरीक्षण
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने गुरुवार को क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान, भूली एवं सेंट्रल हॉस्पिटल स्थित कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों के उपचार तथा अस्पताल की व्यवस्थाओं की समीक्षा हेतु दोनों अस्पतालों का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में मरीजों के उपचार तथा अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में संतोष व्यक्त किया। उन्होंने इस केंद्र में भर्ती सभी मरीजों का एक एक कर केंद्र के प्रशासनिक एवं मेडिकल नोडल पदाधिकारियों से हाल जाना। उन्होंने क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान, भूली में टेलीमेडिसिन स्टूडियो से दिए जा रहे हैं ऑनलाइन परामर्श की प्रक्रिया का निरीक्षण किया तथा इस पर संतोष व्यक्त किया।निरीक्षण के दौरान डीसी ने सेंट्रल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती मरीजों की चिकित्सा के संबंध में विस्तृत जानकारी चिकित्सकों से ली। साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश दिये।निरीक्षण के बाद उन्होंने बताया कि जिले के सभी कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों हेतु निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार पूरी चिकित्सा व्यवस्था तथा अन्य सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।निरीक्षण के दौरान डीसी उमा शंकर सिंह, एसडीएम सुरेंद्र कुमार, सेंट्रल अस्पताल के सीएमओ डॉ आरके ठाकुर तथा डीएमएफटी के शुभम सिंघल व अन्य लोग उपस्थित थे।
सेंट्रल अस्पताल 10 अप्रैल से में प्रारम्भ किया जायेगा नॉन आईसीयु कोविड वार्ड
डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह के निर्देश पर 10 अप्रैल 2021 से सेंट्रल अस्पताल में 40 बेड की नॉन आईसीयू कोविड वार्ड प्रारम्भ किया जायेगा।इस संबंध में डीसी ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा सेंट्रल हॉस्पिटल को कोविड-19 अस्पताल के रूप में चयनित किया गया है। कोरोना महामारी के कारण गंभीर रूप से ग्रसित मरीजों को ससमय उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अस्पताल अंतर्गत 30 बेड की आईसीयू की स्थापना की गई है।उन्होंने बताया कि विगत दिनों में जिला अंतर्गत संक्रमण में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस दौरान कम तथा मध्यम रूप से संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कम एवं मध्यम रूप से संक्रमित मरीजों को उचित स्वास्थ्य प्रबंधन के संदर्भ में गुरुवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में सेंट्रल हॉस्पिटल धनबाद में 40 बेड की नॉन आईसीयू कोविड वार्ड कार्यरत करने का निर्णय लिया गया।
लाइन ऑफ़ ट्रीटमेंट प्रोटोकोल के पालन हेतु गठित की गई ऑडिट टीम
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमाशंकर सिंह के निर्देश पर जिला अंतर्गत कार्यरत सभी कोविड अस्पतालों में *लाइन ऑफ़ ट्रीटमेंट प्रोटोकोल* के अनुपालन के संदर्भ में ऑडिट कराने हेतु समिति का गठन किया गया है।इस संबंध में डीसी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के उचित स्वास्थ्य प्रबंधन हेतु एसएनएमएमसीएच धनबाद अवस्थित कैथ लैब एवं सेंट्रल अस्पताल धनबाद को गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित करते हुए आईसीयू की स्थापना की गई है। साथ ही जिला अंतर्गत निजी चिकित्सा संस्थानों के साथ आहूत बैठक में उन्हें 11 अप्रैल 2021 से आईसीयू की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि आईसीयू के अंतर्गत गंभीर एवं अत्यंत गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है। ऐसे में यह आवश्यक है कि आईसीयू अंतर्गत भारत सरकार एवं झारखंड सरकार द्वारा निर्गत लाइन ऑफ ट्रीटमेंट प्रोटोकोल का अनुपालन किया जाए। उन्होंने बताया कि गुरुवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में धनबाद जिला अंतर्गत कार्यरत सभी कोविड अस्पताल में प्रत्येक शनिवार एवं निजी संस्थानों में प्रत्येक 15 दिनों में लाइन ऑफ़ ट्रीटमेंट प्रोटोकोल के अनुपालन के संदर्भ में ऑडिट कराने का निर्णय लिया गया है।डीसी ने बताया कि इस हेतु समिति का गठन कर दिया गया है। डॉ यू के ओझा, डॉ आर के ठाकुर, डॉ सुशील कुमार एवं डॉक्टर राजकुमार को समिति का सदस्य बनाया गया है।
डीसी ने किया कैथ लैब का निरीक्षण,एडमिट पेसेंट के उपचार तथा अस्पताल की व्यवस्थाओं का किया समीक्षा
आज से शुरु होगा एसएनममसीएच पीजी ब्लॉक तथा निरसा पॉलिटेक्निक कोविड केयर सेंटर
एसएनएमएमसीएच कैथ लैब में स्थित कोविड केयर सेंटर एक्सटेंसन में भर्ती मरीजों के उपचार तथा अस्पताल की व्यवस्थाओं से संबंधित समीक्षा हेतु डीसी उमा शंकर सिंह ने आज संध्या कैथ लैब कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल में मरीजों के उपचार तथा अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में संतोष व्यक्त किया। उन्होंने इस केंद्र में भर्ती सभी मरीजों का एक एक कर हाल जाना। साथ ही कर्मियों से संवाद कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान डीसी ने एडमिट होने पहुंचे पेसेंट केप्रोटोकॉल का पालन करते हुए संवाद किया। एडमिट करने की पूरी प्रक्रिया का निरीक्षण किया। अस्पताल में अपने परिजनों का हाल जानने पहुचे लोगो से भी बातचीत किया। इस दौरान सभी ने जिला प्रशासन द्वारा कोविड संक्रमित मरीजों को उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया।समीक्षा के क्रम में डीसी ने बताया कि संक्रमित मरीजो के उचित उपचार हेतु एसएनममसीएच पीजी ब्लॉक तथा निरसा पॉलिटेक्निक में कोविड केयर केंद्र पुनः प्रारम्भ करने से संबंधी तैयारियों पूर्ण कर ली गई है। शुक्रवार से जिले में 150 अतिरिक्त बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
धनबाद:डीसी के निर्देश पर जिले में चलाया गया मास्क-अप कैम्पेन,बिना मास्क वालो को ले जाया गया कोविड सेंसीटाईजेसन कैम्प
अभियान का डीसी ने किया निरीक्षण,कोविड समुचित व्यवहार के अनुपालन करने की अपील,29 व्यक्तियों को लाया गया कोविड सेंसीटाईजेशन कैम्प
डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमाशंकर सिंह के निर्देश पर जिले में *मास्क-अप कैंपेन* अभियान चलाया गया।इस संबंध में डीसी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के उचित प्रबंधन तथा इसके फैलाव को खत्म करने के लिए सभी के सहयोग से आवश्यक उपाय सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि मास्क का प्रयोग करने एवं सामाजिक दूरी का पालन करने हेतु भारत सरकार, झारखंड सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा बारंबार सभी नागरिकों को निर्देशित किया गया है। परंतु जिला अंतर्गत विगत दिनों में आमजनों के बीच भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का प्रयोग न करने एवं सामाजिक दूरी का पालन न करने की सूचना प्राप्त हो रही है जिससे संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
इसी क्रम में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद द्वारा *कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर* की जानकारी को आमजन तक पहुंचाने एवं जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से गुरुवार से प्रतिदिन प्रातः 8:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक *मास्क अप कैंपेन* अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान गुरुवार को झरिया बाजार, कतरास मोड़, करकेंद, भूली, बैंक मोड़, पुराना बाजार, नया बाजार, रेलवे स्टेशन, ओजोन प्लाजा, शक्ति मंदिर, सरायढेला, बिग बाजार, स्टील गेट, हीरापुर, सिटी सेंटर तथा गोविंदपुर के भीड़ भाड़ वाले स्थलों पर फ्लाइंग स्क्वायड की टीम द्वारा बिना मास्क लगाये एवं सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे लोगों को जागरूक किया गया। इसके बावजूद भी कुछ नागरिक द्वारा इसका अनुपालन नहीं करने पर उन्हें बस के माध्यम से जैप-3 कैंप स्थित कोविड सेंसीटाईजेशन कैंप में लाया गया।एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने बताया कि आज कुल 29 व्यक्तियों को कोविड सेंसीटाईजेशन कैम्प में लाया गया। कैंप में सभी लोगों की कोविड जांच कराई गई। तत्पश्चात उन्हें जागरूकता से संबंधित फीचर फिल्म दिखाया गया। उन्होंने बताया कि सभी व्यक्तियों हेतु कैम्प में जलपान का प्रबंध किया गया है। अपराह्न चार बजे तक बांड भरवाने के पश्चात सभी को छोड़ दिया गया।
निरीक्षण के दौरान डीसी उमाशंकर सिंह, एसडीएम सुरेंद्र कुमार, डीएमएफटी पीएमयू के शुभम सिंघल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।