धनबाद: डीसी की अपील, करायें कोरोना जांच ,संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए ही चल रहा है आरएटी स्पेशल ड्राइव
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए शुरू की गई रैपिड एंटीजन टेस्ट स्पेशल ड्राइव तथा कोरोनावयरस के प्रति लोगों के मन में व्याप्त गलतफहमी, कोरोना का दुष्प्रभाव सहित अन्य भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से पंचायतों एवं वार्डों के जनप्रतिनिधियों, पर्यवेक्षक, पीडीएस डीलर, सेविका, सहायिका, सहिया के साथ ऑनलाइन बैठक कर महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन दिया।
- आरएटी स्पेशल ड्राइव को लेकर लोगों में जागरुकता लाने के लिए डीसी ने की ऑनलाइन बैठक
- गलतफहमियों, कोरोना के दुष्प्रभाव, होम आइसोलेशन सहित अन्य बिंदुओं पर मार्गदर्शन
- स्पेशल ड्राइव के तहत जिले में चार लाख लोगों की जांच करने का टारगेट
धनबाद। डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए शुरू की गई रैपिड एंटीजन टेस्ट स्पेशल ड्राइव तथा कोरोनावयरस के प्रति लोगों के मन में व्याप्त गलतफहमी, कोरोना का दुष्प्रभाव सहित अन्य भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से पंचायतों एवं वार्डों के जनप्रतिनिधियों, पर्यवेक्षक, पीडीएस डीलर, सेविका, सहायिका, सहिया के साथ ऑनलाइन बैठक कर महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन दिया।डीसी ने कहा कि सभी संवेदनशील पंचायतों एवं वार्डों में 15 सितंबर से शुरू आरएटी स्पेशल ड्राइव के तहत तीन से चार लाख की जनसंख्या की जांच करने का टारगेट फिक्स है।
क्या है लोगों के मन में भ्रांतियां
डीसी ने कहा कि लोगों के मन में ऐसी भ्रांति एवं गलतफहमी है कि टेस्ट करने से सभी लोग पॉजिटिव हो जाते हैं। जबकि टेस्ट में केवल 2 से 3% लोग ही कोरोना पॉजिटिव पाये जाते हैं। लोग यह भी सोचते है कि यहां कोविड हॉस्पीटल में अच्छी व्यवस्था नहीं है। पेसेंट अपने आप ठीक हो जाते हैं। कोरोना एक सामान्य बीमारी है। कोरोना अभी तक हमारे घर तक नहीं आया है तो हमें चिंता क्यों करनी चाहिए। डीसी ने कहा कि लोगों को यह जानकारी दें कि जिले में गंभीर मरीजों के लिए डेडिकेटिड कॉविड हॉस्पीटल (सेंट्रल हॉस्पीटल) तथा पीएमसीएच में 30 बेड का आईसीयू, हलके लक्षण वाले मरीजों के लिए पीएमसीएच कैथ लैब, सदर हॉस्पीटल, निरसा पॉलिटेक्निक, टाटा हॉस्पीटल जामाडोबा, बीसीसीएल हॉस्पीटल भूली, रीजनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीच्युट भूली, गर्भवती महिलाओं के लिए एसएसएलएनटी अस्पताल, पेड आइसोलेशन के लिए वेडलॉक ग्रीन्स तथा किंग्स रिजॉर्ट में इलाज की व्यवस्था है।
इलाज नहीं कराने के दुष्प्रभाव पर डीसी ने कहा कि एक संक्रमित व्यक्ति अपने साथ-साथ पूरे परिवार एवं समाज को नुकसान पहुंचा सकता है। जांच करने के बाद ही संक्रमित की पहचान होगी। पहचान होने के बाद संक्रमित को आइसोलेट कर, इलाज देकर उसे स्वस्थ किया जायेगा। इससे संक्रमित का परिवार सहित उनके संपर्क में आने वाले अन्य लोग वैश्विक महामारी की चपेट में आने से बच सकेंगे।उन्होंने कहा कि आरएटी स्पेशल ड्राइव में जांच कराने तथा इस आपदा से निपटने में सभी की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है। अतः सभी से अनुरोध है कि वे अपने आस पड़ोस एवं समाज में जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों, जिले में उपलब्ध चिकित्सा व्यवस्था, होम आइसोलेशन के नियम तथा कोविड- 19 से बचाव के उपायों के संबंध में जानकारियां साझा करें तथा इस अभियान में भाग लेकर अपना कोविड जांच अवश्य कराएं।