धनबाद: धनसार बरमसिया में नकली मोबिल फैक्ट्री का भंडाफोड़, तीन अरेस्ट
धनसार पुलिस स्टेशन एरिया के बरमसिया एफसीआइ गोदाम के पीछे कुर्मी तालाब के समीप एक आवास में गल्ख कंपनी का नकली मोबिल बनाने की इलिगल फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। एसडीम सुरेंद्र कुमार व धनसार पुलिस ने शुक्रवार को रेड में इलिगल कारोबारी तपन विश्वास, पिटू सिंह व मो. इरफान को अरेस्ट किया गया। इस मामले में गल्फ कंपनी के प्रतिनिधि विप्लव घोष ने इलिगल रुप से मोबिल बनाने वालों के खिलाफ धनसार पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज कराया है।
- एसडीएम ने बरमसिया एफसीआइ गोदाम के पीछे कुर्मी तालाब के समीप एक आवास में मारा रेड
धनबाद। धनसार पुलिस स्टेशन एरिया के बरमसिया एफसीआइ गोदाम के पीछे कुर्मी तालाब के समीप एक आवास में गल्ख कंपनी का नकली मोबिल बनाने की इलिगल फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। एसडीम सुरेंद्र कुमार व धनसार पुलिस ने शुक्रवार को रेड में इलिगल कारोबारी तपन विश्वास, पिटू सिंह व मो. इरफान को अरेस्ट किया गया। इस मामले में गल्फ कंपनी के प्रतिनिधि विप्लव घोष ने इलिगल रुप से मोबिल बनाने वालों के खिलाफ धनसार पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज कराया है।
बरमसिया एफसीआइ गोदाम के पीछे कुर्मी तालाब के समीप संध्या झा के मकान में इनका पुत्र तपन विश्वास, पिटू सिंह व इरफान पिछले चार सालों से नकली मोबिल बनाने का काम कर रहा था। रेड के दौरान इलिगल फैक्ट्री से पुराने मोबिल को फिल्टर करनेवाली मशीन, लीटर मापयंत्र, दो सौ लीटर का बड़ा ड्राम तीन, 20 लीटर के खाली ड्राम, हैंडपंप, नौ पैकेट भरा अवैध मोबिल, लाल रंग, मोबिल मापने वाला जार, छननी, भारी मात्रा में रैपर, कूपन, स्टीकर, कवर, डब्बा, ढक्कन सहित अन्य सामान जब्त किये गये हैं।
गल्फ कंपनी की कंपलेन पर हुई रेड
गल्फ कंपनी के प्रतिनिधि विप्लव घोष ने 12 सितंबर को धनबाद के एसडीओ से नकली मोबिल बनाने की कंपलेन की थी। इसके बाद एसडीओ ने एक टीम गठित किया। टीम ने नौ पैकेट नकली मोबिल बेचे जाने के दौरान जोड़ाफाटक क्षेत्र में टोटो पर सवार कारोबारी तपन विश्वास व इरफान को पकड़ा। दोनों को धनसार पुलिस स्टेशन लाकर पूछताछ की गई। तपन ने अपने घर में नकली मोबिल बनाने की बात स्वीकार की। टीम ने त्वरित कारवाई करते रेड कर वहां से धंधेबाज पिटू सिंह को धर दबोचा।
नकली मोबिल का खेल
कारोबारी पहले झरिया, धनबाद, हीरापुर, केंदुआ, कतरास सहित कई इलाकों के गैरेज से जला मोबिल 15 रुपये पर लीटर खरीदते थे। इस जले मोबिल को इंस्ट्रूमेंट से फिल्टर करते थे। इसके बाद इस नकली मोबिल को डेढ़ सौ रुपये पर लीटर की रेट से गैरेज व छोटे-छोटे पार्ट्स दुकान में सप्लाई करते थे। मोबिल का आर्डर लेने की जिम्मेवारी पिटू सिंह की थी। पिटू सिंह के कहने पर ही फैक्ट्री में बने नकली मोबिल को दुकानों व गैरेजों में सप्लाई जाता था।
दुकान से नकली मोबिल खरीदने पर मामले का हुआ खुलासा
गल्फ कंपनी के प्रतिनिधि विप्लव घोष काकहना है कि गल्फ कंपनी की नकली माल का पता करती है। कस्टमर बनकर गैरेज व दुकानों से मोबिल खरीद कर इसकी जांच करती है। एक दुकान से मोबिल खरीदने पर पता चला कि इस एरियामें टोटो के माध्यम से नकली मोबिल खपाया जा रहा है।
बताया जाता है कि काफी दिनों से बड़ी-बड़ी मोबिल कंपनियों को नकली कारोबारी चूना लगा रहे थे। गल्फ के अलावे हीरो, इंडियन ऑयल और टीवीएस कंपनी के नकली मोबिल अपने फैक्ट्री में बना रहे थे। रेड के दौरान टीम ने इन कंपनियों के नाम से काफी मात्रा में रैपर, कवर, ढक्कन, डिब्बा सहित अन्य सामान बरामद की है। इन सामानों को बंगाल से लाया जाता था।
दो फ्लोर वाले पक्का मकान में चल रही थी इलिगल मोबिल फैक्ट्री
संध्या झा के दो फ्लोर वाले घर में नकली मोबिल बनाने का धंधा चल रहा था। ग्राउंड फ्लोर के एक कमरे में यह नकली कारोबार चल रहा था। एक कमरे में मोबिल बनाने का काम तो दूसरे कमरे में रैपर, कवर, डिब्बा रखा गया था।