धनबाद:डिवीजनल रेलवे हॉस्पीटल को डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल के रूप में किया गया चिन्हित,शनिवार से किया जायेगा प्रारम्भ
डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमाशंकर सिंह के निर्देश पर मंडल रेलवे अस्पताल को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है।
धनबाद। डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमाशंकर सिंह के निर्देश पर मंडल रेलवे अस्पताल को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। इस संबंध में डीसी ने बताया कि विगत कुछ दिनों से कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। वैश्विक महामारी के दौरान राज्य सरकार द्वारा लोगो के उचित उपचार एवं स्वास्थ्य प्रबंधन के उद्देश्य से सभी सार्वजनिक क्षेत्र के अस्पतालों तथा निजी अस्पतालों के साथ मिलकर अथवा उनका अधिग्रहण कर कार्य करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय समिति द्वारा मंडल रेलवे अस्पताल का दौरा करने के उपरांत शनिवार से अस्पताल अंतर्गत वर्तमान में संचालित आइसोलेशन वार्ड को 42 बेड के कोविड-19 अस्पताल के रूप में प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को शनिवार से छह बेड के आईसीयू एवं 36 बेड के ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की उपलब्धता के साथ 42 बेड का कोविड अस्पताल प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में आवश्यक उपकरणों तथा अन्य संसाधनों की उपलब्धता के साथ सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। समय-समय पर इसका निरीक्षण जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा किया जायेगा।
निजी चिकित्सा संस्थानों का होगा भौतिक सत्यापन
डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमाशंकर सिंह ने जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को जिला अंतर्गत कोरोना मरीजो के उपचार हेतु निजी चिकित्सा संस्थानों द्वारा उपलब्ध उपलब्ध कराए गए बेड़ों एवं संसाधनों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया है।इस संबंध में डीसीने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्राप्त निर्देश के आलोक में जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों को निर्धारित ट्रीटमेंट प्रोटोकोल, निर्धारित दर, शर्तों एवं एसओपी का पालन करते हुए 50% बेड़ों को कोविड बेड के रूप में चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि सभी निजी चिकित्सा संस्थानों से समन्वय स्थापित करते हुए संस्थान अंतर्गत कुल बेड़ों की संख्या, कोविड हेतु रक्षित बेड़ों की संख्या, कोविड उपचार में प्रतिनियुक्त किए जाने वाले चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों की सूचना एकत्रित की गई है।उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी बीडीओ, सीओ तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को दल बनाते हुए निजी चिकित्सा संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराये गये बेड़ों एवं संसाधनों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया गया है।
निजी चिकित्सा संस्थानों में अग्निशमन उपकरणों के अधिष्ठापन का दिया गया निर्देश
डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमाशंकर सिंह द्वारा जिला अग्निशमन पदाधिकारी को सभी निजी चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण कर फायर ऑडिट करने तथा सभी आवश्यक उपकरणों का अधिष्ठापन कराने हेतु निर्देश दिया गया है।इस संबंध में डीसी ने बताया कि वर्तमान में धनबाद जिला अंतर्गत निजी चिकित्सा संस्थानों- टाटा जामाडोबा अस्पताल, एशियन जालान अस्पताल, प्रगति नर्सिंग होम, जिम्स अस्पताल, जसलोक अस्पताल एवं अशर्फी अस्पताल के अंतर्गत कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सभी चिकित्सा संस्थानों में अग्नि-सुरक्षा आवश्यक है। ताकि किसी भी प्रकार की संभावित दुर्घटना को रोका जा सके। ऐसे में इन सभी संस्थानों का फायर ऑडिट कराना, उपकरणों का अधिष्ठापन कराना एवं कार्यरत मानव बल को उपकरणों के संचालन करने से संबंधी प्रशिक्षण उपलब्ध कराना आवश्यक है।उन्होंने बताया कि इस संबंध में जिला अग्निशमन पदाधिकारी, धनबाद को अविलंब उक्त सभी निजी चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण करते हुए फायर ऑडिट करने तथा आवश्यक उपकरणों का अधिष्ठापन कराने हेतु निर्देश दिया गया है। साथ ही संस्थान के कर्मियों को अग्निशामक उपकरणों के संचालन हेतु आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है।